आईपीएस संजीव भट्ट का इरादा गुजरात सरकार को बदनाम करने का था : मेट्रोपोलिन मेजिस्ट्रेट गनात्रा
एक महत्वपूर्ण फैसला ओर खुली हो गई मोदी के खिलाफ साजिश
संजीव भट्ट नीकला झूठा
जाकिया जाफरी को झटका
मगर कानून के रखवाले संजीव भट्ट ने बहुत ही बड़ा झूठ बोला था
वो झूठ क्या था पढ़िये ...आज की बिकाऊ मीडिया ये खबर आपको नहीं दिखाएगी
बुधवार 5/09/13 कोर्ट का फैसला
" आज SIT कमिटी के एडवोकेट आर एष जमुयारे अपनी दलील कर रहे थे तब फैसला सुनाते वक़्त गनात्रा ने कहा की संजीव भट्ट का इरादा गुजरात सरकार को बदनाम करने का ही था |"
* जाकिया जाफरी की अर्जी क्या थी ?
" जाकिया जाफरी ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी एवं दूसरे पदाधिकारियों को SIT ने जो क्लीन चिट दी है उस रिपोर्ट के खिलाफ अर्जी की थी |"
* SIT ने क्या कहा ?
" अर्जी की जब सुनवाई हो रही थी तब SIT ने कहा की आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट के द्वारा दिये गए सभी सबूत नकली थे ओर उनका इरादा गुजरात सरकार को बदनाम करने का था
* संजीव भट्ट ने क्या कहा था ओर उसका दावा क्या था ?
" संजीव भट्ट ने ऐसा दावा किया था की उन्होने IB के अधिकारी तौर पर मुख्यमंत्री कचेरी को दंगो की जानकारी भेजी थी मगर जब SIT ने इस बात की तपास की तो पता चला की उन मुद्दो मे से कई मुद्दे बनावटी है नकली है
* सबसे बड़ा नकली मुद्दा
" SIT के सामने जब संजीव भट्ट के द्वारा मुख्यमंत्री कचेरी को भेजे गए संदेशो की जांच हुई तब एक गंभीर बात सामने आई ओर वो थी की " ऊपरी अधिकारी जी सी रायगर ओर ओ पी माथुर के बहुत ही छोटे हस्ताक्षर थे जब उनको इस हस्ताक्षर के बारे मे पूछा गया तो ये दोनों अधिकारियों ने बताया की ये हस्ताक्षर उनके नहीं है बल्कि बनावटी है | "
* जमुयार ने क्या कहा ?
" कोर्ट को SIT के वकील ने साफ कहा की अगर संजीव भट्ट सही थे तो हादसे के 7 साल बाद वो जनता के सामने क्यू आए ? ये सब बाते साफ कर रही है की संजीव भट्ट का इरादा मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने का ही था |"
पिछली पोस्ट भी पढ़िये
:::::
:::
चलिये सच्चाई तो सामने आई।
ReplyDelete