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Tuesday, January 27, 2015

हिन्दु धर्म क्या मंदिर का घंटा है ? जूतो पर देवी देवता



                      " आपके भगवान अब जूतो पर ..... क्या हिन्दू धर्म मज़ाक का वीषय बन गया है ? जो भी आता है हिन्दू धर्म को मंदीर का घंटा समजकर बजा जाता है ...श्रीमान ... श्रीमती मुझ पर गुस्सा ना करे मगर ये सच्चाई है | "

                     " 2011 मे “ लीसा ब्लु “ इस ओस्ट्रेलीयन फेशन डीजाइनर ने “ देवी माँ महालक्ष्मी जी की तस्वीर ऐसी जगह लगाई थी जिसे देखने के लीये आपको अपने बच्चे दूर रखने पड़ेंगे ... फेशन के नाम पर हिन्दू देवी देवताओ का मज़ाक अब आम बात बन गई है क्यू की हिन्दू कभी वीरोध नही करता है “ लीसा ब्लु “ ने फेशन के नाम पर क्या कीया था ? ये आपको देखना है तो यहाँ जाये ओर देखे आपकी .... हमारी .... हम सबकी माँ महालक्ष्मी को उसने कहाँ स्थान दीया था | "

                         " जब उसका जमकर वीरोध हुवा तो “ लीसा ब्लु “ ने अपने एक ईमेल के जरीये देश के सभी हिन्दुओ की माफ़ी भी मांगी मगर उसने अपमान तो कर दीया था और आज भी अपमान हो रहा है दोस्त |"



आओ देखे अब भगवान के अपमान की झलक 



                       " ये सब भगवान है हमारे जिनहे हम पुजते है और गणेश तो हमारे सर्वप्रथम पूज्यनीय देव है मगर इन सफ़ेद लोगो ने उनको बीठा दीया है जूतो पर और आराम से धंधा कर रहे है .... भाई हिन्दू धर्म को महान ग्रंथ देनेवाले भगवान श्री कृष्ण का स्थान भी इन गोरे लोगो ने जूतो पर रखा है ....और ये सब इसलीये क्यू की हिन्दू सो रहा है और हा किसी हिन्दू को फेशन के बहाने ऐसे जूते पहेनकर निकलते देख ले तो हैरत मे मत पड़ना क्यू गलती सब हिन्दुओ की है | "

आपके आराध्य देवो के चीत्रवाले “ जूते ” आपको यहाँ से मीलींगे 

बात बात मे एक चीत्र तो भूल गया 
 माँ सरस्वतीजी के चहेरे को क्यू बीगाड़ा ? ये पढ़ने के लीये 


हाल ही मे जयपुर मे संप्पन हुवे एक प्रदशन मे ये चीत्र था " गणेश जी का " 

                 " ऑस्ट्रेलिया में संपन्न हुवे लीसा ब्लु के फैशन शो में आप देखो किस तरह हिंदु देवी "श्री महालक्ष्मी जी" का अपमान किया है ..क्या आप ये देख सकते है और सहे सकते है ? ...या फिर कोई बुद्धिजीवी कलाकार इस में भी कलाकारी देख रहा है ... अगर देख रहा है और इस हरकत को कलाकारी का नमूना कहे रहा है तो "श्री महालक्ष्मी" की जगह खुद का फोटो लगा ले ..क्यों की इसके पहले भी जब मैंने एक पोस्ट लिखी थी " यमराज को हराने का सशत्र मार्केट में उपलब्ध " तब ऐसे ही किसी बुद्धि जीवी ने मुझे कहा था की ये तो कलाकारी है ..इस पर ऐतराज नहीं लेना चाहिए ....भाई बुद्धिजीवी जी " इन कलाकारो को ये बात समजनी चाहीये की उनकी कलाकरी से विश्व के कीसी भी धर्म के समुदाय की धार्मिक भावनाओ को ठेश ना पहुंचे  "

                      
" जिसे हम " माँ " कहते है जिसे हम "माँ शक्ति" कहते है .. क्या उस माँ का अपमान आपकी नजर के सामने हो रहा हो और आपका खामोश रहेना उचित है ..अगर आज नहीं हम विरोध करेंगे तो ये अपने आप को कलाकार कहनेवाले लोग हमारी सगी माँ का चित्र भी इस तरह से लगायेंगे ..अरे कोई " जीजस " का चित्र नंगा बनाओ और लगाओ ..फिर देखो आपके साथ दुनिया क्या व्यव्हार करती है और हम है ..अपनी श्री महालक्ष्मी माँ को कोई ऐसी जगह लगता है जिसे अश्लील कहेते है फिर भी हम चुपचाप बैठे है और अपनी माँ को तमाशा बनते देख रहे है .. | "

                   " ऐसी बातों का जमकर “ अहिंसा “ पूर्वक वीरोध करना चाहीये ताकी दुबारा कथीत कलाकार ऐसी हिम्मत करके करोड़ो हिन्दुओ के साथ धार्मीक खिलवाड़ न करे |"

आखीर मे इतना ही कहूँगा 

                     " पत्थर की मूरत आर कागज पर छपी तस्वीर को हम छोड़ दे लेकिन भला अपने परिवार की इन शक्तियों का अपमान कैसे होने दे जो हमारी ताकत है, हमारा सम्मान है, हमारा स्वाभिमान है, हमारी जान है, हमारी जननी है, हमारी पालन करनी है,
हम उन्हें माता कहते हैं
जो ज्ञान दायिनी है सरस्वती है,
जो अन्न दायिनि अन्नपूर्णा है,
जो शक्ति दायिनी दुर्गा है
जो वैभव दायिनी लक्ष्मी है

                   “
शार्ली एब्दों “ की घटना हुई क्यू की इस मेगेजीन ने मुसलीम समुदाय की धार्मीक भावनाओ को ठेंस पहुंचाई थी ये बात ओर है की कुछ लोगो ने विरोध कीया मगर वीरोध का रास्ता “ हिंसा “ का था जो लोग दूसरे के धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है वो क्या देख सकेंगे की उनके धर्म के आराध्य के साथ जब कोई ऐसी ऊटपटाँग बात करे    

वीरोध करना चाहीये मगर उसका रास्ता “ हिंसा “ का नही होना चाहीये ......  

क्या आप वीरोध करना चाहते है ? जिन्होने जूतो पर कृष्ण और गणेश को स्थान दीया है 


ये है उस साइट का नंबर 

Alternatively, you can call us at the numbers below.

1-877-809-1659 Toll-Free (US & Canada)
1-919-323-4480 International

Monday - Friday, 8:00am to 10:00pm EST
Saturday, 9:00am to 6:00pm EST

 




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Wednesday, January 7, 2015

आम आदमी को 36000 चुकाने होगे


        “कच्छ के रेगीस्तान मे अगर आपको आपके परीवार के साथ एक दीन रहेना है तो आपको 36000 रुपये चुकाने पड़ते है ” ऐसा आक्षेप गुजरात कॉंग्रेस के प्रवक्ता श्री मनीष दोषी ने कीया है उन्होने कहा की “ कच्छ का रेगीस्तान ”धोला वीरा “मे “ रन फॉर रण ( रेगीस्तान ) के आयोजन के लीये गुजरात का ये रेगीस्तान भी ख़ानगी कंपनी को  टूरीजम के नाम पर हवाले कर दीया है “ 


        ‘ इन कंपनीयो ने कच्छ की संस्कृती से देश विदेश के पर्यटको को वाकेफ करने के बहाने लूट चलाई है सीर्फ कुछ लोगो को करोड़ो रुपयो का मुनाफा हो इसलीये भाजपा की सरकार ने कीमती संशाधन और कीमती संस्कृती ऐसी कंपनियो के हवाले कर दी है |”



इस आक्षेप पर लोगो की प्रतीक्रीया 


         “ अगर ये सच्चा आक्षेप है और 36000 रुपये एक दीन के लीये चुकाने पड़ते है तो .... ऐसे मे गरीब परीवार कैसे कहे सकेगा की “ रन फॉर रण ( रेगीस्तान ) उसके लीये तो ये महोत्सव महज एक सपना बनकर रहे जाएगा और अगर ऐसा है तो गुजरात मे भाजपा सरकार ने इस “ रनोत्स्व “ के बड़े बड़े बोर्ड लगाए है उसे क्या कहे ?? लूट का आमंत्रण या फ़ीर ........... “   

ऐसे मे कैसे कहे की कच्छ नहीं देखा तो कुछ नही देखा
श्री मनीष दोशी



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