सैनिको के शहीद होने पर जो राहत के पैसे उसके परिवार को दिये जाते है वो पैसे उसी सैनिक के ही होते है
"रिस्क फंड " नाम से हर महीने पैसा काटा जाता है
पाकिस्तान के द्वारा सैनिको के सर काटने पर भी सरकार इस लिए चूप बैठी थी शायद
शहीदो की लाशों के ढेर पर भी सरकार खेल रही है राजनीति
विस्तार से पढ़िये अब
एक सैनिक की तनख्वाह की पर्ची देखी ... उसमे देखा
की 460 रूपए "रिस्क फण्ड
" के लिए काटे गए है ..... पूछने पर पता चला की हर सैनिक की तन्खवाह से हर
महीने 460 रूपए काटे जाते है ताकि
जब सैनिक युद्ध में घायल हो या मर जाये तो उसके परिवार को राहत के पैसे दिए जा सके… हर महीने रूपए का मतलब है की साल के 5,520 रूपए … करोडो रुपयों का घोटाला करने वाली सरकार के पास क्या
इतने भी पैसे नहीं है देश पर मर मिटने वाले सैनिक को सरकारी खाते से राहत की राशि
दे सके?... यानी यदि कोई सैनिक 40 साल देश की रक्षा करता है तो उसकी जेब से सरकार ने 2,20,800 रूपए चोरी कर लिए ....
कॉंग्रेस जनता को गुमराह करके करोड़ो के घोटाले कर रही है ओर देश की सुरक्षा जो सैनिक करता है उसके घायल होने पर या शहीद होने पर सरकार जो ज़ोर शोर से प्रचार करके राहत के पैसे उस परिवार को देती है वो पैसे उसी सैनिक के ही होते है ..... कितना बड़ा झूठ बोल रही है सरकार की राहत का पैसा सरकार दे रही है
ऐसी झूठी सरकार के लिए जनता के मुंह से गाली ना निकले तो क्या आरती निकले जो सरकार अपने अपराधी मंत्रियो के लिए करोड़ो रुपये जो जनता के होते है वो खर्च कर सकती वो भला इन वीर शहीदो के लिए क्यू कुछ नहीं करती है ?
इसे बात को अगर समजे तो यकीनन ही सरकार शहीद सैनिको के साथ उनके परिवार के साथ मज़ाक उड़ा रही है
from : जितेंद्र प्रताप सिंह
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yeh risk fund sansadon (All M.P.) tatha Ministers ke vetan se Bhee kaate jane chahiye.
ReplyDeleteRishiraj Tiwari