" हर गली हर चौराहे पर आपको सुनाई देगी एक दामिनी की चीख ...क्यू की इस देश की सरकार नारी को सिर्फ एक खिलौना मानती है तभी तो 18 की जगह 16 का कानून लाने की बात कर रही थी सरकार ...ये वो सरकार है जिसके मंत्री भी कई ऐसे केसो मे फंसे हुवे है ...मदेराना ,तिवारी,संघवी,कांडा,कुरियन ....तो भला ऐसे लोगो की सरकार से आप क्या उम्मीद रख सकते ?"
" बलात्कार पर कडक कानून लाने के बावजूद भी ,बलात्कार पर रोक नहीं लगा सकती है सरकार क्यू की बलात्कारियों के लिए सिर्फ एक ही कानून होना चाहिए ओर वो है सजा ए मौत ....क्या बलात्कारी के दिल कभी मानवता होती है ? तो फिर हम क्यू दिखाये उसके प्रति मानवता ? लटका दो उसे भी फांसी पर ताकि सही न्याय उन दामिनियों को मिले जिन पर अन्याय हुवा है |"
" बलात्कारियों को आप जिंदा क्यू रखते हो ? जब की उस आदमी ने एक नारी की ज़िंदगी खत्म कर दी है ....ये देश के मंत्रियो पर जब तक ये बलात्कार का दर्द नही उभरेगा तब तक ये कमीनों को पता नहीं चलेगा की बलात्कार का दर्द क्या होता है.... क्या कानून बनाया है इन लोगोने जिस कानून का डर बलात्कारियों को जरा भी नहीं है ...उल्टा जब से ये कानून बना है तब से बलात्कार बढ़ते ही जा रहे है |"
" नारी खिलौना नहीं है .... जो हर वक़्त दर्द को सहे ,सोनिया गांधी से लेकर बड़े बड़े नेता हर चुनाव मे कहते है की गुजरात मे महिलाए सुरक्शित नहीं है ...... भाई गुजरात मे तो महिलाए रात के 2 बजे भी अकेली घूम सकती है मगर दिल्ली की हालत देखो जहां महिलाए अपने घर मे भी सुरक्शित नहीं है ....अभी अभी एक दामिनी की चीख शांत नहीं हुई ही की ये दूसरी धृणास्पद घटना ...... सरकार कहेगी की पुलिस की गलती ओर पुलिस कहेगी की सरकार की गलती ....गलती चाहे जिसकी भी हो मगर भुगतना पड़ता है देश की नारी को ही ..... सरकार चाहे तो बलात्कार पर रोक लग भी सकती है ...... अगर साबित होने पर सीधी फांसी का कानून लगाया जाए | "
" मगर ये सरकार ऐसा नहीं करेगी क्यू की जब भी देश मे ऐसी भयानक घटना होती है तब कोंग्रेसी नेता 10 जनपथ की गुफा मे छिप जाते है ...... काश एक बलात्कार नेता पर भी हो ताकि देश मे कडक कानून तो बने ...... बहन ,बेटी सुरक्शित तो रहे |"
" पुलिस भी ऐसे मामले मे सवाल करती है की " क्या आपने बलात्कार होते देखा है ? " क्या ऐसे कानून के रखवालों से उम्मीद रखना सही है ? या फिर उस सरकार से जो बलात्कार के खिलाफ फांसी का कानून लाने से डर रही है ?"
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" बलात्कार पर कडक कानून लाने के बावजूद भी ,बलात्कार पर रोक नहीं लगा सकती है सरकार क्यू की बलात्कारियों के लिए सिर्फ एक ही कानून होना चाहिए ओर वो है सजा ए मौत ....क्या बलात्कारी के दिल कभी मानवता होती है ? तो फिर हम क्यू दिखाये उसके प्रति मानवता ? लटका दो उसे भी फांसी पर ताकि सही न्याय उन दामिनियों को मिले जिन पर अन्याय हुवा है |"
" बलात्कारियों को आप जिंदा क्यू रखते हो ? जब की उस आदमी ने एक नारी की ज़िंदगी खत्म कर दी है ....ये देश के मंत्रियो पर जब तक ये बलात्कार का दर्द नही उभरेगा तब तक ये कमीनों को पता नहीं चलेगा की बलात्कार का दर्द क्या होता है.... क्या कानून बनाया है इन लोगोने जिस कानून का डर बलात्कारियों को जरा भी नहीं है ...उल्टा जब से ये कानून बना है तब से बलात्कार बढ़ते ही जा रहे है |"
" नारी खिलौना नहीं है .... जो हर वक़्त दर्द को सहे ,सोनिया गांधी से लेकर बड़े बड़े नेता हर चुनाव मे कहते है की गुजरात मे महिलाए सुरक्शित नहीं है ...... भाई गुजरात मे तो महिलाए रात के 2 बजे भी अकेली घूम सकती है मगर दिल्ली की हालत देखो जहां महिलाए अपने घर मे भी सुरक्शित नहीं है ....अभी अभी एक दामिनी की चीख शांत नहीं हुई ही की ये दूसरी धृणास्पद घटना ...... सरकार कहेगी की पुलिस की गलती ओर पुलिस कहेगी की सरकार की गलती ....गलती चाहे जिसकी भी हो मगर भुगतना पड़ता है देश की नारी को ही ..... सरकार चाहे तो बलात्कार पर रोक लग भी सकती है ...... अगर साबित होने पर सीधी फांसी का कानून लगाया जाए | "
" मगर ये सरकार ऐसा नहीं करेगी क्यू की जब भी देश मे ऐसी भयानक घटना होती है तब कोंग्रेसी नेता 10 जनपथ की गुफा मे छिप जाते है ...... काश एक बलात्कार नेता पर भी हो ताकि देश मे कडक कानून तो बने ...... बहन ,बेटी सुरक्शित तो रहे |"
" पुलिस भी ऐसे मामले मे सवाल करती है की " क्या आपने बलात्कार होते देखा है ? " क्या ऐसे कानून के रखवालों से उम्मीद रखना सही है ? या फिर उस सरकार से जो बलात्कार के खिलाफ फांसी का कानून लाने से डर रही है ?"
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बिल्कुल यही होना चाहिये अब एक बडे नेता के घर मे और एक उच्च पुलिस अधिकारी के घर मे जब खुद उस दोज़ख की आग मे जलेंगे तभी शायद ये उस दर्द को समझेंगे मै तो यही चेता रही हूँ बार बार अपनी रचनाओं के माध्यम से आज भी यही कहा है काश कहीं तक ये आवाज़ पहुँचे और जो असंवेदनशील होकर बैठे हैं उनके दिल पसीजें और सही निर्णय ले सकें।
ReplyDeleteबिलकुल ही सही कहा आपने वंदना जी आप से मै सहेमत हु
Deleteकाश ऐसा हो जाये
ReplyDeleteआदरणीय शास्त्री जी आपको एवं सभी ब्लोगर भाई तथा बहेनों को पृथ्वी दिवस की बधाई हो
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