राम जेठमलानी - व्यक्ति एक रूप अनेक, क्या सच, क्या झूठ ? [विडिओ के साथ ]
* देश का छोटा बच्चा भी जानता है ८३ बरस के इस नामी वकील को |
* देश का छोटा बच्चा भी जानता है ८३ बरस के इस नामी वकील को |
* श्री अन्ना हजारेजी को साथ देने वाले " राम जेठमलानी " |
* "२ जी घोटाले" के एक आरोपी का केस लड़ने वाले " राम जेठमलानी " |
** भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़नेवाले "राम जेठमलानी" ने दिया था "श्री अन्ना हजारे जी" को साथ और देश का काल धन जो "स्विस बैंक" में पड़ा है उसे वापस लाने की मांग भी की थी ..स्वामी जी के साथ भ्रस्टाचार मिटाने की बात करने वाले रामजेठमलानी सायद ये बात भूल गए की पिछले कुछ महीनो पहले उन्होंने क्या कहा था और देश की जनता के सामने जो भ्रस्टाचार मिटाने की बात कही थी शायद ये भी भूल गए है राम जेठमलानी |"
तो फिर ये क्या है :
** "भ्रस्टाचार के खिलाफ जनलोक पाल बिल" के लिए श्री अन्ना हजारे जी का साथ देने वाले " राम जेठमलानी " आज देश के सबसे बड़े घोटाले के एक आरोपी " कनीमोजी " को बचाने के लिए मैदान में आये है , मै उसी "२ जी" घोटाले की बात कर रहा हु जिसकी रकम और अंक देखकर " न्यायमूर्ति श्री संधवी और गांगुली " ने कहा था की " किसी अंक के पीछे इतने जीरो आज मै अपनी जिन्दगी में पहली बार देख रहा हु | "तो फिर यहाँ सवाल ये उठता है की इतने बड़े घोटाले के एक आरोपी को बचाने के लिए " भ्रस्टाचार" के खिलाफ " जन लोकपाल कानून " लाने की लड़ाई लड़ने वाले ही मैदान में आये है ..जो आज बचाना चाहते है "भ्रस्टाचारी" को |"
कही आप उल्लू तो नहीं बन रहे है, इनका तो ये धंधा है |
" श्री अन्ना हजारे जी के साथ रहेकर ..अन्ना हजारे की नीतियों के खिलाफ ये बात हुई ..इस से तो यही साबित है होता है , या फिर करोडो भारतवासीयों को राम जेठमलानी उल्लू बना रहे है ,या फिर यु कहे की इनका तो ये धंधा है " आम आदमियों " को कुचलनेवाले घोटालेबाजों को बचाना .. आपको याद होगा " हर्षद महेता " क्यु ?"
सोचनेवाली बात :
" अगर राम जेठमलानी जैसे लोग भ्रस्टाचार के खिलाफ " जन लोकपाल बिल " लाने के लिए श्री अन्ना हजारे जी का देंगे साथ तो ये " जन लोकपाल बिल " किसके पक्ष में रहेगा ? जनता के ..या फिर इन भ्रस्टाचारीयों के ?क्यु की ऐसे लोग "जन लोकपाल बिल" बनायेंगे और बिल में ऐसे रस्ते भी रखेंगे जहाँ से ,भ्रस्टाचारी नेता को कहे सके भाग बेटे इस रास्ते से ... श्री अन्ना हजारे जी की बात नहीं हो रही यहाँ ..यहाँ बात हो रही है अन्ना का साथ देकर भ्रस्टाचारी को बचाने वाले की |
* राम जेठमलानी ने भरी सभा में कहा था :
"एक जगह पर राम जेठमलानी ने कहा था की "अब मुझे कोई ख्वाइश नहीं रही है ..और न ही कोई पैसों की कमी है ..बस भारत माता का कर्ज उतारना चाहता हु" तो क्या वो "कनिमोजी जैसी भ्रस्टाचारी" को बचाकर देश का कर्ज उतारना चाहते है ..सच्च्चे अर्थ में देश का उनपर जो कर्ज है वो तब उतरता जब वो "कनिमोजी" जैसे भ्रस्टाचारी को सजा दिलवाते ..ये जो विडियो है न उसे आप ध्यान से देखना "आखरी ३ मिनट" में राम जेठमलानी क्या क्या बोलते है | "
दो रूप आदमी एक :
" राम जेठमलानी जी अगर आपको ऐसा ही करना था तो फिर भला क्यों "भ्रस्टाचार विरोधी रेलियोँ" में हिस्सा ले रहे थे आप ? .. क्यों देश की जनता को गुमराह करते है आप ?.. मत दिखाओ जनता को वो फल ,जो कभी जनता खा नहीं सकती .. आपने ही कहा था की " मै पाकिस्तान से जब भारत आया तब मेरी जेब में सिर्फ १० रुपये ही थे ..आज जो भी दिया है इस देश ने दिया है " ..साथ में ये भी कहा था की "आप मेरी शक्ति से आपकी शक्ति मिलाओ फिर देखो स्विस बैंक का काला धन कैसे वापस आता है और कैसे गिडगिडाते है ये चोर नेता आपके दरवाजे पर |"
काला धन आये न आये मगर ऐसे भ्रस्टाचारी को तो मत बचाओ :
" स्विस बैंक में पड़ा काला धन आये न आये मगर यहाँ पर जो धन "कनिमोजी और राजा" जैसे लोग खा जाते है उन्हें तो मत बचाओ .. ये भ्रस्टाचार का पैसा तो भारतवासीयों को वापस दिलाओ पहले ..मगर आप तो इन चोरों को ही बचाने चले है ..आपका भी पेट है ये सब जानते है ..मगर कभी जनता को भरी सभा में ,वो भी भ्रस्टाचार विरोध की सभा हो ..वहां पर कभी झूठे वादे मत करना |"
* इस विडियो को देखिये इस विडियो में राम जेठमलानी जी क्या कहते है ?
* आखिर तक देखना जरूर तभी समाज सकोगे आप "राम जेठमलानी" जी के वादों को |
* राम जेठमलानी ने भरी सभा में कहा था :
"एक जगह पर राम जेठमलानी ने कहा था की "अब मुझे कोई ख्वाइश नहीं रही है ..और न ही कोई पैसों की कमी है ..बस भारत माता का कर्ज उतारना चाहता हु" तो क्या वो "कनिमोजी जैसी भ्रस्टाचारी" को बचाकर देश का कर्ज उतारना चाहते है ..सच्च्चे अर्थ में देश का उनपर जो कर्ज है वो तब उतरता जब वो "कनिमोजी" जैसे भ्रस्टाचारी को सजा दिलवाते ..ये जो विडियो है न उसे आप ध्यान से देखना "आखरी ३ मिनट" में राम जेठमलानी क्या क्या बोलते है | "
दो रूप आदमी एक :
" राम जेठमलानी जी अगर आपको ऐसा ही करना था तो फिर भला क्यों "भ्रस्टाचार विरोधी रेलियोँ" में हिस्सा ले रहे थे आप ? .. क्यों देश की जनता को गुमराह करते है आप ?.. मत दिखाओ जनता को वो फल ,जो कभी जनता खा नहीं सकती .. आपने ही कहा था की " मै पाकिस्तान से जब भारत आया तब मेरी जेब में सिर्फ १० रुपये ही थे ..आज जो भी दिया है इस देश ने दिया है " ..साथ में ये भी कहा था की "आप मेरी शक्ति से आपकी शक्ति मिलाओ फिर देखो स्विस बैंक का काला धन कैसे वापस आता है और कैसे गिडगिडाते है ये चोर नेता आपके दरवाजे पर |"
काला धन आये न आये मगर ऐसे भ्रस्टाचारी को तो मत बचाओ :
" स्विस बैंक में पड़ा काला धन आये न आये मगर यहाँ पर जो धन "कनिमोजी और राजा" जैसे लोग खा जाते है उन्हें तो मत बचाओ .. ये भ्रस्टाचार का पैसा तो भारतवासीयों को वापस दिलाओ पहले ..मगर आप तो इन चोरों को ही बचाने चले है ..आपका भी पेट है ये सब जानते है ..मगर कभी जनता को भरी सभा में ,वो भी भ्रस्टाचार विरोध की सभा हो ..वहां पर कभी झूठे वादे मत करना |"
* इस विडियो को देखिये इस विडियो में राम जेठमलानी जी क्या कहते है ?
* आखिर तक देखना जरूर तभी समाज सकोगे आप "राम जेठमलानी" जी के वादों को |
ये विडियो "इंडिया अगेंस्ट करप्शन" से लिया गया है |
धन्यवाद् "इंडिया अगेंस्ट करप्शन "
राम जेठमलाणी विस्थापित नागरिक है जिन्हें देश और संस्कार से अधिक धन प्यारा है। उन्हें भाजपा में रह कर पार्टी की बुराई करने के कारण कार्यकर्ताओं से मार खाना पड़ा, पंजाब में आतंकवादियों को भडकाया और अब २जी के घोटाले के लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे लोगों को देशद्रोही की बजाय नेता मान जाता है:(
ReplyDelete" चन्द्र सर , आप से सहेमत हु मै सर इस विडियो में राम जेठमलानी जी जो बोल रहे है उसके एक दम विपरीत कर रहे है "
ReplyDeleteइनका यह कोई नया कारनामा नहीं है । ये देशद्रोही नक्सलियों का भी केस मुफ्त में लड़ते हैं
ReplyDeleteमनमोहक शब्दों से सजा इतना सुन्दर भाषण इन्होने दे दिया...भारत माँ का कर्जा उतार दिया...इससे अधिक इन पैसे के पूतों से आप क्या अपेक्षा करते हैं...
ReplyDeleteराम जेठमलानी का इतिहास ऐसे केसों से भरा पड़ा है ... एक बार पैसे की लत लगजाए तो फिर उतरती नही ... ऐसे वकील नेता हर दल में हैं और प्रोफ़ेशन के नाम पर सब कुछ केस लड़ते हैं ... मोटी फीस खाते हैं ... और खादी पहन कर नेता भी बने रहते हैं ... सबसे बड़े दलाल हैं ये ...
ReplyDeleteआख़िर हम क्या कहें ! राम जेठमलानी जी के कारनामों के बारे में हर एक भारतीय वाकिफ है! आपने बड़े ही सुन्दरता से प्रस्तुत किया है खासकर विडिओ का लिंक देकर और भी बेहतर बना दिया है! प्यार भरे शब्दों से इतना सुन्दर भाषण देने वाले देशद्रोही के बारे में जितना भी कहे कम है! आपने बिल्कुल सही कहा है की जो भाषण देते है उसके विपरीत कार्य करते हैं जेठमलानी जी!
ReplyDelete" रंजना जी ...सही है आप ... मनमोहक भासन तो दे दिया अब और क्या अपेक्षा इन से राखी जाये :)))))))) "
ReplyDeleteबबली जी ..कौन कहेता है की ये देश द्रोही है ?..ये तो उन भ्रस्टाचारीयों का रक्षक है जो देश की जनता का खून चूष रहे है ... बहेन आखिर कोई तो होना चाहिए ना भ्रस्टाचारी को बचानेवाला और बचाने वाला ..मरनेवाला से भी बड़ा होता है .. हाहा..हा | "
ReplyDeleteआदरणीय सिन्हा सर ..आपने इल्कुल सही कहा ये नक्शाली के भी मुफ्त में केस लड़ते है सायद | "
ReplyDeleteनास्वा सर , येस आप से सहेमत ..ये खादी भी पहनते है और मोटी फ़ीस खाकर भ्रस्टाचारी नेता को जो देश में बड़ा घोटाला करके जनता का पैसा खा जाता है उसे बचाते भी है ... मगर भाषण भी अच्छा देते है ..लोगों का दिल जीतने के लिए "
ReplyDeleteकिसीने ठीक ही कहा है, एकता में बड़ा बल है।
ReplyDeleteआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (12-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
वंदनाजी .. आपने जो मेरा होसला बढाया है इस बात के लिए और चर्चा मंच पर स्थान देने की बात पर आपका तहे दिल से सुक्रिया..... |
ReplyDeleteMadan Mohan Tiwari on facebook : असुरों के गुरु का नाम शुक्राचार्य था ... वो अपने मंत्र से युद्ध में मरे सभी राक्षसों को पुनः जिला देते थे... ये व्यक्ति शुक्राचार्य का अवतार लगता है...!!
ReplyDelete"व्यावसायिक प्रतिबद्धता "नाम के जुमलों का सहारा लेकर वे जानबूझ कर आतंकवादियों , देशद्रोहियों और भ्रष्टाचारियों आदि के मुकदमें लडते हैं और इसे कानून की खामियां और उसके लूप होल्स का फ़ायदा उठाने में खुद को माहिर समझने और जताने के घटिया प्रयास में वे बार बार नैतिकता का गला घोंट देते हैं । ऐसे लोगों को स्पष्ट पूछा जाना चाहिए कि वे किस तरफ़ हैं , । कोई कितना भी चैंपियन खिलाडी हो , एक ही मैच में दोनो टीमों की तरफ़ से नहीं खेल सकता ,,,....
ReplyDeleteनेता जी फिर आत्मविश्वाश से बोले जो
ReplyDeleteये बिल पास हो भी गया तो हमारा क्या बिगड जायेगा
हम बोले क्या लोकपाल बिल के पास होने से
जनता के पास अधिक अधिकार नहीं आ जायेगा
और आपके किये जाने वाले भ्रस्टाचार पर अंकुश नहीं लग जायेगा
नेता जी फिर बोले क्या आप भूल गए
इस बिल का मसौदा भी कुछ नेता ही मिल कर बनायेंगे
...
...
...
...
फिर वो बोले इस बिल को
हम खरगोश के बिल की तरह बनायेंगे
जीसके कारण कभी भी हम भ्रष्टाचारी
इमानदारी के साँप की पकड में नहीं आएंगे
Maine ye kaivta kuch hafte pahle likhi thee jo ki yaha bhi fit baith rahi hai aur kya boloon usse jyada
दोगला है ये रामजेठमलानी
ReplyDeleteअजय भैया आपने सही कहा एक खिलाडी दोनों ही टीमो से खेल नहीं सकता
ReplyDeleteकुंदन ...आपकी रचना तो इस पोस्ट पर एक दम फिट बैठती है
ReplyDeleteयही तो विडंबना है देश की
ReplyDeleteऐसे दोगले चरित्र वालों से न तो 'भ्रष्टाचार उन्मूलन 'अभियान सफल हो सकता है और न देश का कल्याण ही संभव है | राम जेठमलानी पैसा और प्रभुता (पब्लिसिटी ) पाने की चाहत में कुछ भी कर सकते हैं | अन्नाजी और उनके साथ जुड़े अरविन्द केजरीवाल, किरण बेदी और स्वामी अग्निवेश जैसे स्वच्छ छवि वालों को ऐसे लोगों से सतर्क रहना होगा |
ReplyDeleteअब जो भी बुराई कि जाए इनके बारे मे वो सब कम है मित्रो.......
ReplyDeleteअब लोग अन्ना हजारे को सपोर्ट कर रहे है, बाबा रामदेव को सपोर्ट कर रहे है, भाजपा को सपोर्ट कर रहे है,
"लेकिन मुझे लगता है इन सपोर्ट्स से कही ना कही सच्चाई को अनदेखा किया जा रहा है....."
और रही इस सच्चाई कि बात, तो इस सच्चाई पर कोई सवाल या जवाब उठना "नामुमकिन" है जी
"""सच्चाई को ना तो कभी छिपी है और ना ही कभी मिटेगी.........."""
बस इतना ही कहुँगा______
ये रोज़ पूछता है कोई मेरे कान में,
हिंदोस्ता कहा है अब हिंदोस्तान में,
इन बादलो की आँख में पानी नहीं रहा,
तन बेचती है भूख एक मुट्ठी भर धान में,
तस्वीर के लिए भी कोई रूप चाहिए,
ये आईना अभिशाप है सूने मकान में,
जनतंत्र में जोंको की की कोई आस्था नहीं,
क्या फायदा संसोधनो से संबिधान में,
मानो ना मानो तुम ,उदय, लक्षण सुबह के है,
चमकीला तारा कोई नहीं आसमान में.................
इन दोगले चरित्रों की वजह से ही तो देश की यह हालत हो गयी है.
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