" भैया, ढाई साल तो इस भ्रस्ट सरकार को हमे जेलनी ही पड़ेगी ? क्यों की यहाँ कोई ऐसा कानून नहीं है की जनता उसका इस्तेमाल कर सके और सरकार को वापस अपने घर भेज सके..ये लूट रहे है आम आदमी को बड़े ही इत्मनान से बिना कोई डर रखे ..न ही इन्हें गरीबों की चीखों की पड़ी है और न ही देशवासियों की परेशानियों की |"
" मिडिया का इस्तेमाल अब वो जनता का ब्रेन वाश करने में कर रहे है और सोनिया गाँधी अपने परिवार के साथ स्विट्जरलैंड में अपना काला धन जो स्विस बैंक में पड़ा है उसे सही जगह पे कोई मह्फूस जगह ढूंढ कर रखने गयी है क्या गजब का इतेफाक है जब देश में " बाबा रामदेव " और "अन्ना हजारे " ने काले धन का मुद्दा उठाया और जब देश आज इस मुद्दे को लेकर तकलीफ में है ..तभी सोनिया को स्विट्जरलैंड याद आया ..भैया आग होती है धुवा वही से निकलता है सोनिया का स्विट्जरलैंड दौरा ही साबित कर रहा है की "कालेधन" से जुड़े है गाँधी परिवार के तार ..बाबा सही थे और अब तो सोनिया के इस दौरे से जनता भी जान गयी है |"
" मेरे फेसबुक के एक मित्र ने बहुत ही अच्छा कहा था और किस तरह से हमारा धन सरकार अपने प्रचार के लिए कर रही है इस्तेमाल ये साफ़ भी किया था ..आपको देखना है ..हमारे ब्रेन वाश के लिए सरकार कितना धन बर्बाद कर रही है ..तो देखो ये रहा
|
क्या आप जानते है मात्र एक चैनल पर सरकार खुद के विज्ञापन का कितना खर्चा करती है ?
विज्ञापन दर -
एनडीटीवी - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 3,810/- (साधारण दिन)
आजतक - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 3,720/- (साधारण दिन)
स्टार न्यूज़ - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 2,490/- (साधारण दिन)
IBN7 - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 2,250/- (साधारण दिन)
भारत निर्माण विज्ञापन
समय = 90 क्षण (सेकेंड)
प्रतिदिन (average - slots / day) - 10 प्रतिदिन (min.)
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एनडीटीवी - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 3,810/- (साधारण दिन)
आजतक - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 3,720/- (साधारण दिन)
स्टार न्यूज़ - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 2,490/- (साधारण दिन)
IBN7 - प्रति 10 सेकेंड का रु॰ 2,250/- (साधारण दिन)
भारत निर्माण विज्ञापन
समय = 90 क्षण (सेकेंड)
प्रतिदिन (average - slots / day) - 10 प्रतिदिन (min.)
हर विज्ञापन की अनुमानित लागत -
90 X 2500/- = 2,25,000
90 X 2500/- = 2,25,000
प्रति चैनल पर प्रतिदिन विज्ञापन पर अनुमानित खर्चा
2,25,000.00 x 10 = 22,50,000.००
2,25,000.00 x 10 = 22,50,000.००
सोचो ये रकम एक दिन की है हैना कमाल और जनता के पैसों से जनता का ब्रेन वाश और खुद की पार्टी का प्रचार ...तो सोचो दोस्तों क्यों भला टी.वी वाले उनकी बात न माने जो रोज इतने रुपये उनको देता हो ..इसे कहते है " बकरा " .भैया ऐसे रोज के मस्त मोटे बकरे को कोई नाराज करता है क्या ? तो भला इनका क्या जाता है अगर इतने रुपये मिल रहे हो " बाबा रामदेव जी " और " अन्ना हजारे जी " को गलत बताने में | "
" अगर आपको कोई इतनी मोटी रकम रोज मिले तो आप मेरा कहेना मानोगे या फिर उस मोटी रकम देनेवाले का ...जाहिर है पैसा बड़ी चीज है ..जब तक इन मीडिया का जनता कुछ नहीं कर सकती ये ऐसे ही होता रहेगा ..मैंने अपने पिछले एक आलेख में भी लिखा था आपको याद है वो आलेख " कलम जहाँ बिकती है ".. याद हैना | "
" अगर ये आंकड़े सही है तो फिर देखो आज देश को किस तरह से लुटाकर हमे बेवकूफ बना रही है सरकार
इस ब्लॉग में ज्यादा पढ़े गए आलेख :
* " मीडिया , कलम जहाँ बिकती है | "
http://eksacchai.blogspot.com/2011/04/blog-post.html * रिश्वत .रिश्वत और बस्स रिश्वत |"
http://eksacchai.blogspot.com/2011/03/blog-post_16.html
kamaal hai!
ReplyDeleteयह सच है. इस वक्त अपनी भ्रष्ट सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस करोड़ों-करोड़ रु. खर्च रही है. इतने पैसे से तो किसी एक बड़े राज्य का कायाकल्प हो जाय. दलाल मीडिया इसका जमकर फायदा उठा रही है.
ReplyDeleteढाई साल ? लेकिन क्यो ? अजी जनता अगर बाबा राम देव या अन्ना के संग आज भी खडी हो जाये तो यह सरकार दो दिन से भी कम समय मे गिर जाये... लेकिन भारत की जनता मे दम नही, इसी लिये हम सेंकडो साल गुलाम रहे हे.... तख्ता तो जनता ही बद देती हे, ओर चोर नेताओ को सडक पर घसीट घसीट कर मारती हे
ReplyDelete" किरण सर , आप की बात में दम है की अगर इतना पैसा अगर किसी राज्य के पीछे खर्च करे तो उस राज्य का काया पलट हो जायेगा ..सहेमत हु आप से सर
ReplyDelete" ये सोई हुई जनता को जगाना इतना आसन नहीं है सर ..मगर धीरे धीरे जागेगी जरूर ..और रस्ते में घसीटकर नहीं मगर इन हरामी नेतओं के घर में घुश कर मारेगी मगर इस वक़्त ये सरकार इतने सब कुछ होने के बावजूद भी हटने का नाम नहीं ले रही है ..और सरकारी माध्यम से लेकर मीडिया का कर रही है दुरुपयोग ..यही है सच्चाई |"
ReplyDeleteइसी बात का तो रोना है,
ReplyDeleteजो था रहवर वहीं रकीव हो गया।
हाय रे भारती, कैसा तेरा नसीब हो गया।।
कब ये जनता कुम्भकर्णी नींद से जागेगी, हे भगवान इनको साद बुधि दो कुछ ताकि राष्ट्र का भला हो सके !
ReplyDeleteदेश की भलाई के लिए सभी लोगों को एकता कायम करना आवश्यक है वरना इसी तरह से हमारा देश लुटता नज़र आयेगा! आपने बहुत सुन्दरता से सच्चाई को शब्दों में पिरोया है! मुझे तो आश्चर्य लगा पढ़कर कि सरकार विज्ञापन के लिए इतनी मोटी रकम खर्च करते हैं! अब तो जागरूकता की ज़रुरत है!
ReplyDeleteअरुण साथी सर, क्या बात कहे दी आपने बहुत ही सही और सच्चाई से भरी |"
ReplyDeleteक्रन्तिकारी सर ,ये जनता जागेगी मगर हम जो जगे हुवे है उन सबने मिलकर हर देश वासी के कानो पर ये सच्चाई बयां करनी पड़ेगी
ReplyDeleteहां बबली जी यही सच्चाई है इस देश की और ..आप से सहेमत हु की हम सबको मिलकर ऐसे लुटेरों को भगाना पड़ेगा ...
ReplyDeleteतोहमतें आएंगी नादिरशाह पर
ReplyDeleteआप दिल्ली रोज़ ही लूटा करो !
चोरों का सरदार -सिंह फिर भी ईमानदार
उतिष्ठकौन्तेय की अलख जगाते रहिये - कभी तो यह सोया समाज जागेगा.... साधुवाद श्रेष्ट लेख के लिए
..उतिष्ठ कौन्तेय
आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
ReplyDeleteकृपया पधारें
चर्चा मंच{16-6-2011}
श्रीमान आपने अभी प्रिंट मिडिया और रेडियो पर आने वाले विज्ञापनों को नहीं जोड़ा है. अभी आंकड़ा और भी है.
ReplyDeleteकोई रास्ता भी तो सुझाओ यारो
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