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Thursday, November 28, 2013

नई ई-मेल लीक: तेजपाल ओर पीड़िता के बीच की बातचीत

नई ई-मेल लीक: तेजपाल ने बताया कि ऐसा क्यों किया

तहलका के एडिटर तरुण तेजपाल और उन पर आरोप लगाने वाली जूनियर कॉलीग की नई मेल्स लीक हो गई हैं। ये वे शुरुआती ई-मेल्स हैं, जिनमें दोनों उस घटना के बारे में बात कर रहे हैं। एक ब्लॉग पर वह मेल पब्लिश की गई है, जो तरुण तेजपाल ने पीड़ित पत्रकार को 19 नवंबर को भेजी थी। यह उस घटना के बाद की पहली ई-मेल है।

तरुण तेजपाल ने लड़की को भेजी मेल में माफी मांगते हुए कहा कि वह घटना हल्के-फुल्के और फ्लर्टी मूड में हुई थी और हो सकता है कि मैंने हालात को समझने में गलती की हो। मगर 20 नवंबर को तेजपाल की इस मेल का जवाब देते हुए लड़की ने तेजपाल को बुरी तरह से लताड़ा है।

घटना के बाद दोनों में क्या बात हुई थी, हम इसके अंश पेश कर रहे हैं। तेजपाल की मेल और उस पर लड़की के जवाब वाली मेल में दोनों के बीच जिन पॉइंट्स पर बात हुई, हम उन्हें एक साथ बातचीत के अंदाज में दे रहे हैं। इन ई-मेल्स में जिन बाकी लोगों का जिक्र किया गया था, उनके नाम हटा दिए गए हैं। पढ़ें:

उस रात हुई घटना के बारे में
तरुण तेजपाल: जहां तक उस मनहूस रात की बात है, तुम याद करो तो हम नशे में, हंसी-मजाक और फ्लर्टी अंदाज में इच्छाओं और सेक्स के बारे में बात कर रहे थे। हम उस तूफानी शाम को हुई मुलाकात को याद कर रहे थे, जब मैं ऑफिस में बादलों को देख रहा था। मैं यह भी बताना चाहता हूं कि एक मौके पर तुमने कहा था कि आप बॉस हैं। इस पर मैंने कहा कहा था कि इससे तब तो और भी अच्छी बात है। लेकिन उसी दौरान मैंने कहा था कि इससे मेरे और तुम्हारे बीच के किसी रिश्ते का कोई लेना-देना नहीं है।

पीड़ित लड़की: उस रात बातें न तो फ्लर्ट से भरी थीं और न नशे में की गई थीं। आप सेक्स और इच्छाओं के बारे में बात कर रहे थे, क्योंकि आप मुझसे बात करते वक्त अक्सर वही सब्जेक्ट चुनते हैं। अफसोस कि आपने कभी मेरे काम के बारे में बात नहीं की। और अगर आपने उसे पढ़ने के लिए वक्त निकाला होता, तो आपकी हिम्मत नहीं होती मेरा यौन उत्पीड़न करने की कोशिश करने की। आपको इस बात का भी अंदाजा होता कि इस सब के बाद मैं चुप बैठने वाली नहीं हूं। उस रात हमने किसी 'तूफानी शाम के बादलों' की चर्चा भी नहीं की थी। मैं तो आपके साथ अपनी उस पहली स्टोरी के बारे में बात करना चाहती थी, जो एक रेप से बचने वाली लड़की के बारे में आपके साथ लिखी थी। ##### ने मुझे आपके ऑफिस में बुलाया। मैं अंदर गई, जहां बत्ती बंद करके काउच पर बैठे हुए थे। मैंने लाइट ऑन करने को कहा था तो आपने मना कर दिया था। आप काउच पर लेटे रहे। मैं आपके सामने चेयर पर बैठी रही और उस लड़की की कहानी आपको सुनाई। आपने भी उस प्रफेशल वजह को ही याद किया था, न कि तूफान और बादलों को।


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Wednesday, November 27, 2013

स्टिंग : आम आदमी पार्टी का पूरा वीडियो देखो

* आखीर क्या था उस स्टींग ऑपरेशन मे ?
 * खुद देखिये " सम्पूर्ण वीडियो " ओर जानीए आम आदमी पार्टी को
  * आम आदमी पार्टी कितनी साफ सुथरी ओर प्रामाणीक है वो खुद ही देखो

केजरीवाल झूठ पर झूठ बोले जा रहा है
* आम आदमी पार्टी का ये स्टींगवाला वीडियो देखा हमने मगर दोस्तो जो वीडियो .... जो वीडियो फूटेज महत्वपूर्ण थे वही गायब कर दिये है जैसे के "शाजिया इल्मी के पी ए "

अगर आम आदमी पार्टी चोर नहीं है ओर बेकसूर है तो फिर "शाजिया इल्मी के पी ए " का वीडियो उपलोड क्यू नहीं किया ?

we checked the links. ALL video in edited Parts on the name of AAP Leaders. But i not got the video of Shazia PA in this list. This is clear to Prove everything.
- ताजिंदर बग्गा 


सम्पूर्ण वीडियो यहाँ पर है 


 Complete RAW footage available here



आम आदमी पार्टी के ओर भी कारनामे आप यहाँ पढे सबूत के साथ 


* धोखेबाज़ केजरीवाल पर अन्ना हज़ारे का खुलासा 


* केजरीवाल, कुमार विश्वास का "बेटी"ने उतारा नकाब

* केजरीवाल के 3 महा घोटाले (सबूत देखिये )

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Monday, November 25, 2013

केजरीवाल, कुमार विश्वास का "बेटी"ने उतारा नकाब

साजिया इल्मी ,केजरी ,कुमार विश्वास का असली चहेरा दीखाता खत 

मेरा अभिकथन 

मैंने एक वेब-पोर्टल द्वारा दिखाए गए स्टिंग ओपरेशन पर अब तक आम आदमी पार्टी (आप) की प्रत्रिकिया को देखते हुए आज “आप” की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है. “आप” के राष्ट्रीय कन्वेनर श्री अरविन्द केजरीवाल को भेजे त्यागपत्र में मैंने कहा है कि यह पार्टी आज तक जो भी दावे करती रही है, उसकी तुलना में इस स्टिंग के बाद पार्टी की प्रतिक्रिया बिलकुल अलग दिखती है. 

त्यागपत्र के अनुसार इस सम्बन्ध में पार्टी के बड़े नेताओं की बातों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीति की वे सभी समस्याएं, वे सभी मजबूरियाँ, वे सभी पहलू इस पार्टी के लिए भी उतने ही सही हैं जितने शायद किसी अन्य के लिए.

त्यागपत्र के अनुसार यह संभव है कि स्टिंग में छेड़-छाड़ हो और इसे किसी विरोधी शक्ति ने स्पोंसर किया होगा पर चाहे सुश्री शाजिया इल्मी हों, चाहे श्री कुमार विश्वास हों अथवा अन्य प्रत्याशी, वे सभी इस स्टिंग ओपरेशन में ऐसी स्थितियों में नज़र आते हैं जिसे किसी भी प्रकार से वाजिब नहीं कहा जा सकता. अतः वह पार्टी, जो लगभग पूरी तरह मीडिया की उपज है यदि उसे यदि एक दिन मीडिया को ही नसीहत देने की नौबत आ जाए और जो स्टिंग ओपरेशन में षडयंत्र देखने लगे और स्टिंग करने वालों को ही धमकी देने लगे, उसे आत्म-चिंतन करना पड़ेगा अन्यथा शीघ्र ही कई सारे लोग मन ही मन “आप” द्वारा जगाई उम्मीद से खुद को अलग करते नज़र आयेंगे.

डॉ नूतन ठाकुर
# 094155-34525


*  श्री अरविन्द केजरीवाल को प्रेषित आम आदमी पार्टी से मेरा त्याग-पत्र---

सेवा में, 
श्री अरविन्द केजरीवाल,
राष्ट्रीय कन्वेनर,
आम आदमी पार्टी 
नयी दिल्ली 

विषय- आम आदमी पार्टी से त्यागपत्र दिए जाने विषयक 

महोदय,
हम सभी अवगत हैं कि आम आदमी पार्टी (आप) का गठन विशिष्ट स्थितियों में, अत्यंत विशिष्ट उद्देश्यों के हेतु किया गया था और इसके कार्य, क्रिया-कलाप, मार्ग, पथ तथा तरीके भी मौजूदा सभी राजनैतिक दलों से विलग बताये गए थे. 


आपके स्वयं के शब्दों, आचरण और दावों ने लगातार आपको मौजूदा राजनैतिक फलक पर एक पूर्णतया अलग स्वरुप प्रदान किया था और एक बड़ी भारी संख्या में लोगों ने इसे मन से स्वीकार भी किया था. आपने यह आशा दिलाई थी कि आप एक पूर्णतया नए भारत के निर्माण के लिए कृत-संकल्प होंगे और अपने इस उद्देश्य में कोई भी समझौता किसी भी स्तर पर नहीं करेंगे. 


मैं अपने आप को लेकर कोई भी बड़े दावे नहीं करती, मैं एक पूर्णतया सामान्य महिला हूँ, एक आम आदमी, जिसमे अच्छाई और बुराई दोनों है और जो जीवन जीने के लिए कई प्रकार के समझौते करता रहा है. हाँ, यह अवश्य है कि अपनी समस्त कमजोरियों के साथ समाज के लिए कुछ करने की थोड़ी सी इच्छा भी मन में रही और इसी कारण से मैंने सामाजिक क्षेत्र में कार्य करना शुरू किया. आपके और आपकी पार्टी के लोगों के विचारों से प्रभावित हो कर ही मैं आप पार्टी से भी जुडी और इसकी सदस्यता ग्रहण की. 


लेकिन कुछ दिन पहले मीडिया सरकार डॉट कॉम द्वारा प्रसारित स्टिंग ओपरेशन और उसके बाद आपकी तथा पार्टी के अन्य तमाम बड़े नेताओं की बातों ने कम से कम मुझे यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीति की वे सभी समस्याएं, वे सभी मजबूरियाँ, वे सभी पहलू संभवतः इस नवोदित पार्टी के लिए भी उतने ही सही हैं जितने किसी अन्य के लिए. 


मैंने मीडिया सरकार का स्टिंग देखा. यह संभव है कि उसमे छेड़-छाड़ हो. यह तो होगा ही कि इसे आपके किसी विरोधी शक्ति ने स्पोंसर किया होगा. इसमें संभव है कि मीडिया सरकार की अपनी कोई निश्चित पॉलिटिक्स हो, अपना कोई अर्थशास्त्र हो, अपने आप को स्थापित करने का कोई जरिया हो, आदि-आदि. पर इन सभी बातों के बाद भी एक बात तो इस विडियो से लगभग साफ़ दिखती है कि जिस किसी भी व्यक्ति की बातचीत इसमें दिखाई गयी है उसमे कई सारी बातें चिंताजनक तो निश्चित रूप से हैं. मैंने भी पूरी स्टिंग देखी. चाहे वह सुश्री शाजिया इल्मी हों, चाहे श्री कुमार विश्वास हों, चाहे कोंडली प्रत्याशी श्री मनोज कुमार हों, चाहे संगम विहार के श्री दिनेश मोहनिया, ओखला के श्री इरफ़ान खान या रोहतास नगर के श्री मुकेश हूडा, सभी इस स्टिंग ओपरेशन में ऐसी स्थितियों में नज़र आते हैं जिसे किसी भी प्रकार से वाजिब नहीं कहा जा सकता


सुश्री साजिया इल्मी आराम से पंद्रह लाख रुपये किसी भी रूप में लेने को तैयार दिखती हैं, फिर उनके पीए विस्तार से पूरी बात बताते हैं. सुन कर आश्चर्य लगता है कि पच्चीस-पचीस हज़ार के चार-पांच आदमी रखे गए हैं, रोज पांच हज़ार तक तेल-पानी का खर्चा है, महीने का ऑफिस का खर्च पांच लाख तक है. मीडिया पर लाखों का खर्च अलग से. यदि यह सब खर्च अभी सत्ता में आये बिना है, तो फिर आगे क्या होगा?
श्री कुमार विश्वास बिजिनेस क्लास के नीचे नहीं चलते, सुइट के नीचे नहीं ठहरते, उनके पीए भी उसी में चलते और रुकते हैं. पैसा किसका है, क्यों है, गलत है, सही है, इससे उन्हें कोई वास्ता नहीं है. यदि यह सब ही होना था तो फिर वे विरोध किन का और क्यों कर रहे थे? उनकी बातों से यह भी साफ़ झलकता है कि उन्हें इस बात से कोई वास्ता नहीं कि पैसा किसका और कहाँ से लग रहा है. उनकी हाई-फाई जिन्दगी के प्रति लगाव की बात भी काफी हद सामने आ ही जाती है. 


इसके अलावा अन्य प्रत्याशीगण के शब्द भी काफी कुछ कहते हैं और यह बताते दिखते हैं कि एक पुरुष और एक महिला प्रत्याशी को छोड़ कर बाकी सभी प्रत्याशी उसी दौड़ में शामिल हैं जिससे मुकाबला करने की बात आप बहुत जोर-शोर से कहते रहे हैं. 


आज आपके साथियों ने पुनः प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के स्टिंग को सिरे से खारिज किया. आजतक न्यूज़ चैनेल के अनुसार- “अपने उम्मीदवारों पर भ्रष्टाचारों के आरोपों पर घिरी आम आदमी पार्टी ने रविवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और यह बताने की कोशिश की कि उनके सभी उम्मीदवार पाक-साफ हैं. पार्टी की ओर से कहा गया कि पूरा स्टिंग फर्जी है, क्योंकि सीडी में डॉक्टरिंग की है. रविवार दोपहर तकरीबन पौन एक बजे आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसौदिया, योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. योगेंद्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से उस सीडी की पूरी फुटेज मांग थी, जो उन्हें मिल गई. यह पूरी सीडी 14 घंटे की है, जिसे कांट-छांटकर इस तरीके से पेश किया गया, ताकि एक ईमानदार पार्टी पर लांछन लगाए जा सकें. योगेंद्र यादव ने कहा कि इस सीडी में जितने भी इंटरव्यू हैं, सभी से जरूरी संदर्भ को हटाकर एक सीडी बांटी गई. यदि संदर्भ साथ सीडी पर गौर किया जाए तो पता चलेगा कि उनका कोई भी उम्मीदवार, जिनके नाम लिए गए हैं, भ्रष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि वे सख्त लफ्जों में इसे फ्रॉड, फर्जीवाड़ा और डॉक्टरिंग करार देते हैं. यादव ने चुनाव आयोग से अपील की कि इस तरह की सीडी जारी करने वालों के लिए रेगुलेशन लगाई जानी चाहिएं. इसके बाद पार्टी के नेता मनीष सिसौदिया ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी के सभी नेताओं पर गर्व है. 14 घंटे की पूरी फुटेज देखने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता है.”


मैंने आम आदमी पार्टी का प्रेस कॉन्फ्रेंस सुना. यदि मैं ईमानदारी से कहूँ तो मुझे बहुत साफ़ लग रहा था कि इसमें बचाव की पूरी भाव-भंगिमा है. कल रात का आम आदमी पार्टी का फ़िल्मी लोगों को बुला कर गाने के कार्यक्रम को भी देखा और सुना. कुछ विचित्र सा लगा क्योंकि ऐसा लगा कि उच्चतम आदर्शों की बात करने वाली पार्टी किसी भी प्रकार से लोगों को आकर्षित करने को बेचैन है. 


मैं इससे अधिक और कुछ नहीं कहूँगी क्योंकि मेरा यह काम नहीं कि मैं व्यक्ति-विशेष अथवा किसी व्यक्तियों के समूह को लांचन लगाऊं पर इतना जरूर है कि वह पार्टी, जो लगभग पूरी तरह मीडिया की उपज है और जिसे मीडिया ने सर-आँखों पर बिठा पर पूरे देश में फैला दिया, उसे यदि एक दिन मीडिया को ही नसीहत देने की नौबत आ जाए, मीडिया से नाराज होने की बात आ जाए, जो स्टिंग ओपरेशन में षडयंत्र देखने लगे और स्टिंग करने वालों को ही धमकी देने लगे, अपने लोगों को येन-केन-प्रकारेण सही ठहराने पर लग जाए, वह वोट और चुनाव में सफल भले हो जाए पर आदर्श, विचारधारा और विचारों के स्तर पर वह काफी कुछ हार रहा दीखता है. 


मैं निवेदन करुँगी कि बहुत संभव है कि आज भी यह पार्टी बहुतों से बहुत अच्छा हो लेकिन यदि इसी प्रकार से प्रतिक्रिया बनी रही और बिना सत्ता में आये इतनी ही तेजी से ना प्रकार के गंभीर आरोप और तथ्य सामने आने लगें तो बहुत दिन नहीं लगेंगे जब “आप” भी सबों के साथ खड़े होंगे और शायद सत्ता में भी होंगे, जिस समय सत्ता में होने के बाद भी आपके शब्द बेमानी लगने लगेंगे. 


यानी कुल मिला कर यह कि मैं, जो स्वयं में एक साधारण व्यक्ति हूँ, कोई बहुत उच्च आदर्श की बातें स्वयं के लिए नहीं कहती, अपनी अच्छाई और बुराई से भली-भाँती परिचित हूँ, इसी निष्कर्ष पर पहुंची हूँ कि मैं भारी शब्दों के उस भार को नहीं झेल सकती जो बहुधा कम से कम मुझे पार्टी के वास्तविक क्रियान्वयन में नहीं दिख रहा है और जिसके कारण निश्चित रूप से कई सारे लोग मन ही मन “आप” द्वारा जगाई उम्मीद से खुद को अलग करते नज़र आ रहे हैं और यह पार्टी भी सत्ता के रेस में उसी रफ़्तार और उन्ही तरीकों से बड़ी कुशलता से भागती नज़र आ रही है, जिनकी उसने पुरजोर बुराई, शिकायत और अत्यंत कटु निंदा की थी. अतः मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति के लिए यही उचित जान पड़ता है कि मैं स्वयं को आम आदमी पार्टी के अनुरूप और योग्य नहीं पाते हुए इस पार्टी से स्वयं को अलग कर लूँ. यह सही है कि मैंने इस पार्टी में कोई ऐसा काम नहीं किया था, जिसे किसी प्रकार से विशिष्ट योगदान कहा जाए और ना ही मेरा ऐसा कोई बड़ा कद है जिससे मेरे पार्टी में आने-जाने से किसी को वास्तव में अंतर हो पर शायद मैं भविष्य में पूरे तन-मन से इसमें सक्रीय होती लेकिन हालिया घटना-क्रम ने मुझे यह स्पष्ट कर दिया है कि इस पार्टी में रहने की जगह इससे अलग अपनी अकेली हैसियत में अपनी सीमित शक्ति में सामाजिक कार्य करने में शायद मुझे कहीं अधिक संतुष्टि मिलेगी और ऐसा नहीं लगेगा कि मैं ऐसी पार्टी की सदस्य हूँ जिसके शब्द तो बहुत भारी थे लेकिन मौके आने पर उनकी कई सारी बातें उन भारी शब्दों से काफी अलग दिख जाती हैं.

पत्र संख्या- NT/ AAP/AK भवदीय,
दिनांक- 24/11/2013
(डॉ नूतन ठाकुर )
5/426, विराम खंड,
गोमतीनगर, लखनऊ
# 094155-34525
nutanthakurlko@gmail.com


nutan thakur से आप यहाँ मिल सकते है 




और भी है 

केजरीवाल को अन्ना हज़ारे का खत पाकीस्तान से चंदा क्यू ? 

केजरीवाल के 3 महा घोटाले (सबूत देखो )


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Sunday, November 24, 2013

केजरीवाल के 3 महा घोटाले (सबूत देखिये )

दुसरो को ईमानदारी और नैतिकता का पाठ पढ़ानेवाले दोगले केजरीवाल खुद कितने नैतिक है इसका नमूना है ये ...

कानूनन कोई भी शक्स एक ही जगह से मतदाता हो सकता है और अगर वो दुसरे जगह अपना नाम वोटर लिस्ट में डलवाता है वो एक फार्म भरकर उसे दूसरी जगह दर्ज होने का ब्यौरा देना पड़ता है ताकि निर्वाचन आयोग दूसरी जगह से नाम रद्द करके नये जगह डाल सके ..


लेकिन इस धरती के एकमात्र ईमानदार केजरीवाल तीन तीन जगह अपना नाम वोटर लिस्ट में डलवा देते है लेकिन साथ ये ये नही बताते की दूसरी जगह भी उनका नाम दर्ज है


चलो अब दूसरे घोटाले की बात करते है : 

Arvind Kejriwal never worked as Income Tax Commissioner, says IRS associationhttp://indiatoday.intoday.in/story/kejriwal-never-worked-as-i-t-commissioner-irs-association/1/326176.html …

केजरीवाल को IRS एसोशिएशन कि नसीहत, सोच समझकर दे बयान - See more at: http://nationalparivartan.com/SubCategoryDetails.aspx?Id=558#sthash.rroCiAIK.dpuf 



Contrary to Arvind's claim on Radio ads and TV bytes, he has never worked as IT Commissioner
.http://www.scribd.com/doc/186487191/IRS-Association-lambasts-Arvind-Kejriwal-Full-Letter …


Kejriwal predicts, AAP govt in Delhi will take oath on Dec 15
http://www.indiatvnews.com/politics/national/arvind-kejriwal-aa-govt-in-delhi-oath-on-dec-15-aap-ki-adalat--13023.html?page=3

IRS officers slam Kejriwal IRS officers slam Kejriwal
http://www.millenniumpost.in/NewsContent.aspx?NID=44775




* केजरीवाल का एक ओर झूठ

भ्रष्ट जो ढूंढन मै चला...भ्रष्ट न मिलिया कोए..... जो मैं ढूंढिया "आप" को इनसे भ्रष्ट न कोई


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देखा कितना ईमानदार है आपका केजरीवाल ?

भैया ये " झाड़ू " का चुनावी चिन्ह ही बहुत कुछ बताता है 



एक नजर इधर भी 


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Tuesday, November 19, 2013

धोखेबाज़ केजरीवाल को अन्ना हज़ारे का खत ( पाकिस्तान से चंदा ? )



धोखेबाज़ केजरीवाल को अन्ना हज़ारे का खत 


आतंकवादी से चंदा क्यू ? 
पाकिस्तान से आता था चंदा 
यकीन नहीं है तो पढ़िये पूरी पोस्ट ओर चंदे के साथ का संदेश 


Hajare Letter to Corrupt Fraud #AAP Arvind Kejriwal 


किशन बाबुराव हजारे (अन्ना)
K.B alias Anna Hazare 
दिनाँक : 17 नवम्बर 2013 
जन.10/2013-14
प्रिय अरविंद,
मैं कुछ समाचारों की वजह से चिंतित हूँ और मैं आपसे अपने मन की परेशानी बताना चाहता हूँ ! आप मेरे इस विचार ससे अच्छी तरह से परिचित है की, व्यवस्था परिवर्तन की शुरूआत लोकसभा से होती है विधानसभा से नही ! विधानसभा का नीतिनिर्धारण और व्यवस्था परिवर्तन में कोई रोल नही है ! मैं हमेशा कहता रहा हूँ कि, जब तक लोकसभा में अच्छे ईमानदार लोग नही जाएँगे तब तक लोकसभा में जनता के सवालों पर बातचीत हो नहीं सकती ! देश में बदलाव के जो अच्छे अच्छे कानून बनवाने है, वह नहीं बन सकेंगे और जब तक लोकसभा में पक्ष और पार्टियों के उम्मीदवार जाएँगे तब तक देश में लोकतन्त्र आएगा ही नही !
आपने राजनीतिक दल बनाया और दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया ये आपका फैसला है ! मेरा आपकी पार्टी से और दिल्ली विधानसभा सहित किसी भी विधानसभा चुनाव से कोई लेना देना नही है ! मुझे लगातार ये जानकारी मिल रही है कि, आपका सारा चुनाव अभियान इस तरह चलाया जा रहा है जिससे लगता है कि मेरा पूरा समर्थन आपके अभियान को है ! इतना ही नहीं चुनाव मे आपके द्वारा इकट्ठे किए पार्टी कोष के बारे में और मेरे बारे में भी सवाल उठे हैं ! जब की आप जानते हैं कि इस कोष से मेरा कोई सम्बन्ध ! 
जब रामलीला मैदान मे मेरा अनशन हुआ था, उस दौरान जो रूपये इकट्ठे हुए उनका क्या हुआ उसके बारे में कुछ पता नही, इसी तरह जन्तर-मन्तर पर भी कोष इकठ्ठा हुआ जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नही है ! लेकिन मेरा ये मानना है कि आंदोलन के नाम पर जो भी पैसे इकट्ठे होते हैं उन्हें आन्दोलन में ही खर्च करना चाहिए, चुनाव में नहीं!
अभी और एक चिंताजनक समाचार लेकर कुछ प्रतिनिधि मंडल मेरे पास आए कि आपने मेरे नाम का कोई कार्ड या सिम कार्ड बनाया है, जिससे भी कोष इकठ्ठा हुआ है ! मैने तो कभी इसके अनुमति ना आपको दी ना किसी और को दी ! सिम कार्ड पर मेरा नाम होने के कारण कोई न्यायालय में तो मुझे भी आरोपी बनाया जा सकता है ! कोई कारण न होते हुए न्यायालय मे आरोपी बनकर खड़ा होना मेरे लिए बहुत अपमान कारक बात है ! आप का चुनाव के लिए पैसा इकठ्ठा करना आपका मामला है, लेकिन आप के द्वारा मेरे नाम का उपयोग करना सही नही है ! आपने 29 दिसंबर को रामलीला मैदान पर जनलोकपाल बिल पारित करने का आश्वासन दिया है जिसे सिर्फ़ लोकसभा पास कर सकती है, यह दिल्ली विधानसभा या किसी विधानसभा के अधिकार क्षेत्र में ये नही आता !
सार्वजनिक जीवन में रहने वाले व्यक्ति को कोष के बारे मे बहुत सावधान रहना चाहिए !मैने अपने सारे जीवन मे इसी बात का ध्यान रखा है ! इसी कारण आज तक मेरे जीवन मे कोई दाग नही लगा है ! आपके हवाले से आनेवाली जानकारी मुझे परेशान कर रही है इसलिए मेरा आग्रह है कि अपने चुनाव प्रचार अभियान मे न मेरा नाम ले न ये प्रचारित करे कि मेरा किसी भी पार्टी से कोई रिश्ता है ! कोष इकट्ठा करने मे मेरे नाम के इस्तमाल करने के समाचार में अगर कोई सच्चाई है तो तत्काल मुझे सूचित करें ! 
मेरा मानना है कि इन सारी बातों में सच्चाई नही होगी ! पर चारो तरफ़ ये बाते फैली हुई है इसलिए आपसे सत्य जानने के लिए मै पत्र भेज रहा हूँ !
मुझे आपके उत्तर की प्रतीक्षा है !
धन्यवाद आपका 
कि.बा तथा अन्ना हजारे



ईमानदार अन्ना हजारे साहब ने प्रेस वार्ता करके घोटालेबाज आम आदमी पार्टी संयोजक अरविन्द केजरीवाल पर आन्दोलन के नाम पर की गई आर्थिक गड़बड़ी के गम्भीर आरोप लगाए हैं?


अन्ना जी ने कहा कि मैंने अरविन्द से पूछा है की आपने आन्दोलन के समय 20 रूपये का कोई अन्ना एस.एम.एस पैक बेचकर करोड़ों रूपये की उगाही की, लूट मचाई अगर कोई व्यक्ति उस मुद्दे को कोर्ट लेकर गया और उसने हिसाब माँगा तो मुझे भी कोर्ट में खड़ा होना पड़ेगा???

इसलिए मुझे आप के द्वारा की गई उस चोरी, धोखाधड़ी का हिसाब दो कि आपने ऐसा क्यों किया? आपको SMS कार्ड बेंचने से कितना आर्थिक लाभ हुआ ? उस लाभ की राशि कहाँ है, आप ने उस कालेधन का क्या किया आदि आदि ???

मित्रों अन्ना जी की इस प्रेस वार्ता के बाद अब #FarjiKejriwaal महाधोखेबाज का सच सामने आ गया है !

केजरीवाल साहब बड़े बुजुर्ग कहा करते थे कि जिस पुल से नदी पार करो उस पुल को कभी भूलना नही चाहिए "आप" धोकेबाज लोग तो अपने अन्ना रूपी पुल को तोड़ कर ही आगे चल दिए थे? अब भुग्तों धोखा देने का अंजाम ???

दूसरों को घोटालेबाज बताने वाले भ्रष्टाचारी बताने वाले फर्जिवाल साहब अब आप का घोटाला सामने आ गया है अन्ना के नाम पर #SMS घोटाला देश के साथ केजरीवाल ने कर दिया गड़बड़ झाला !


जागो भारतीयों जागो ऐसे धोखेबाजों से सावधान हो जाओ 




आतंकवादी से चंदा क्यू ? 
पाकिस्तान से आता था चंदा 
यकीन नहीं है तो यहाँ जाये 
केजरीवाल को पाकिस्तान के आतंकियो से मिल रहा है चंदा ?
http://covertwires.com/2013/11/17/islamists-in-pakistan-launch-online-donation-campaign-for-aam-aadmi-party/
The original photo posted by Qayyum showing him donating 45000 INR to AAP and inspiring others to donate and guiding the donation process
 

screenshot of the donation process by a man who works for Gulf Pakistan as seen from the screenshot, but a resident of India, has donated his two months’ salary for AAP. Qayyum (probably, his named is blurry), a 47 years old Indian, who loves to call himself Endian has donated INR 45,000 to AAP and taken the screenshots of form filling and then the payment process and then receiving the Transaction ID, inspires all the Pakistanis to donate at least INR 100 to AAP. And why does he sacrifice his two months’ salary to AAP? You can see his message at the remark box, مجھے یکین ہے کی آپ لوگ ہندوستان مے اسلامی ھقمت قیام کروگے
It means, “Mujhe Yakeen Hai Aaplog India Me Islami Huqumat Qayam Karogey (I am sure you guys will establish Islamic rule in India).


अन्ना को भी पता नहीं था इसके घोटाले के बारे मे पता चला तब अन्ना हज़ारे जी ने लिखा एक गुस्से से भरा खत 

ओर किसिने केजरीवाल के मुंह पर काली श्याही फेंकी 


ये देखो कौमवाद कैसे करता है केजरीवाल 
तभी तो पाकिस्तान से मिल रहा है बेसुमार चंदा 




आखिर सच क्या है ? 
धुवा उठा है तो जरूर काला है 
यकीनन ही गड़बड़ है 

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Monday, November 18, 2013

तस्वीरों मे सच्चाई ,हा हा हा (वीडियो भी देखे )

                                             * इस पोस्ट मे 
* कभी इस पर सोचा है आपने ?
* कौन बना रहा है " मामू " ?
* भोंकने का काम हमारा नहीं 
* कभी कभी डीफेक्टिव पीस भी आ जाता है 
* विचार करे 
* ये सच है 
* पप्पू की बेइज्जती ?
* असली आतंकवादी तो 'काँग्रेस" है
* अब ये वक़्त आ गया है 
* दोनों मे फर्क ये रहा 
* इसे कहते है सिक्सर
* ये दोनों को भी नहीं रोक सकता 
* आखिर मे मजेदार वीडियो 

कभी इस पर सोचा है आपने ? 



कौन बना रहा है " मामू " ?


भोंकने का काम हमारा नहीं 


कभी कभी डीफेक्टिव पीस भी आ जाता है 


विचार करे 
ये सच है 


पप्पू की बेइज्जती ? 

असली आतंकवादी तो 'काँग्रेस" है 

अब ये वक़्त आ गया है 


दोनों मे फर्क ये रहा 


इसे कहते है सिक्सर


ये दोनों को भी नहीं रोक सकता 

 * राहुल गांधी का जलवा
     थोड़ी देर रुक जाओ " राहुल बाबा " की स्पीच सुनकर जाओ



* जनता बेचारी क्या करे


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