" ये वो देश है जहाँ जनता की नजर के सामने होता है उनकी ही आन, बान, और शान "तीरंगे" का अपमान ,जिस तीरंगे को १५ अगस्त और २६ जनवरी के दिन सलामी दी जाती है वही तीरंगे को दुसरे ही दिन आपकी ..मेरी ...और हम सबकी नजर के सामने किसी के पैरो तले कुचलता हुवा नजारा हम देखते है ..मगर फिर भी हम चुप रहते है ..ऐसा क्यु ? क्या हमारा जमीर आज भी सोया हुवा है, या फिर हम दिन ब दिन खुदगर्ज बनते जा रहे है ?
" सरहद पर लड़नेवाले अपने बेटे को जब कोई माँ खो देती है तब सरहद पर लडनेवाला वो बेटा अपने सीनेसे "तीरंगा" लगाकर इस दुनिया को आखरी अलवीदा करता है ..क्यु लगाया उसने अपने सीने से "तीरंगा" ?..क्या वो पागल है ?...नहीं वो पागल नहीं है मगर पागल तो हम है ,हमारी जान बचाने के लिए सरहद पर अपने सीने में गोलिया खानेवाला ..वो बहादुर सिपाही कभी गलत हो ही नहीं सकता मगर सायद उसकी नजर में हमारी जान कीमती है मगर फिर भी "तीरंगा" उसके लिए हमारे से भी ज्यादा अहेमियत रखता है ..| "
" आज वही "तीरंगे को जब हमारे ही सामने कोई "जलाता है "या फिर चन्द पैसों के लिए अपने नंगे बदन पर लगवाता है ..तो भी हम चुपचाप तमाशा देखते है, सायद नहीं बल्कि यक़ीनन ही सरहद पर लड़नेवाले और जान देनेवाले उन सिपाहियों को पता नहीं है की जिस "तीरंगे"के लिए वो अपनी जान गवा रहे है उस "तीरंगे"की कीमत इस देश के लोगों की नजर में सिर्फ और सिर्फ दो ही दिन की है | "
" सचिन तेंदुलकर , और आध्यात्मिक "माँ" देखिये इस विडियो में, किस तरह से करते है तीरंगे का अपमान ..और ये भी देखिये की आपको सडको पर किस हालत में मिलता है "तीरंगा" ...ये मॉडल और "योगिता करती है कैसे "तीरंगे का अपमान ..आप खुद ही देख लीजिये ....क्यु जोड़ते हो "तीरंगे "को अश्लीलता के साथ ..क्यु ? .....
आज तीरंगा कहेता है :
मेरी लीलामी यूँही चलती रहेगी ,
क्यु देते हो मुझे झुठी सलामी ,
बार बार टुकड़ो में बांटते हो,
फिर क्यु कहेते हो मै शान हु तुम्हारी ?"
* अगर आप सच्चे भारतीय है तो इस विडियो को जरूर देखे ..देखना की हमारे "राजनेता " भी कैसे करते है "तीरंगे" का अपमान..........
" तीरंगे को चाहना सीखो... जो हमारी , इस देश की पहेचान है ,कही ऐसा ना हो की हमारी ही वजह से हमारी पहेचान ये तिरंगा फिर से कही टुकड़ो में बट ना जाये | "
ये विडियो जरूर देखे
मै भी अन्ना तू भी अन्ना...
ReplyDeleteयह देश है वीर अन्नाओ का, अनपढ़ नेताओ का, गवार और नालायक सांसदों का.
इन सांसदों का यारो क्या कहना, ये लगाते देश को लाखो करोडो का चूना.
बड़ी मोटी चमड़ी है इन सालो की, बड़े तीखे हैं दात चारा खाने वालो के.
यहाँ बैठते है रावण संसद में.
ये सुनले है हमें तमन्ना मर मिटने की, कसम हमें तिरंगे की.
वक्त है आओ मिलकर इंकलाबी नारा बुलंद कर दे.
भारत माँ की छाती छलनी होती इन चोरो से, छाती पर लोटते सांपो से.
आओ दिलादे मुक्ति देश को इन गद्दारों से.
टीम अन्ना, किरण बेदी और ओम पुरीजी ने कुछ भी गलत नहीं कहा अथवा किया है। अब हमें दिखाना है की राष्ट्र जग गया है, इसके लिये हम सब आइये नेताओ को अनपढ़, गवार, नालायक , दोमुहे, चोर, देशद्रोही, गद्दार कहती हुई एक चिठ्ठी लोकसभा स्पीकर को भेजे(एक पोस्टकार्ड ). देखते हैं देश के करोडो लाखो लोगो को सांसद कैसे बुलाते है अपना पक्ष रखने के लिये। यदि इससे और कुछ नहीं हुआ तो भी बिना विसिटर पास के लोक तंत्र के मंदिर संसद को देखने और किरण बेदी के साथ खड़े होने का मौका मिलेगा। और संसद ने सजा भी दे दी तो भी एक उत्तम उद्देश्य के लिये ये जेल भरो होंगा।
में ये स्पष्ट कर दू की यह विचार मैने एक टिप्पणी से उठाये हैं पर में इससे १००% सहमत हूँ। कृपया इस विचार को अपने अपने ब्लॉग पर ड़ाल कर प्रसारित करे। आइये राष्ट्र निर्माण में हम अपनी भूमिका निभाये।
जय हिंद
http://tatva-bodh.blogspot.com/
सर ये सब बहुत ही निंदनीय है| केवल इसी देश में ऐसा करना संभव है और इसके लिए आपका कोई बाल भी बांका नही कर सकता|
ReplyDeleteशर्म आती है ऐसे लोगों को भारतीय कहते हुए जो यही की खाते हैं और अपनी राष्ट्रीयता का सम्मान करना भी नही जानते|
नीलम जी की टिप्पणी से ओश भर गया|
Tirange ka apmaan apni maa-behan k apmaan jaisa hai...
ReplyDeletedefaulters must be punished...
nilam ji aapka bahut bahut sukriya ..sach me aapki comment ne to aankhe nam kar di ..sahi kaha hai aapne aap se mai hi kya balki aaj sayad har koi sahemat hi hoga
ReplyDeletevandana ji ..tetalaa par ye post lagane ke liye aapka bahu bahut sukriya
ReplyDeletediwas sir ..aapne to mere munh ki baat chhin li
ReplyDeleteनिंदनीय ..
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