* लीसा ने हटाई महालक्ष्मी माता की अश्लील तस्वीर |
* अपने फेसबुक पेज पर अब नहीं रही तस्वीर |
* इस तस्वीर पर किया खुलासा |
* करोडो भारतीय के आगे झुकी लीसा |
* "एक्सच्चाई ब्लॉग" की आवाज़ बुलंद करने के लिए तहे दिल से सुक्रिया |
" फैशन के नाम पर किया था लीसा ने करोडो भारतीय का अपमान ..मेरे इसी ब्लॉग पर मेरी पिचली पोस्ट में मैंने आप सब से किया था जिक्र की इसका विरोध करो और आप सब ने मुझे साथ दिया और मेरी पोस्ट की आवाज़ को बुलंद बनाकर लीसा को श्री महालक्ष्मी जी की तस्वीर अपने फेसबुक पेज पर से हटाने को मजबूर कर दिया इस लिए आप सब का पहले तो मई सुक्रगुजार हु | "
" श्री महालक्ष्मी जी की तस्वीर लगाने पर लीसा का कहेना कुछ यु था "
" आखिर कार लीसा को भारतवासियों की ताकत का अंदाजा आ ही गया और विवादस्पद श्री महालक्ष्मी जी की तस्वीर को हटाना ही पड़ा .. ये एक बात साबित करती है की अगर हम भारतवासी किसी के सामने एक जुट होकर लड़ेंगे तो हमे हराना किसी के बस की बात नहीं और ..नामुमकिन ही है ..आज हमने मिलकर विरोध किया तो विदेशी सायद दुबारा ऐसा दुशाहस नहीं करेंगे ... मगर यहाँ एक बात और है की अब भी लीसा को कुछ बात समजने की जरूरत है इस लिए मै यही चाहता हु की उसके पेज पर अब भी विरोध ही दर्ज करो ताकि उसकी ये प्रोडक्ट वो मार्केट में ना दे ..|"
" दिखा दो गोरों को की हम भारतवासी ऐसे है की कोई अगर हमसे मांगे गा तो बेटे दे देंगे ..मगर कोई गद्दारी करेगा तो हम उसका बाप भी छीन लेंगे | लीसा को आज हारना पड़ा मगर इस हार के साथ उसे सबक भी मिलना ही चाहिए की कभी किसी भारतवासी या धर्म के बारे में ऐसा घटिया बर्ताव नहीं करना चाहिए फिर चाहे वो हिन्दू हो या मुसलमान ..ये देश आज भी एकता पर ही चलता है चलता रहेगा | "
" मेरी पोस्ट की आवाज़ बुलंद करने के लिए तहे दिल से सुक्रिया दोस्तों ..देखा हमारा सह प्रयाश कामयाब हुवा ... फिर भी लीसा को सबक सिखाओ ताकि वो मार्केट में अपने "स्विम सुइट" बेच ना सके जिस पर "श्री महालक्ष्मी जी" की तस्वीर हो ..आप सब का आभारी हु मै |"
" फिर भी लड़त चालू ही रखना दोस्तों ...फेसबुक पर से नहीं मगर लीसा के दिमाग से भी ये ख्याल निकल जाना चाहिए और तस्वीर भी |
* पिछली पोस्ट पर एक शानदार कमेन्ट को पढ़िए मजा आएगा समज भरी है ये कमेन्टजो दिखाती है सच्चे भारतीय का दिल और सच्चा भारतीय क्या होता है |
(कुंदन) said...
@honesty project democracy
ये ऐसे दफा करने वाली बात नहीं है ये बात है दुनिया भर मे फैले हुए १३५ करोड से भी ज्यादा भारतियों की और उनके सम्मान की.
ध्यान दीजियेगा मैंने भारतीय कहा है हिंदू नहीं क्योंकि हर सच्चा भारतीय किसी ना किसी तरह से लक्ष्मी माँ का सम्मान करता ही है और कुछ कहेंगे की मुस्लिम नहीं करते तो दुनिया भर के मुसलमानों का तो पता नहीं लेकिन भारत का कोई भी सच्चा मुसलमान भी कभी भी किसी हिंदू भगवान की तस्वीर पर पैर रख कर आगे जाने की हिम्मत नहीं करता. कभी किसी मंदिर की तरफ मूह कर के गलती से कोई मुस्लिम भाई थूक भी रहा होता है तो मैंने उसे थूक को भी गटकते देखा है और वो डर के नहीं सम्मान के कारण करता है ऐसा.
और हमारे देश मे इन देवियों को माता कहते हैं बेटियाँ कहते हैं बहुए कहते हैं बहने कहते हैं आप बताइए भला हम हमारी माँ बहनों के अपमान पर कैसे चुप रह जाएँ.
पत्थर की मूरत आर कागज पर छपी तस्वीर को हम छोड़ दे लेकिन भला अपने परिवार की इन शक्तियों का अपमान कैसे होने दे जो हमारी ताकत है, हमारा सम्मान है, हमारा स्वाभिमान है, हमारी जान है, हमारी जननी है, हमारी पालन करनी है,
हम उन्हें माता कहते हैं
जो ज्ञान दायिनी है सरस्वती है,
जो अन्न दायिनि अन्नपूर्णा है,
जो शक्ति दायिनी दुर्गा है
जो वैभव दायिनी लक्ष्मी है
किसी और के घर का क्या कहूँ मेरे घर मे ही
मेरे दादा जी उनकी माँ को सरस्वती का रूप कहते थे ,
मेरी दादी को लक्ष्मी का रूप कहते थे
मेरी माँ को अन्नपूर्णा का रूप कहते थे
मेरी बहन को उन्होंने शक्ति का रूप कहा था
उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए मेरे पिता जी ने
मेरी पत्नी को दुर्गा का रूप कहा था
आप बताओ क्यूं हमारा खून ना खोले....क्यों उस नालायक फैशन डिजाइनर को हम माफ कर दे .... क्यों इस मामले को तूल ना दे ..... ये मात्र एक देवी के अपमान का नहीं ये दुनिया भर के भारतियों के अपमान का विषय है
और ये सब मै धर्म या मजहब की की आड मे धर्मान्ध हो कर नहीं कह रहा हूँ मै सब को बता दूं की मै कही धर्म के ठेकेदारों के निशाने पर पहले ही हूँ मेरी विचार धारा के कारण जो उन सब के खिलाफ है
और ये सब इन गोरी चमड़ी वाले लोगो की चाल है जो हमें नीचा दिखा कर हमें हतोसाहित करना चाहते हैं ....
@अजय भैया आपसे एक ही प्रार्थना है
हमारी नपुंसक सरकार को किन्नर कह कर आप किन्नरों का अपमान मत करिये..... मै किन्नरों के बारे मे एक लेख मे काफी बुरा लिख चूका हूँ और थोडा सा अच्छा भी .... मैंने आज के किन्नरों को गुंडा कहा था उसमे और हमारी मानसिकता को नपुंसक .....लेकिन मै आप को पूरे दावे के साथ कहता हूँ अगर आप सिर्फ ४ किन्नर इस फैशन डिजाइनर के ऊपर छोड़ देंगे ना तो ये तो क्या इस जैसे गन्दी मानसिकता वाले इंसान फैशन डिजाइनिंग छोड़ देंगे ... ये हमारे देश के किन्नरों की ताकत है .... हमारे देश के किन्नर शिखंडी के वंशज है, एक योद्धा के वंशज आप सरकार की उनसे तुलना करके इनका अपमान मत करिये यही प्रार्थना है
ये ऐसे दफा करने वाली बात नहीं है ये बात है दुनिया भर मे फैले हुए १३५ करोड से भी ज्यादा भारतियों की और उनके सम्मान की.
ध्यान दीजियेगा मैंने भारतीय कहा है हिंदू नहीं क्योंकि हर सच्चा भारतीय किसी ना किसी तरह से लक्ष्मी माँ का सम्मान करता ही है और कुछ कहेंगे की मुस्लिम नहीं करते तो दुनिया भर के मुसलमानों का तो पता नहीं लेकिन भारत का कोई भी सच्चा मुसलमान भी कभी भी किसी हिंदू भगवान की तस्वीर पर पैर रख कर आगे जाने की हिम्मत नहीं करता. कभी किसी मंदिर की तरफ मूह कर के गलती से कोई मुस्लिम भाई थूक भी रहा होता है तो मैंने उसे थूक को भी गटकते देखा है और वो डर के नहीं सम्मान के कारण करता है ऐसा.
और हमारे देश मे इन देवियों को माता कहते हैं बेटियाँ कहते हैं बहुए कहते हैं बहने कहते हैं आप बताइए भला हम हमारी माँ बहनों के अपमान पर कैसे चुप रह जाएँ.
पत्थर की मूरत आर कागज पर छपी तस्वीर को हम छोड़ दे लेकिन भला अपने परिवार की इन शक्तियों का अपमान कैसे होने दे जो हमारी ताकत है, हमारा सम्मान है, हमारा स्वाभिमान है, हमारी जान है, हमारी जननी है, हमारी पालन करनी है,
हम उन्हें माता कहते हैं
जो ज्ञान दायिनी है सरस्वती है,
जो अन्न दायिनि अन्नपूर्णा है,
जो शक्ति दायिनी दुर्गा है
जो वैभव दायिनी लक्ष्मी है
किसी और के घर का क्या कहूँ मेरे घर मे ही
मेरे दादा जी उनकी माँ को सरस्वती का रूप कहते थे ,
मेरी दादी को लक्ष्मी का रूप कहते थे
मेरी माँ को अन्नपूर्णा का रूप कहते थे
मेरी बहन को उन्होंने शक्ति का रूप कहा था
उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए मेरे पिता जी ने
मेरी पत्नी को दुर्गा का रूप कहा था
आप बताओ क्यूं हमारा खून ना खोले....क्यों उस नालायक फैशन डिजाइनर को हम माफ कर दे .... क्यों इस मामले को तूल ना दे ..... ये मात्र एक देवी के अपमान का नहीं ये दुनिया भर के भारतियों के अपमान का विषय है
और ये सब मै धर्म या मजहब की की आड मे धर्मान्ध हो कर नहीं कह रहा हूँ मै सब को बता दूं की मै कही धर्म के ठेकेदारों के निशाने पर पहले ही हूँ मेरी विचार धारा के कारण जो उन सब के खिलाफ है
और ये सब इन गोरी चमड़ी वाले लोगो की चाल है जो हमें नीचा दिखा कर हमें हतोसाहित करना चाहते हैं ....
@अजय भैया आपसे एक ही प्रार्थना है
हमारी नपुंसक सरकार को किन्नर कह कर आप किन्नरों का अपमान मत करिये..... मै किन्नरों के बारे मे एक लेख मे काफी बुरा लिख चूका हूँ और थोडा सा अच्छा भी .... मैंने आज के किन्नरों को गुंडा कहा था उसमे और हमारी मानसिकता को नपुंसक .....लेकिन मै आप को पूरे दावे के साथ कहता हूँ अगर आप सिर्फ ४ किन्नर इस फैशन डिजाइनर के ऊपर छोड़ देंगे ना तो ये तो क्या इस जैसे गन्दी मानसिकता वाले इंसान फैशन डिजाइनिंग छोड़ देंगे ... ये हमारे देश के किन्नरों की ताकत है .... हमारे देश के किन्नर शिखंडी के वंशज है, एक योद्धा के वंशज आप सरकार की उनसे तुलना करके इनका अपमान मत करिये यही प्रार्थना है
जिन लोगो ने मेरी लास्ट पोस्ट नहीं पढ़ी है उनके लिए
http://eksacchai.blogspot.com/2011/05/blog-post_06.html#comments
वाह, वाह, वाह!!! समझ में आ गया भारतीयों की ताक़त का. तस्वीर की और धर्म की देवी, जिसे ना कभी देखा, ना सुना, उस पर विजय का गुनगान करनेवाले ऐ सभी भारतीय! खडे हो जाओ एकजुट हो कर भ्रसःटाचार के खिलाफ. है इतनी हिम्मत तो काट आओ उनके गले, जो जाति और धर्म के नाम पर अपने दी भारत की महिलाओं का नंगा जुलूस निकालते हैं. दफन कर दो उनको, जो अपने ही भारत की मासूम बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाते हैं. जिंदा गाड आओ उन मां-बाप को अपने ही बालिग बच्चों को अपनी पसंद से शादी करने के लिए उनकी जान ले लेते हैं. इतना सब करके आओ, अपने ही प्यारे भारत की देवियों की जान, लाज बचाओ. तस्वीर की देवी की लाज बचाकर भारतीयता का दम्भ भरनेवाले, अपनी नपुंसक विजय की दुंदुभी पीटने से बाज आओ.
ReplyDelete" विभा जी , हम भ्रस्टाचार के खिलाफ भी लड़ रहे ही है ..आप का साथ होना जरूरी है ..और जहाँ तक बात धर्म की आती है मेरे ख्याल से ऐसे लोगों का विरोध करना ही चाहिए .. हम लोग एक जुट हो रहे है इस में हर्ज क्या है आज अगर एक जुट होकर महालक्ष्मी जी की तस्वीर के लिए लड़ रहे है तो आपको तो खुश होना चाहिए क्यों की आप की भी तो माता है महालक्ष्मी जी "
ReplyDelete" और रही बात भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ने की तो आपको बता दू की मेरी ज्यादा तर पोस्ट भ्रस्टाचार के और इन हरामी नेता के खिलाफ ही रहेती है आप जरा मेरी पुराणी सब पोस्ट पढकर तो देखे .आपके पास कोई ऐसा वाकिया है जिसमे नन्ही सी बच्ची शिकार हो रही है तो ...आप खुद भी अपनी आवाज़ बुलंद करके हमारा साथ ले सकती है ..मुझे काफी दर्द हुवा एक भारतीय नारी ..जो शक्ति का प्रतिक है उसे आज समजाना पड़ रहा है .. आप आवाज़ तो करो की ब्लॉगर भाइयो यहाँ पर अन्याय हो रहा है मेरी आवाज़ में आवाज़ मिलाओ ...फिर देखो ये हिंदी ब्लॉगर जान लड़ा देंगे |
" मै भी आप से पुच सकता हु की आप ने भ्रस्टाचार और नन्ही सी बच्चियों पर हुवे अन्याय के खिलाफ आवाज़ कभी उठाई थी ? ... मग़र ये पुचना उचित नहीं है ..जो आवाज़ उठता है वही सच है .."
आप से बिनती है की कृपया आप मेरे पुराने आलेख पढ़े और मुझे बताये की मेरी भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ाई में आपने मेरा कितना सहयोग दिया है क्या अब मै आप से कहू की वाह ! भारतीय "
आपकी कमेन्ट के लिए तहे दिल से सुक्रिया ..मै खुश हु की आखिर भारत वासियों की आवाज़ से लीसा हार तो गई ... जय हो अक दिन ऐसे ही भ्रस्टाचार की भी हार होगी ये देख लेना
और हाँ याद रखिये विभाजि ...ये तस्वीर की देवी नहीं है ..पुरे भारतवासियों की देवी है ..जो आज भी जिन्दा है हर भारतवासी के दिल में
विभा जी , मै आपके ब्लॉग पर अभी अभी जा कर ही आया आपके ब्लॉग में तो कहीं पर भी भ्रस्टाचार के खिलाफ मुहीम आपने नहीं चेदी है तो भला आप किस मुंह से ..भ्रस्टाचार से लड़ने की बात कर रही है "
ReplyDeleteआपका ब्लॉग यही है ना : http://chhammakchhallokahis.blogspot.com/ पहले आप खुद भी आवाज़ उठाना सीखिए फिर ..हम लोगों को याने १३५ करोड़ भारतवासियों से कहो हमसब आपको साथ देंगे ..आप मुहीम छेड़ो तो सही .. दूसरों को सलाह तभी दी जाती जब हम खुद वो काम कर सकते हो ..ऐसा मैंने सुना था और मेरा उसूल भी है ये |
"और हाँ ... मै कोई विवाद में पड़ना नहीं चाहता हु मग़र जिस किसी को लगे की मैंने जो कहा है वो गलत है वो आज याने ७-५-२०११ तक की पोस्ट http://chhammakchhallokahis.blogspot.com/ पढ़ सकते है और खुद ही इस बात का यकीं कर सकते है
जय हिंद
तहे दिल से धन्यवाद् |
आपके ब्लॉग के मध्येम से मुझे भी बहुत कुछ सिखने को मिला है भारतीय संकृति को आगे बढ़ाने का जो कार्य आप कर रहे है वो काबीले तारीफ़ है ....भारत के स्वाभिमान के लिय इस लड़ाई में हम आपके साथ है |..................धन्यवाद
ReplyDeleteअरे भई ये लीसा-फीसा हैं कौन. मशहूरी के लिए, क्रिकेट वर्ल्ड कप नंगा नाच करने के ऐलान करने वाली मक्खियां किस बित्ते की हैं... किसे जानने की फुर्सत है..
ReplyDelete@काजल भाई ये बात पूरे देश की अस्मिता की थे ११ लोगो के सामने नंगा होने की नहीं इस लिए मै भी भड़का था वर्ना मजहब के नाम पर मेरा विचार हमेशा विरुद्ध ही रहा है
ReplyDelete@छ्म्क्क्छ्ल्लो जी आप ने एक दो व्यंग्य लिखे हैं ठीक भी लग रहे हैं लेकिन उनकी भाषा इतनी उम्दा है की मुझ जैसे मूढ़ मगज अज्ञानी इंसान को वो भाषा समझ ही नहीं आ पाती है पर जो भी लिखा है अच्छा लिखा है लेकिन इतना अच्छा भी नहीं की आप किसी को बिना जाने समझे ही अपमानित करने का अधिकार रख ले
और जो सवाल आप ने कहे वो आप से भी है क्योंकि एक ऊँगली जब तुलसी भैया की तरफ है तो चार उंगलिय आप की तरफ भी हैं
उनके बारे मे मै ये कह सकता हूँ की वो कोशिश कर रहे हैं पर आप सिर्फ व्यंग करने के अलावा क्या कर रही हैं इस बारे मे
@तुलसी भाई वो माफ़ी नहीं मांगती तो मैंने तो सोच ही लिया था की चार किन्नरों को भिजवा ही देते हैं ऑस्ट्रेलिया उनको उनकी औकात समझ मे आ जाती
ReplyDeleteअच्छा हुआ ऐसे ही समझ आ गई
कुंदन , आपकी बात से पूरी तरह सहमत ..
ReplyDeletekundan mere bhai .. aapki comment padhker accha laga aapka samjane ka andaz hi nirala hai bahut hi badhiya tarike se aap baat rakhte hai "
ReplyDeletetahe dil se sukriya "
ajay bhaiya arey hum bhi sahemat hai kundan ki baat se ..bhai hamara bhi naam lo :)
ReplyDeletemai aapko ek link dunga jisme aap dekh sakte hai ki kis tarike se aur kitane ghinoane tarike se ho raha hai hamare devi devtaoan ka apaman
आप सब की कोशिशें
ReplyDeleteसमाज और संस्कृति की गरिमा को
हमेशा हमेशा
महफूज़ रखेंगीं ....
अभिवादन स्वीकारें .