* हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
* हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
* ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
* हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
* कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया
भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
* देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू
संतो को
फसाया जाता है
इस पोस्ट मे इस
के सबूत भी दिये है की ये “ स्वामी विरातो” ही है आप भी देख लीजिये
“ आप यहाँ जो
तस्वीर देख रहे है उसके बारे मे नवभारत टाइम्स मे ये तस्वीर के साथ लिखा गया था की
ये तस्वीर संत श्री आशाराम बापू की है मगर ये तस्वीर आशाराम बापू की नहीं बल्कि
ओशो के अनुयाई “ स्वामी विरातो “ की है जिसकी वेश
भूषा भी “आशाराम बापू” जैसी ही है | “
“ नवभारत
टाइम्स” जैसे मीडिया ग्रुप भी ऐसी खबर की छान बिन किए बगैर
ही छाप देते है ओर खिलवाड़ करते है करोड़ो हिन्दुओ की आस्था से ... नवभारत टाइम्स की
वेब साइट मे कभी कभी आप देखेंगे की ईसाई धर्म का प्रचार बखूबी हो रहा है जहां उनकी
साइट खोलते ही ऊपर या नीचे एक इस्तेहार आता है की “ मै इशू को
अपना उद्धारककरता स्वीकारता हु ? मै ईश्वर पुत्र बनना चाहता हु ? “ तो इसका मतलब है की जो ईसाई धर्म अपनाते है वही ईश्वर पुत्र कहलाते है क्या ? ये क्या हुवा ? हम इसे क्या माने, जब
की इस देश मे धर्मांतरण का कानून बहुत ही कडक है मगर ऐसे इस्तेहार जो धर्मांतरण
करने के लिए प्रेरणा देते है उसका क्या ? ...क्या इस देश का
कानून अगर हिन्दू लोग भी ऐसे इस्तेहार दे तो ऐसे ही चूप बैठेगा ? “
* सरकार कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
" कमाल की सरकार है जो एक तरफ कहेती है हम धर्म मे नहीं मानते है ओर दूसरी तरफ दुनिया के प्राचीन धर्म को बदनाम करने पर तुली हुई है .....क्या इस सरकार को सिर्फ हिन्दू ही दिखाई देते है क्या ? इस देश मे कुछ भी हो मगर दोष की टोकरी हिन्दुओ पर ही आती है ओर सरकार भी उनही लोगो को सपोर्ट करती है जो हिन्दुओ के विरोधी हो ....भाई ऐसा क्यू ? साधवी प्रज्ञा हो या कोई ओर हिन्दू संत हो, जो भी सरकार के खिलाफ बोलेगा उसका हाल ऐसा ही होगा | सब जानते है मगर शायद इंतेजार कर रहे है हिन्दू धर्म को लुप्त होते देखने का ,ताजूब्ब तो इस बात का है की देश की तटस्थ कही जानेवाली मीडिया का रुख भी जनता की नजर मे संदेह के घेरे मे आ रहा है ओर तभी इस देश मे फेसबूक जैसी सोसियल साइटो का महत्व बढ़ रहा है ...लोग उन साइटों पर ज्यादा महत्व रख रहे है जहां सिर्फ जनता सच बात रख सकती है ...अपने दिल की बात | "
* क्या ऐसा इस्तेहार हिन्दू दे सकते है ?
" अगर जिजस जैसा इस्तेहार कोई हिन्दू धर्मवाले देते तो उसके वहाँ ...सीबीआई से लेकर सभी सरकारी डिपार्टमेन्टवालों ने धाबा बोल दिया होता की ये गलत है .... देश का कानून जो सभी धर्म से भी बड़ा है वो भी इस पर चूप क्यू है ? क्या वो भी ऐसे अन्याय को न्याय समज रहा है ?"
नोट :
" जिन लोगो के मन मे अभी भी शंका हो ओर ऊपर दिये गए सबूत कम पड़ते हो ओर जो अभी भी मानते है की ये आशाराम बापू ही है वो यहाँ जाए "
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sahi likha hai, kanooni karryavai hona chahiye.
ReplyDeleteबिलकुल होनी ही चाहिए कानूनी कार्यवाही ...क्यू की एक ज़िम्मेदारी होती है देश की मीडिया पर मगर जब वही मीडिया देश की जनता को इस तरहा गुमराह करे चंद पैसो के लिए तो ये सरासर गलत ही है
Deleteye kangres jaldi hi mitti men mil jayegi
ReplyDeleteजी सही कहा भारत योगी जी .... अब घड़ा भर चुका है
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