" गांधीजी "को मारनेवाले हम लोग जब उनकी तारीफ करते है ...तो बड़ा अजीब लगता है , गाँधी की तस्वीर को चाहते है हम, मगर उनके सिद्धांतो को भूल गए है ....और इसी लिए कहेता हु मै की , " गाँधी को मारनेवाले हम लोग ही है "..अगर गाँधी के सिद्धांतो को भूल जाते है हम तो ये गाँधीजी को मारने बराबर ही है | "
" सिर्फ़ उनकी याद में उनके जन्म दिन पर दो अच्छी बातें लिखकर गाँधी को याद करने का हक सायद हम भारतवासियों ने खो दिया है उनके ....सिद्धांतो को मारकर | कौन करता है उनके सिद्धांतो का पालन ...क्या हम करते है ?..नही ,"क्यों की गाँधी की तस्वीर अच्छी है ,मगर उनके सिद्धांत ये ज़माने में फिट नही बैठ ते "..सायद यही जवाब होगा आप सब का ? गाँधी जयंती आई, चलो याद करे गांधीजी को ....दो फूल ले आओ ,एक माला ले आओ ...दो चार देश भक्ति के गीत गाओ और भूल जाओ "गांधीजी" को , दुसरे दिन वही गांधीजी की तस्वीर तले बैठ कर आराम से "रिश्वत" दो ..क्या यही है गांधीजी का सिद्धांत ? क्या यही सीखे है हम उनके जीवन चरित्र से ? "
" माउन्ट ब्लांक " जैस्सी विदेशी कम्पनी जो " गाँधीजी "से प्रभावित होकर ...२४१ पेन ,जो "व्हाइट गोल्ड" से बनी है मार्केट में लॉन्च कर रही है ...जिसका नाम रखा है " गाँधी " ...मगर हम या हमारी निक्कमी सरकार क्या करते है " गांधीजी " के लिए ? ..जवाब है ...कुछ नही ...करते है तो सिर्फ़ उनके सिद्धांतो को तोड़ने का कार्य ही ..."माउन्ट ब्लांक " कम्पनी को धन्यवाद की उन्होंने हमारे " राष्ट्रपिता गांधीजी " की कद्र की ...भले ही उनके पेन की कीमत ११ लाख ३३ हज़ार हो ..अरे क्या हमारे" गांधीजी "के सिद्धांत भी क्या कम अनमोल थे ? जो पेन सस्ता हो | "
" गांधीजी के सिद्धांतो को तोड़नेवाले तमाम भारतीयों को सलाम ....दोस्तों " गांधीजी "को सिर्फ़ कागज़ पर कैद मत करो ....उनके सिद्धांतो को जिन्दा रखो ...ये बात मैंने अपनी पिछली पोस्ट याने " गाँधी तेरा राष्ट्र बिगड़ गया " में भी की थी ,आप सब से गुजारिश है दोस्तों की " गांधीजी की तस्वीर के साथ साथ उनके सिद्धांतो को भी जिन्दा रखो .....|"
" गांधीजी के सिद्धांतो को कफ़न पहेनाकर, उनकी तस्वीर को फूलो के हार से मत सजाओ ....उनकी तस्वीर के साथ साथ गांधीजी के सिद्धांत भी हमारे लिए कीमती है |गांधीजी की तस्वीर दिल में और उनके सिद्धांत अपने साथ रखो ...यही सच्ची रीत होगी उन्हें याद करने की सायद |"
" गाँधी " नाम से जुड़े सिद्धांतो को महत्व देना हम भारतीयों का फ़र्ज़ है .....आओ हम मिलकर कहे आज की, गांधीजी को सिर्फ़ तस्वीर बनाकर नही ,बल्कि तस्वीर के साथ साथ उनके सिद्धांतो को भी हम अपने दिल में जिन्दा रखेंगे | "
" जय हिंद "
" गाँधी " नाम से जुड़े सिद्धांतो को महत्व देना हम भारतीयों का फ़र्ज़ है .....आओ हम मिलकर कहे आज की, गांधीजी को सिर्फ़ तस्वीर बनाकर नही ,बल्कि तस्वीर के साथ साथ उनके सिद्धांतो को भी हम अपने दिल में जिन्दा रखेंगे | "
ReplyDeleteबिल्कुल सही कहा है अपने .
.अगर गाँधी के सिद्धांतो को भूल जाते है हम तो ये गाँधीजी को मारने बराबर ही है
ReplyDeleteबिल्कुल ठीक लिखा है आपने
बी एस पाबला
" गांधीजी के सिद्धांतो को कफ़न पहेनाकर, उनकी तस्वीर को फूलो के हार से मत सजाओ ....उनकी तस्वीर के साथ साथ गांधीजी के सिद्धांत भी हमारे लिए कीमती है |गांधीजी की तस्वीर दिल में और उनके सिद्धांत अपने साथ रखो ...यही सच्ची रीत होगी उन्हें याद करने की सायद |"
ReplyDeleteभाई वाह क्या बात है आज तो आप ने दिल को छु लेने वाला मुद्दा उठा लिया। आपकी बात बिल्कुल सहमत हूँ।
" गांधीजी के सिद्धांतो को कफ़न पहेनाकर, उनकी तस्वीर को फूलो के हार से मत सजाओ ....उनकी तस्वीर के साथ साथ गांधीजी के सिद्धांत भी हमारे लिए कीमती है |गांधीजी की तस्वीर दिल में और उनके सिद्धांत अपने साथ रखो ...यही सच्ची रीत होगी उन्हें याद करने की सायद |"
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सन्देश है।
बधाई!
क्या करें आज सब कुछ बदल गया है गाँधी जी की आत्मा आज चीतकार कर रही होगी अपने इन नेताओं को देख कर और अपने देश की दुर्दशा पर । गाँधी जी और लाल बहादुऋ शास्त्री जी को विनम्र श्रद्धाँजली आभार्
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर आलेख ।
ReplyDeleteविचारोत्तेजक -सरकार अआपके इस तेज का पूर्वाभास कर गयी और नरेगा को गांधी जी नाम कर ही दिया ! अब खुश ?
ReplyDeletebahut ache vichar he ye bilkul sahi he jab unka janmdin hota he us din yaad kar liya or fhir bhool jate he or next year unko yaad karte he
ReplyDeletebahut achi rachan he aap hi unke sidhant jivit rakhiye or logo ko isi tarh prerit kijiye
Gar wo mahatma in sab baton ko dekhta hoga to sochta zaroor hoga...ek mishkil-see muskaan jiske liye wo mashhoor tha...bilkul bachhon kee-see maasoom...natkhat..nishkapat...!
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सही कहा आपने ....गाँधी ने हमें सत्य, अहिंसा और धरम का उपदेश दिया ...पर हम उनके सीधांतों पर कितना चल पाते हैं ....?
ReplyDeleteमैं अपनी छः पंक्तियों के माध्यम से ही अपनी बात रखता हूँ-
ReplyDeleteगांधी जी के सारे सपने, धूसर हो बर्बाद हुए.
हम सब रहे वहीं पर लेकिन उनके (#) घर आबाद हुए.
अब ना वक्त बर्बाद करो, बस अस्त्र थाम लो बाँहों में.
दूर करो सारे काँटों को, पड़े हुए जो राहों में.
प्रजातंत्र के सही अर्थ का, बिगुल बजा कर लूँगा चैन.
देश द्रोहियों गद्दारों को, आज मिटा कर लूँगा चैन....
- विजय
(#) भ्रष्ट नेता
bahut hi tikha katach jari rakhiye..........
ReplyDelete" sukriya dosto ...hamare raastrapita mahatma gandhi ko sayad hamari aur se yahi salami ki rit hogi ki hum unke siddhant na bhule ..."
ReplyDelete" aap sabhi ka aabhari hu "
----- eksacchai { AAWAZ }
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Upar foto mein bilkul sahi likha hai.....
ReplyDelete"THERE IS GOD .... HIGHER THAN TRUTH"...
" गांधीजी के सिद्धांतो को कफ़न पहेनाकर, उनकी तस्वीर को फूलो के हार से मत सजाओ ....उनकी तस्वीर के साथ साथ गांधीजी के सिद्धांत भी हमारे लिए कीमती है |गांधीजी की तस्वीर दिल में और उनके सिद्धांत अपने साथ रखो ...यही सच्ची रीत होगी उन्हें याद करने की सायद |"
BILKUL SAHI...YAHI SACHCHI REET AUR JEET HOGI....
सही है- हम गांधीजी की तस्वीर को पूजते भले ही हैं पर उनके सिद्धांतों को ताक पर रखकर नेतागिरी करते हैं। तभी तो एक पुराने नारे का नवीनीकरण इस तरह कर सकते हैं:-
ReplyDeleteदेश की नेता सोनिया गांधी
कल के नेता राहुल गांधी
भाड़ में जाये महात्मा गांधी:)
main aapki fri hoon but app nahi mante isiliye mujhe com................... nahi di aapne
ReplyDeleteवाह बहुत बढ़िया और बिल्कुल सही लिखा है आपने! बहुत अच्छा लगा पढ़कर! आपकी लेखनी को सलाम!
ReplyDeleteगाँधी जयंती की शुभकामनायें!
तुलसी भाई जी आपने बिलकुल सही कहा. आज के लोग कहाँ उन सिद्धांतों को ध्यान देतें है. बहुत दुःख होता है हर दिन गाँधी को मरते देखकर.
ReplyDeletenice
ReplyDelete" aabhar aapka "
ReplyDelete----- eksacchai { AAWAZ }
आपने तो, लगा, जैसे मेरे ही बहुत से विचारों को अपने महत्वपूर्ण शब्द दे दिए.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लेख.
हार्दिक बधाई.
चन्द्र मोहन गुप्त
जयपुर
www.cmgupta.blogspot.com
मैं आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हूँ कि आपने मेरी कविता को पढ़कर उसकी आखरी दो लाइन बदलने के लिए कहा और अब बिल्कुल सही लग रहा है!
ReplyDelete" गाँधी " नाम से जुड़े सिद्धांतो को महत्व देना हम भारतीयों का फ़र्ज़ है .....आओ हम मिलकर कहे आज की, गांधीजी को सिर्फ़ तस्वीर बनाकर नही ,बल्कि तस्वीर के साथ साथ उनके सिद्धांतो को भी हम अपने दिल में जिन्दा रखेंगे | "
ReplyDeleteबापूजी हमेशा प्रासंगिक रहेंगे.