Thursday, February 2, 2012
मोदी की पनाह में कश्मीरी मुस्लिम ,कांग्रेसवालो देखो
नवभारत टाइम्स की ये खबर जरूर पढ़े ,
कांग्रेस ने चारो तरफ फैलाये झूठ को उजागर करती ये खबर शायद कांग्रेस के मुंह पर और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोधियो के मुंह पर एक करारा तमाचा साबित होगी ...ये रही वो खबर
अहमदाबाद ।। और कश्मीरी पंडितों के बारे में क्या ? गुजरात में 2002 के दंगों के बाद अक्सर दंगों और मुस्लिम समुदाय पर उसके असर की बात करने पर यही सवाल पूछा जाता रहा है मगर , अब गुजरात दंगों के 10 साल बाद कश्मीर घाटी के डरे हुए मुस्लिम उसी राज्य में पनाह ले रहे हैं जिसे हिंदुत्व की प्रयोगशाला का नाम दिया जाता रहा है।
कश्मीर के आतंकवाद से पीड़ित बारामुला जिले से आए करीब 50 परिवार कालूपुर रेलवे स्टेशन के पास टेंटों में रह रहे हैं। यह धरती पर स्वर्ग तो नहीं है , लेकिन ये परिवार वापस बारामुला जाने को तैयार नहीं क्योंकि वहां सुरक्षा बल और आतंकवाद के दो चाकों में पिसना इससे भी खतरनाक है।
इनमें से एक ने बताया , ' गुजरात में दंगों के बाद मुस्लिमों की जो हालत थी , उससे भी बदतर स्थिति थी कश्मीर में हमारी। ' यहां रह रहे लोग बात तो करते हैं लेकिन कैमरे का सामना करने को तैयार नहीं। इनका कहना है कि अगर बारामुला में इनके रिश्तेदारों को पता चला कि इन लोगों ने अहमदाबाद में शरण ली है तो उनकी स्थिति और असुविधाजनक हो जाएगी।
शुरू में वह बारामुला से भागकर श्रीनगर आए थे , लेकिन कड़ाके की ठंड और ठहरने की जगह तथा खाने के सामान की कमी के चलते उन्हें वहां से भी निकलना पड़ा। यहां भी काम मिलना मुश्किल साबित हो रहा है।
इसी ग्रुप का एक सदस्य परवेज अहमद खान कहता है , हमें बताया गया था कि अहमदाबाद में काम मिल जाएगा। कुछ एनजीओ इनकी मदद को आगे भी आए हैं। लेकिन , कुछेक को ही काम मिला है , क्योंकि ' कोई भी कश्मीरी मुस्लिम को काम पर रख कर रिस्क नहीं लेना चाहता। ' कुल मिला कर यह कश्मीर से बेहतर जगह लग रही है ? शहजाद खान का जवाब है , ' पता नहीं अभी तो हमारे सामने अपने परिवार की महिलाओं और बच्चों को खिलाने-पिलाने की समस्या ही नहीं सुलझ रही है। '
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मुसलमानों के पैरोकार इन बेचारों की सहायता के लिए आगे नहीं आयेंगे हाँ कहीं गुजरात पुलिस में कुछ कर्मियों ने यदि इन्हें वहां से हटा दिया या इनके साथ थोड़ी सी भी पुलिसिया बदसलूकी कर दी तब सेकुलर गैग उस बहाने मोदी को कोसने जरुर आ जायेगी|
ReplyDeleteGyan Darpan
..
shat pratishat sahi kaha ratan sir ...ye sekular log mauka hi dekhate hai
Deleteशरण उसी की ली जाती है जो विश्वसनीय हो, जो रहमदिल हो, जो क्षमतावान हो.
ReplyDeleteलेकिन देखना ये है कि कश्मीरी-मुस्लिम शरणार्थी इस उदारता का ऋण किस प्रकार चुकाते हैं?
pratul sir ..ye baat to hai ki sharan usiki li jati hai jo skhamtavan aur skhamashil ho ...aur dekhane layak ye rahega ki kashmiri muslim log kaise chukate hai is roon ko ...aur is baat se ye siddh bhi hota hai ki modi ke khilaf jo abhiyan congress chala rahi hai vo jhutha hai
Deleteफिर भी मोदी जी पर हिंदुत्व का तिलक कांग्रेस वालों को चुभेगा ।
ReplyDeleteहिंदुत्व का तिलक कांग्रेस को हर हमेश चुभता ही है क्यु की उसकी नीती है हिन्दू और मुसलमान भाई में दंगे करवाओ फूट डालो और राज करो ....और अपना जेब भरो
Deleteदरअसल मोदी जी हिन्दू धर्म को अनुसरित कर रहे हैं ..अगर भाई भाईचारे से रहता है तो उसे पूरा सम्मान दो और जरुरत पड़ने पर मदद भी करो अगर आवशक हो..और भाई अगर कौरव जैसा हो तो शस्त्र भी उठाओ..
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर खबर खान्ग्रेसियों के मुह पर तमाचा
आशु जी ,कौरवो के सामने लड़ने वाला ही अक्सर बदनाम होता है कौरवो के द्वारा और उसे साथ मिलता है ऐसी खबर दबानेवालो का ताकि जनता को असलियत का पता ना चले ..जो आज कल मिडिया कर रही है ,मग़र सच्चाई को आखिर कब तक छिपाएंगे वो लोग ..ये है उनकी असलियत भारी खबर
Deleteइन चीजों को मिडिया भी नहीं दिखाता.
ReplyDeleteमिडिया ..इस देश का सबसे बड़ा चोर है ..जो चोरो के सरदारों से भरी कांग्रेस को बचा रहा है
Deletein chijo ko media kyun dikhayga? kyun ki media congress ka kharida hua gulam hai
ReplyDeleteKishan
चोरो के सरदार को बचानेवाली मिडिया से उम्मीद रखना बेकार है ...सही कहा किशन जी
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