* ब्लु फिल्म में किरदार पर माफ़ी नहीं मांगी
"मदेराना की तो अश्लील फिल्म बनी थी मग़र कांग्रेस ने इस बात के लिए जनता से कभी माफ़ी नहीं मांगी थी और आज शोर मचा रही है कांग्रेस ..क्या सिर्फ विधानसभा में ब्लू फिल्म देखना गुनाह है ? या फिर, ब्लू फिल्म में किरदार निभाकर उस में दिखाई दे रही औरत को मौत के घाट उतार देना गुनाह है ? और किरदार निभाकर औरत को मौत के घाट उतार देने वाले कांग्रेस के इस मंत्री महोदय की तरफ से कांग्रेस ने तो कभी माफ़ी नहीं मांगी है आज तक शायद उस मंत्री महोदय का गुनाह, कांग्रेस की नजर में गुनाह नहीं है ...क्या कांग्रेस ने अपने घर में झांक कर देखा है कभी ? "
* गुनेहगार कौन ?
" मै ये नहीं कहेता की भाजपा साफ़ सुथरी है मग़र जिस तरह से कांग्रेस शोर मचा रही है उसको देखते हुवे ऐसा प्रतीत होता है की किसी अबला की इज्ज़त लुटकर उसकी अश्लील फिल्म बनाकर बाद में उसे जान से मार देना गुनाह नहीं है मग़र अश्लील फिल्म संसद में बैठकर देखना गुनाह है ..संसद भवन की गरिमा तो पिछले १० साल से कम ही हो चुकी है क्यु की आज इस देश में बार बार टूट रहा है इस देश का संविधान ऐसे में भला किसी नारी की इज्ज़त को क्या बक्षेंगे ये नेता ? "
* दुल्हन और संविधान
" नारी को एक रात की दुल्हन बनाकर मौत के घाट उतार देनेवाले नेता साफ़ सुथरे है और वो माफ़ी नहीं भी मांगे तो चलता है मग़र अश्लील फिल्म देखनेवाले नेता को इस देश के लोगो की माफ़ी मांगनी ही पड़ेगी क्यु की उन्हें वास्ता दिया जा रहा है इस देश के संविधान का ..जिस संविधान को भंग करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस को ही है क्यु की जब कांग्रेस संविधान का भंग करती है तो संसद ,मंदिर नहीं रहेता है और अगर दूसरी कोई पार्टी भंग करे तो संसद मंदिर बन जाता है ...क्या अजब माया है ...वो कहते है ना "जिसकी लाठी उसकी भेंस " "
* अश्लील फिल्म के नायक
" मदेराना के केस में अश्लीलता का नंगा नाच था और साथ में जनता के विश्वाश के साथ धोखा भी छुपा हुवा था ...तो अश्लील फिल्म देखनेवाले नेता के केस में अश्लीलता थी ..मग़र नंगा नाच नहीं था जिसे दुनिया देख सके ,गुनेहगार तो दोनों ही थे मदेराना और अश्लील फिल्म देखनेवाले ..मग़र जब माफ़ी कांग्रेस ने नहीं मांगी तो भला भाजपा क्यु मांगे ? क्यु की मदेराना तो अश्लील फिल्म के नायक थे "
" अगर देखा जाये तो दोनों ही पक्षों ने भारत की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए मग़र वो दिन भारतवासी के नसीब में कहाँ है की उनके द्वारा चुने गए उन्ही के नेता उनके द्वारा होती गलतियों की माफ़ी जनता से मांगे "
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ES HAMAM ME SAB NANGE HAI,PAR PHIR BHI DOOSRE KO NANGA KAHNE MAI NAHI CHOOKTE.aPNE NANGE PAN PAR UNHE SHARAM NAHI AATI,PAR ANYA SE SHARM KI APEKSHA KARTE HAI.
ReplyDeleteYEH BHARTIYA LOKTANTRA KI BAHUT BADI VIDAMBANA HAI AUR HAMARI MAJBOORI KI HUME ENHE SAHAN KARNA PAD RAHA HAI
एंटी हीरो ???
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