" नरेंद्र मोदी को लोग गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप मे ही जानते है ,करोड़ो लोगो के दिल मे बैठे है नरेंद्र मोदी मगर क्या आप जानते है की गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल मे कौन बैठा है ? सायद नहीं ....और वैसे भी गुजरात और गुजरात के चुनाव आते ही राजकोट का महत्व बढ़ जाता है और विरोधी भी राजकोट को नरेंद्र मोदी का गढ़ कहेकर बुलाते है ऐसा क्या है राजकोट मे जो नरेंद्र मोदी मणिनगर से चुनाव लड़ते हुवे भी राजकोट को ही उनके विरोधी कहेते है उनका गढ़ ...आइये जानते है वो रहस्य को आज ..........|"
* नरेंद्र मोदी लोगो के दिल मे, राजकोट मोदी के दिल मे
" नरेंद्र मोदी को जब कोई जानता नहीं था तो आखिर ऐसा क्या हुवा था की आज भी नरेंद्र मोदी "राजकोट "को अपने दिल मे एक खास जगह दिये बैठे है, इस बात की चर्चा भी बहुत ही रोचक है मित्रो तो फिर चलो चलते है बीते दिनों की ओर और जानते है वो "पल" को जिस "पल" को आज भी नरेंद्र मोदी भुला नहीं पा रहे है | "
*धर्म प्रिय राजकोट के फैसले को जानिए
" राजकोट को करीब से जानना जरूरी है मित्रो ,बरसो पहले इन्दिरा गांधी ने अपने इंटरवीव मे कहा था की "प्लेन की खिड़की से आप नीचे देखो ओर जिस शहेर की हर गलिया "गाय माता " से भरी नजर आए तो समज लेना की "राजकोट" आ गया |"........ जी हाँ ये नजारा आज भी आपको राजकोट मे देखने को मिलेगा जिसकी हर गली मे आज भी आपको "गाय माता " ओर हनुमान जी के मदिर नजर आते है ओर ऐसी धर्म प्रिय और शांति प्रिय जनता ने जब भी कोई राजनैतिक फैसला दिया है तो वो गुजरात के लिए हर वक़्त फायदे मंद ही साबित हुवा है ऐसा ही एक फैसला दिया था राजकोट की जनता ने | "
* हीरे की परख झवेरी करता है
" ये बोल थे गुजरात के "वर्तमान वित्तमंत्री" श्री वजूभाई वाला "के जो राजकोट से है ओर वो ये बात तब से दोहराते थे जब वो मामूली "कोर्पोरेटर " थे ,बाद मे शहर के "मेयर" भी बने ओर आज वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की ओर बढ़ रहे है किसी भी एक राज्य के सबसे अधिक बार वित्त मंत्री बनने के लिए |"
* मोदी नहीं भूले राजकोट का साथ
" अटल बिहारी बाजपाई ने जब नरेंद्र मोदी को गुजरात भेजा तब गुजरात के हालत बहुत ही खराब थे ओर मोदी जी को केंद्र के अलावा ओर कोई जानता भी नहीं था ,जनता भी नहीं जानती थी इस बेहतरीन नेता को ऐसे मे उनके लिए गुजरात विधानसभा की सीट कौन खाली करेगा भाई ? और ये सच है की तब कोई भी गुजरात का नेता मोदी जी के लिए सीट खाली करने को तैयार नहीं था आखिरकार "वजूभाई वाला" ने अपनी राजकोट की सीट खाली कर दी ये कहते हुवे की "हीरे की परख तो झवेरी ही करता है ओर मेरी राजकोट की जनता तो झवेरी है ओर फिर इतिहास गवाह है की मोदी जी ने गुजरात को बंजर से नंबर 1 बना दिया | "
* राजकोट मे आकर मोदी खिलते ही है
" राहुल गांधी तो आंतरराष्ट्री नेता है वो चाहे तो इटली से भी चुनाव लड़ सकते है | "ये विधान था कई महीने शांत बैठे नरेंद्र मोदी का राजकोट की धरती पर अपनी "विवेकानंद यात्रा" के दौरान ओर कॉंग्रेस भी जानती है ये सत्य की राजकोट का महत्व चुनावी फैसले मे बहुत ही होता है इसीलिए तो सोनिया गांधी ने भी अपनी पहली सभा के लिए इस बार भी राजकोट को ही चुना क्यू की वो जानती है की जब जब राजकोट की जनता ने बदलाव किया है तब तब उस बदलाव की असर "गांधीनगर से लेकर दिल्ली तक" हुई है ,राजकोट की जनता से ओर राजकोट से करीबी नाता कई नामी हस्तियो का रहा है ओर उनमे से एक है " श्री अटल बिहारी बाजपाई जी "|"
* ये दिन तो ऐतिहासिक बन गया भाई
" 26 फरवरी 2002 का दिन कॉंग्रेस कभी नहीं भूलेगी ओर ना ही कॉंग्रेस राजकोट की जनता को भी भूल पाएगी क्यू की नरेंद्र मोदी पहली बार गुजरात की धरती से चुनाव लड़ रहे थे ओर वो भी राजकोट से ओर फैसले का दिन था 26 फरवरी 2002 राजकोट की जनता ने सच मे परख लिया वो असली हीरा ओर लगा दी मुहर नरेंद्र मोदी के नाम पर |
* राजकोट का फैसला सही साबित हुवा देश के लिए
" राजकोट की जनता ने चुने हुवे कोहिनूर ने गुजरात की शान इस कदर बढ़ा दी की "विश्व बैंक,चीन ,जापान,ब्रिटन,पाकिस्तान भी फिदा हो गए मोदी जी पर विश्व की बड़ी बड़ी कंपनिया गुजरात मे आने के लिए बेताब बन गयी है ... याद रहे नर्मदा के बांध पर आपको कुछ ही दिनों मे देखने को मिलेगा विश्व का सबसे ऊंचा ओर भारत के लोखंडी पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का स्टेचू |"
* दो महान विभूतियों की असर मोदी जी पर
" मोदी जी को अगर देखा जाए तो एक बात साफ नजर आती है की वे " स्वामी विवेकानंद ओर सरदार वल्लभभाई पटेल" से प्रभावित है ,विवेकानद जी ( विकाश ) ओर सरदार वल्लभ भाई पटेल ( कडक फैसले ) की झलक ही आपको साफ नजर आएगी मोदी मे | "
शुक्रिया राजकोट .....शुक्रिया 26 फरवरी 2002 के दिन आप सब की ओर से दिये गए बेहतरीन फैसले लिए
शुक्रिया, तुम सब सच मे झवेरी निकले ओर देश को ऐसा नेता दिया जिस पर आज देशवासियो की उम्मीदे है
एक बार फिर से कहेता हु " शुक्रिया राजकोट "
मैंने कहा शुक्रिया राजकोट ....क्या आप नहीं कहोगे शुक्रिया राजकोट ?
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* नरेंद्र मोदी लोगो के दिल मे, राजकोट मोदी के दिल मे
" नरेंद्र मोदी को जब कोई जानता नहीं था तो आखिर ऐसा क्या हुवा था की आज भी नरेंद्र मोदी "राजकोट "को अपने दिल मे एक खास जगह दिये बैठे है, इस बात की चर्चा भी बहुत ही रोचक है मित्रो तो फिर चलो चलते है बीते दिनों की ओर और जानते है वो "पल" को जिस "पल" को आज भी नरेंद्र मोदी भुला नहीं पा रहे है | "
*धर्म प्रिय राजकोट के फैसले को जानिए
" राजकोट को करीब से जानना जरूरी है मित्रो ,बरसो पहले इन्दिरा गांधी ने अपने इंटरवीव मे कहा था की "प्लेन की खिड़की से आप नीचे देखो ओर जिस शहेर की हर गलिया "गाय माता " से भरी नजर आए तो समज लेना की "राजकोट" आ गया |"........ जी हाँ ये नजारा आज भी आपको राजकोट मे देखने को मिलेगा जिसकी हर गली मे आज भी आपको "गाय माता " ओर हनुमान जी के मदिर नजर आते है ओर ऐसी धर्म प्रिय और शांति प्रिय जनता ने जब भी कोई राजनैतिक फैसला दिया है तो वो गुजरात के लिए हर वक़्त फायदे मंद ही साबित हुवा है ऐसा ही एक फैसला दिया था राजकोट की जनता ने | "
* हीरे की परख झवेरी करता है
" ये बोल थे गुजरात के "वर्तमान वित्तमंत्री" श्री वजूभाई वाला "के जो राजकोट से है ओर वो ये बात तब से दोहराते थे जब वो मामूली "कोर्पोरेटर " थे ,बाद मे शहर के "मेयर" भी बने ओर आज वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की ओर बढ़ रहे है किसी भी एक राज्य के सबसे अधिक बार वित्त मंत्री बनने के लिए |"
* मोदी नहीं भूले राजकोट का साथ
" अटल बिहारी बाजपाई ने जब नरेंद्र मोदी को गुजरात भेजा तब गुजरात के हालत बहुत ही खराब थे ओर मोदी जी को केंद्र के अलावा ओर कोई जानता भी नहीं था ,जनता भी नहीं जानती थी इस बेहतरीन नेता को ऐसे मे उनके लिए गुजरात विधानसभा की सीट कौन खाली करेगा भाई ? और ये सच है की तब कोई भी गुजरात का नेता मोदी जी के लिए सीट खाली करने को तैयार नहीं था आखिरकार "वजूभाई वाला" ने अपनी राजकोट की सीट खाली कर दी ये कहते हुवे की "हीरे की परख तो झवेरी ही करता है ओर मेरी राजकोट की जनता तो झवेरी है ओर फिर इतिहास गवाह है की मोदी जी ने गुजरात को बंजर से नंबर 1 बना दिया | "
* राजकोट मे आकर मोदी खिलते ही है
" राहुल गांधी तो आंतरराष्ट्री नेता है वो चाहे तो इटली से भी चुनाव लड़ सकते है | "ये विधान था कई महीने शांत बैठे नरेंद्र मोदी का राजकोट की धरती पर अपनी "विवेकानंद यात्रा" के दौरान ओर कॉंग्रेस भी जानती है ये सत्य की राजकोट का महत्व चुनावी फैसले मे बहुत ही होता है इसीलिए तो सोनिया गांधी ने भी अपनी पहली सभा के लिए इस बार भी राजकोट को ही चुना क्यू की वो जानती है की जब जब राजकोट की जनता ने बदलाव किया है तब तब उस बदलाव की असर "गांधीनगर से लेकर दिल्ली तक" हुई है ,राजकोट की जनता से ओर राजकोट से करीबी नाता कई नामी हस्तियो का रहा है ओर उनमे से एक है " श्री अटल बिहारी बाजपाई जी "|"
* ये दिन तो ऐतिहासिक बन गया भाई
" 26 फरवरी 2002 का दिन कॉंग्रेस कभी नहीं भूलेगी ओर ना ही कॉंग्रेस राजकोट की जनता को भी भूल पाएगी क्यू की नरेंद्र मोदी पहली बार गुजरात की धरती से चुनाव लड़ रहे थे ओर वो भी राजकोट से ओर फैसले का दिन था 26 फरवरी 2002 राजकोट की जनता ने सच मे परख लिया वो असली हीरा ओर लगा दी मुहर नरेंद्र मोदी के नाम पर |
* राजकोट का फैसला सही साबित हुवा देश के लिए
" राजकोट की जनता ने चुने हुवे कोहिनूर ने गुजरात की शान इस कदर बढ़ा दी की "विश्व बैंक,चीन ,जापान,ब्रिटन,पाकिस्तान भी फिदा हो गए मोदी जी पर विश्व की बड़ी बड़ी कंपनिया गुजरात मे आने के लिए बेताब बन गयी है ... याद रहे नर्मदा के बांध पर आपको कुछ ही दिनों मे देखने को मिलेगा विश्व का सबसे ऊंचा ओर भारत के लोखंडी पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का स्टेचू |"
* दो महान विभूतियों की असर मोदी जी पर
" मोदी जी को अगर देखा जाए तो एक बात साफ नजर आती है की वे " स्वामी विवेकानंद ओर सरदार वल्लभभाई पटेल" से प्रभावित है ,विवेकानद जी ( विकाश ) ओर सरदार वल्लभ भाई पटेल ( कडक फैसले ) की झलक ही आपको साफ नजर आएगी मोदी मे | "
शुक्रिया राजकोट .....शुक्रिया 26 फरवरी 2002 के दिन आप सब की ओर से दिये गए बेहतरीन फैसले लिए
शुक्रिया, तुम सब सच मे झवेरी निकले ओर देश को ऐसा नेता दिया जिस पर आज देशवासियो की उम्मीदे है
एक बार फिर से कहेता हु " शुक्रिया राजकोट "
मैंने कहा शुक्रिया राजकोट ....क्या आप नहीं कहोगे शुक्रिया राजकोट ?
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aapne bahut acchhi jankari di modi ab rajkot nahi gujrat nahi ab we bharat ke neta hai jiska intjar bharat kar raha hai.
ReplyDeleteसही कहा आपने आज पूरा देश इंतज़ार कर रहा है
Deleteaaj pura desh modije ka intjaar kar raha hai
Deleteसच कहा मनीष जी
Deleteनई जानकारी है.
ReplyDeleteसोचा इस जानकारी को भी सभी दोस्तो से शेयर करूँ
Deleteबढ़िया है |
ReplyDeleteआभार सुन्दर -
प्रस्तुति के लिए ||
रविकर साहब तहे दिल से शुक्रिया आपका
Deleteबहुत सुन्दर
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