" बोला था इसको की पंगा मत ले ..मत ले पंगा , मगर मानेगा तब ना ..अब ले भुगत | " आग बबूले कांग्रेसी ..महामहिम को डांट रहे थे " उप्पर से वो तिहाड़ में बैठा मौज कर रहा है ..माल खाया उसने ज्यादा और मर रहे है हम |"..तभी एक कांग्रेसी "गाँधी टोपी" पहन कर आया ..और उसको देखते ही ये महाशय और भी आग बबूले हो गए " उतार.. उतार इसको |".."मगर ये तो हमारी कांग्रेस की पहेचान है |"..." तेल लेने गयी तेरी पहेचान , इस टोपी को देखकर लगता है की वापस "अन्ना हजारे "अब यहाँ पर भी आ गए ..उतार इसको ..हटा हटा ये टोपी हटा रे , अपनी पूरी लाइफ में भ्रस्ताचार किया मगर कभी डर नहीं लगा उल्टा हमसे ही जनता डरती थी ...मगर गाँधी टोपी पहनकर एक बुजुर्ग आया और जनता के सामने हमारी पतलून भी गीली हो गयी ..तू हटा रे ..फेंक इस टोपी को बहार फेंक |"..अपने सर से टोपी निकालकर दुसरे कांग्रेसी ने खिड़की के बहार फेंक दी |"
" ए ,कबूतर " महामहिम ने ढाई साल में पहली बार मुहं खोला " तुने बबुल के कांटे ही बोये है तो फिर गुलाब कहाँ से आएगा ..अरे क्या सोच के मै महामहिम बना था ? देश को सुपरपावर बनाऊंगा ..तरक्की के पथ पर ले जाऊंगा मगर आप सब के साथ से उल्टा हो गया और भारत देश भ्रस्टाचारी देश बन गया ..और यही वजह है की आज "अन्ना हजारे" हमारे पीछे डंडा लेकर पड़ा है अरे उसने तो मेरी कुर्सी के निचे " जन लोकपाल " नामका बोम्ब रख दिया है जो कभी भी फट सकता है ..जनता ने हमारी अर्थी की तैयारी तो कर दी है ..मगर आज पता चला की " गाँधी टोपी " बहुत ही खतरनाक होती है ..५ रुपये में मिलने वाली ये टोपी ने कमाल कर दिया , हमने जो भूसा लोगों के दिमाग में भरा था जो ६५ साल की महेनत थी हमारी उसको ५ मिनिट में साफ़ कर दिया और जनता हमारी सुरक्षा हटे इसी का इंतज़ार कर रही है की कब हम भी जनता के बिच में जाये ताकि वो हमें तबियत से पीट सके |"
" तभी खिड़की से बहार मिली टोपी पहेनकर पप्पू अन्दर आया " सर ,चाय चाहिए या कोफ़ी |".. "जहर दे दे " ..." नहीं सर ..जहर भला मै क्यों दू ? क्यों की आप तो वैसे ही "अन्ना हजारे जी" के डर से मरनेवाले है |"..जबान लडाता है ,जानता है मै कौन हु ? ".." पता है पता है तू कौन है ... तू तो सडा हुवा वो प्याज है जो सिर्फ बास मारता है ..और सुन मुझे ये मत कहेना की ये टोपी फेंक दे ..क्यों ..बड़ी मुस्किल से आज समज में आई है इस टोपी की कीमत " कहेकर पप्पू चला गया | "
" ये छोकरा सच कहे रहा है " महा महिम बोले " ये एक अन्ना हजारे जी की वजह से हमारी हालत क्या हुई है ये इस विडियो में खुद ही देख लो ..कहेकर महा महिम ने ...निचे दिया गया विडियो प्ले किया .............. | "
सुक्रिया : tv9
इस ब्लॉग में पढ़ने लायक और भी लिंक्स :
अकल के मोटे ..दिमाग के लोटे : पप्पू धमाल (व्यंग )
बहुत सुंदर जी इसे फ़ेस बुक पर भी डाले, मै आप के ब्लाग का लिंक फ़ेस बुक कर डाल रहा हुं..
ReplyDelete" raj sir , aapka tahe dil se sukriya muje khushi hui ki aapne muje sahyog diya "
ReplyDeletebahut hi badhiya
ReplyDeletesundar post
हा हा हा...
ReplyDeleteगज़ब का वीडियो व गज़ब की पोस्ट भाई साहब...
हंसी रूकती ही नही...
एक बात और, विषय से हटकर| सोचा आज कह दूं|
ReplyDeleteआपकी इस प्रोफाइल पिक में आप बिलकुल सिंघम के अजय देवगन उर्फ़ बाजीराव सिंघम दिखाई देते हैं| मैंने अपने कई दोस्तों से इसकी पुष्टि करवाई, वे भी मुहसे सहमत हैं|
" हा हा हा दिवास सर ...अब शायद यही वक़्त आ गया है की " बाजीराव सिंधम " बनना पड़े ... | "
ReplyDeleteबहुत खूब गाँधी टोपी की ताकत जबरदस्त है .
ReplyDeleteबढ़िया व्यंग्य....
ReplyDelete'महामहिम' शब्द मन्नू भईया के लिए इस्तेमाल हुआ है क्या...?
श्री कृष्ण जी हमें भी प्रिय है और हम भी उनका आदर करते हैं। उन्हें आदर देने
ReplyDeleteकी रीति में अंतर मिल सकता है। जैसे कि हिंदू कहलाने वाले भाई अपने माता पिता
को आदर देने के लिए उनके पैर छूते हैं लेकिन मुस्लिम कहलाने वाले भाई उनके पैर
नहीं छूते लेकिन दिल से अपने माता पिता का आदर दोनों ही करते हैं।
यह भी एक अनोखा मंज़र है जबकि सभी हिंदी ब्लॉगर्स जन्माष्टमी मिलकर मना रहे हैं
*‘ब्लॉगर्स मीट वीकली 5‘*में।
आप भी इसके साक्षी बन सकते हैं और आप इसमें शामिल भी हो सकते हैं। यहां आपको
जन्माष्टमी के संबंध में सभी के बहुत से लेख भी मिलेंगे।
sabhi ko janm ashtami ki badhaai .
ReplyDeletePura pad nahi paya, fir aunga...
ReplyDeletebahut badhiya...
ReplyDeleteयह व्यंग्य नही आज की सच्चाई है। आभार।
ReplyDeletebhai saheb,esi rachanayen chhapani hai to pet dard thik karane wali goli ka naa bhi sath likh diya karo,padhkar goli kharid kar kha liya karengen.sadhuwad.
ReplyDeleteहा हा हा ...जोगी जी ,आगे से पेट दर्द की गोली का भी नाम लिखा करेंगे ..मजा आया आपकी कमेन्ट पढ़कर .. "
ReplyDelete" आनेवाली पोस्ट को जरूर पढ़े क्यों की आनेवाली पोस्ट इस से भी बेहतरीन है ..ये मै दावे के साथ कहेता हु जिसे पढ़कर आप भी कहेंगे ..वाह ! "
एक दम सच्ची बात. लेकिन पूर्ण परिवर्तन के लिये सत्ता की कुंजी हाथ में होना आवश्यक है. २०१४..
ReplyDeleteसार्थक प्रस्तुति, आभार
ReplyDeleteकृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें.
बहुत सुन्दर , सशक्त खूबसूरत प्रस्तुति .
ReplyDeleteWow good website, thank you.
ReplyDeleteAshavari By Dr.Pratibha Ray
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