Tuesday, August 9, 2011
"ओबामा, ये फ्री वाली आइटम रखो यार"- व्यंग
" भैया , अब अमेरिका को सिर्फ और सिर्फ तीन लोग ही बचा सकते है | " पांडु ने जुते पर ब्रश फेरते कहा " हमारी तो कुछ समज में ही नहीं आ रहा की आखिर अमेरिका दिवालिया कैसे बन गया ? " मांगीलाल ने बीडी जलाते हुवे कहा " आखिर ऐसी क्या नौबत आ गई दुनिया के कोतवाल को भाई ? " उस पर पान पर कत्था लगाते लगाते सज्जनपुर नामक छोटे से गाँव के रमेश ने कहा " अखबार नहीं पढ़ते हो क्या ? आज ही आया है की अमरीका का कुछ रेटिंग बेटिंग गिर गया है बाकि तो अपने पल्ले नहीं पड़ रहा है मग़र ये बात समज रहे है की अमरीका पर आर्थिक संकट आया है | " पांडु ने किवी पालिश की डिब्बी को खोलते हुए कहा " वही तो कहे रहे थे हम की ये आर्थिक संकट में से अब अमरीका को सिर्फ तीन लोग ही बचा सकते है ..पता है कौन है ये लोग ...? मग़र ये ओबामा को कौन बताएगा की यही तीन आदमी उसके काम के है | "
" किस की बात कर रहा है , पांडु तु ? " बीडी का लम्बा कस लेते मांगीलाल ने कहा " अरे अपने सुरेश कलमाड़ी , राजा , शरद पवार यही लोग अब अमरीका को बचा सकते है यार , जरा सोचो ये तीन लोगों ने जब देश को इतना लुटा और कालाधन स्विस बैंक में जमा किया और स्वित्ज़रलैंड को मजबूत किया तो भला अगर ये लोगों को अमरीका साथ दे और सिर्फ भारत के नेताओं को स्विस बैंक जैसी सवलते दे, तो क्या अमरीका भी आर्थिक रित से मजबूत नहीं हो सकेगा ? मजाल है किसी की के फिर कोई अमेरिका को इस तरह पैसों के लिए तरसाए और उसका वो क्या कहते है रेटिंग गिरे ... फिर कोई कहे ही नहीं सकता की दिवालिया है अमेरिका ..अरे मै तो कहेता हु की अमेरिका ने सपने में भी नहीं सोचा होगा उतना पैसा चंद घंटों में जमा हो जायेगा ..और कोर्ट कचहरी का टेंशन नहीं है ना ..क्यों की भारत के नेताओं को घोटाला करके पैसे जमा करने का याद रहेता है मग़र जब कोर्ट कुछ पुछती है तो वही वो " टी वी " पर दिखाए जाने वाले इश्तिहार के जैसे " मै कौन हु ...कहा हु " वाली बीमारी लग भी जाती है ..है ना कमाल की बीमारी जिस से कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता ...भाई मै तो कहेता हु की अब ओबामा को अमरीका में सिर्फ और सिर्फ भारत के नेताओं के कालेधन को छुपानेवाली एक मस्त बैंक को तुरंत खोल देना चाहिए और तुरंत ही भारत के तमाम नेताओं का समपर्क करना चाहिए की भाई हमारे यहाँ आपका कालाधन छुपाओ और हमारे देश को मजबूत करो ... | "
" पांडु तेरी बात में दम है यार ... " अपनी धोती को सँभालते हुवे मांगीलाल ने कहा " मग़र ये बात ओबामा के खोपड़ी में घुसायेगा कौन ? और क्या सिर्फ ये तीन लोग ही काफी है क्या ? " पान देते हुवे रमेश ने कहा " अरे कौन कहेता है की सिर्फ ये तीन लोग ही जायेंगे ..अरे ये तीन लोगों के साथ और एक को फ्री में अमरीका को सारे देशवासी देंगे ...वो क्या कहते है ..तीन खरीदो ..और एक फ्री में पाओ | " .." अब वो फ्रीवाला कौन है भाई ? " पान चबाते हुवे मांगीलाल ने कहा ... " ही ही ही , नहीं समजे क्या ? अरे वही जिस से सारा देश छुटकारा पाना चाहता है ...दिग्विजय , देश के इस बोलते पोपट की शायद अब जरूरत अमरीका को है अब ..इसको अगर फ्री में देंगे तो भारतवासी चैन से जी तो सकेंगे |" उस पर गाँव की गाय , भेंश की निगरानी करनेवाले अनपढ़ रामलाल ने बिचमे ही अपने मुंह में तम्बाकू रख कर कहा " आपकी हर बात मंजूर भी कर देंगे अमरीकावाले मग़र जैसे ही उन्हें पता चलेगा आपके फ्रीवाले आइटम के बारे में तो उसका नाम सुनते ही वो कहेंगे की " इस पोपट को सँभालने की ताकत हम में नहीं है ..इसे आप ही जेलते रहिये ...हम पर क्या कम मुसीबत है जो एक और मुसीबत को गले लगाये | " कहते उसने गाय भेंश की और देखकर कहा " ही " और चल दिया
देखो कैसे भारत के नेता बिनती कर रहे है ..एक बैंक खोलो ना ..हम से जीतनी भी मदद हो सकेगी उतनी हम करेंगे ...दिन रात भारतवासियों को लुटकर भी आपके द्वारा चालू होनेवाली नयी बैंक में काले धन का ढेर लगा देंगे ..यकीन ना आये तो स्विस बैंक वालों से पूछकर देखो वो आपको बताएँगे हमारा कमाल |
ध्यान दे : इस कथा को सिर्फ हसने के लिए इस्तेमाल करे ..कहते है हसना सेहत के लिए अच्छा होता है..इस कथा
को कोई दिल पर ना ले ..और सिर्फ हस्ते रहो यार ..... |
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हा हा!! तिहाड़ का वो वाला सैल ही अमरीका शिफ्ट कर देते हैं, संभाल देंगे उनकी स्थितियाँ....
ReplyDeleteक्या मस्त बात कही सर ...ना रहेगा बांस ..ना बजेगी बांसुरी ..ही ही ही
ReplyDeleteहा हा ...
ReplyDeleteसही कह रहे हो भाईसाहब, दिग्गी से तो पूरी दुनिया परेशां है| आपके व्यंग बेहद करारे होते हैं...लगता है कि जैसे मक्खन लगा कर जूता मारा है| हम तो हंसने के साथ साथ, सोचने पर भी मजबूर हैं...
इस विषय पर आज रात मैं भी एक पोस्ट लिखने वाला हूँ...
बहुत दिनों बाद फिर से यहाँ रौनक दिखी| बहुत ख़ुशी हो रही है आपको यहाँ देखकर...
हा हा!! हा हा!! हा हा!! हा हा!! हा हा!!
ReplyDeleteनीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया
चलो मेरा लिखा मत पढ़ो,
पोस्ट आपका इंतजार कर रहीं हैं
bahut badiyaaji majaa aa gayaa padhkar.bahut achcha likha aapne.
ReplyDeleteइन सबको बाहर निर्यात कर दोगे तो भारत का क्या होगा, कुछ तो सोचो तुलसी भाई
ReplyDelete" सोनू सर ...हा हा हा हा हा | "
ReplyDelete" दिवास सर , नमस्ते आखिर मुझे भाई का प्यार खिंच ही लाया | "
ReplyDelete" प्रेरणा जी , ये पोस्ट आपको पसंद आई यही काफी है ...कल दूसरी पोस्ट भी आ रही है ...बस्स आप सब हंसने के लिए तैयार रहे | "
ReplyDelete" अविनाश सर उसी विषय पर मेरी नयी पोस्ट कल तक आ रही है ... फिलहाल निरमा , सुपर रिन , और एरिअल लेकर बैठा हु ...आखिर सफेदी तो आनी ही चाहिए ना ? ..सुपर धुलाई करने के मूड में हु ..कल देखिएगा मस्त चकाचक धुलाई वाली पोस्ट आपके आशीर्वाद का इंतज़ार कर रही होगी | "
ReplyDeleteआपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
ReplyDeleteबहुत ही मज़ेदार, ज़ोरदार, शानदार और धमाकेदार पोस्ट रहा! ज़बरदस्त लिखा है आपने!
सही है भाई ये तीनो के बचा सकते हैं। लेकिन इनकी मम्मी अकेले ही बचा सकती है।
ReplyDeleteबबली सिस्टर , आपका स्वागत है आपकी टिप्पणी के लिए सुक्रिया
ReplyDeleteअरुणेश सर , बहुत ही अच्छा लगा आपकी टिपण्णी देखकर आपने बिलकुल सही कहा है इन तीनो की मम्मी ही बचा सकती है और अकेली ही काफी है ..ही ही ही
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