Wednesday, January 25, 2012
तस्वीर जो बोलती है : दो झंडे दो संविधान
आज की तस्वीर :
" जिस बात को देश की मिडिया छुपा रही है वही बात की साफ़ साफ़ तस्वीर आप को देखने मिलेगी ये ब्लॉग में ..वो सत्य जिसे मिडिया ने छुपाया ..वो सत्य जिसे सरकार ने भी छुपाया ,सत्य बात दिखाने की जगह मिडिया भी जब दिखाती है गलत तस्वीर तब देश में फैलता है भ्रष्टाचार ..."
" क्या आपको पता है आज देश में क्या हो रहा है ? ...आज की तस्वीर क्या है ? कौनसी तस्वीर बनेगी आज के दिन की सत्य भरी तस्वीर ....? मेरी पिछली पोस्ट में आपने देखा की जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री की कर और देश के एक केन्द्रीय मंत्री की मौजूदगी में भारत देश के झंडे के साथ लहेर रहा है एक और ध्वज ...
क्या इस देश के दो झंडे है ?
" जी हाँ ...देश में दो झंडे ही है ...दो संविधान भी है ...और अलग कानून भी है ...देखिये इस ब्लॉग के उपरी हिस्सों में जहाँ रोज एक तस्वीर दी जाएगी ...देश में फैले वो असत्य की जो छुपा रही है मिडिया ...देखिये कुछ और तस्वीरे मेरी पिछली पोस्ट में जो दो दिन पूर्व ही पोस्ट की गई है " नरेन्द्र मोदी तो बदमाश है " शीर्षक तले ..वो पोस्ट भी आप पढ़े और उस पोस्ट में दी गई तस्वीरों को गौर से देखे ...क्या आपने कभी देखा की किसी मिडिया ने ये तस्वीरे कभी प्रदर्शित की हो ? "
आज की तस्वीर इस ब्लॉग के सबसे उप्पर दी गई है
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विचारणीय पोस्ट।
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....
जय हिंद... वंदे मातरम्।
Atul ji aapko bhi dher saari shubhkamnaye
Deleteवंदे मातरम
ReplyDeleteदेखते हैं जनता कब नींद से जागती है।
vivek sir ...janta aaj nahi to kal jagegi jaroor
Deleteबहुत बढ़िया !
ReplyDeleteगणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आज 26 जनवरी है।
लोग ख़ुश हैं। ख़ुश होने की वजह भी है लेकिन जो लोग आज के दिन भी ख़ुश नहीं हैं उनके पास भी ग़मगीन होने की कुछ वजहें हैं। हमारा ख़ुश होना तब तक कोई मायने नहीं रखता जब तक कि हमारे दरम्यान ग़म के ऐसे मारे हुए मौजूद हैं जिनका ग़म हमारी मदद से दूर हो सकता है और हमारी मदद न मिलने की वजह से वह उनकी ज़िंदगी में बना हुआ है।
हमारे अंदर अनुशासन की भावना बढ़े, हम ख़ुद को अनुशासन में रखें और किसी भी परिस्थिति में शासन के लिए टकराव के हालात पैदा न करें।
जो लोग आए दिन धरने प्रदर्शन करते हुए शासन और प्रशासन से टकराते रहते हैं, उन्हें 26 जनवरी पर यह प्रण कर लेना चाहिए कि अब वे देश के क़ानून का सम्मान करेंगे और किसी अधिकारी से नहीं टकराएंगे बल्कि उनका सहयोग करेंगे।
टकराकर देश को बर्बाद न करें।
लोग अंग्रेज़ो से टकराए तो वे देश से चले गए और आज बहुत से लोग यह कहते हुए मिल जाएंगे कि देश में आज जो असुरक्षा के हालात हैं, ऐसे हालात अंग्रेज़ों के दौर में न थे।
कहीं ऐसा न हो कि फिर टकाराया जाए तो देश और गड्ढे में उतर जाए।
सो प्लीज़ हरेक आदमी यह भी प्रण करे कि अब हम क्रांति टाइप कोई काम नहीं करेंगे।
जो राज कर रहा है, उसे राज करने दो।
एक जाएगा तो दूसरा आ जाएगा।
अपना भला हमें ख़ुद ही सोचना है।
सादर ,
Read entire message :
प्लीज़ क्रांति न करे कोई No Revolution
http://www.ahsaskiparten.blogspot.com/2012/01/no-revolution.html
anwar sir ...aapne bahut hi acchi comment di hai aur is comment par mere vichar mai agali post me jaroor se rakhunga
Deleteदुहरी व्यवस्था तो अचंभित करती है.
ReplyDeleteindian citizen sir ...yahi haal hai aaj desh ka ..aur ek post mai laganewala hu use jaroor dekhiyega ...post ka title ...sayad ye rakhunga " SANVIDHAAN KE RAKSHAK AUR SANVIDHAN KI MARYADA : RAKSHAK KITANA RAKHATE HAI SANVIDHAAN KA MAAN "
Deletesukriya
स्तब्ध करने वाला सत्य...... पहली बार इस बात का पता चला.....
ReplyDeleteबेहद ही शर्मनाक....
कुँवर जी,
kunwarji aapko yahan par dekh kar bahut hi khushi hui ..aur aage bhi yahan par aise hi saty bhari post laganewala hu ...aur lagata rahunga
Deletetahe dil se sukriya shivam bhai
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