“ नम्र निवेदन
इसे कहते है क्या ? “ रामू चाचा बोले तो
उस पर पप्पू कुछ बोलने जा ही रहा था की “बेटा ,वो रहे सियासी लोग ..वो थोड़े ही तुम्हारी बात सुनेंगे ? “ ,” क्यू नहीं सुनेंगे ? गांधीजी के नाम का उपयोग करके वोट मांगना उनका शौख है तो ये मेरा शौख है |” नन्हें पप्पू ने कहा वैसे पप्पू की बात मे दम तो था ही पर रामू चाचा को चिंता
इस बात की थी की अगर ये निवेदन का कोंग्रेसी नेताओ ने स्वीकार कर लिया तो क्या करेंगे
?
“ दो दिन बीत
गए मगर पप्पू अब भी वो निवेदन ही लिख रहा था ....चाचा को चिंता थी की आखिर पप्पू मेरी
बात नहीं मानेगा अगर इसे गाँव के मुखियाजी समजाए तो बात बन सकती है ,तो चाचा चले मुखिया जी के पास मुखियाजी से मिलकर अपनी मुश्किल बताई ... मुखियाजी
ने उस से थोड़ा घर का काम करवाया और फिर कहा “ कहाँ है पप्पू ?” चाचा ने कहा “घर पर है “ तो मुखियाजी
ने कहा चलो चलते है तुम्हारे घर ये कहते की “ देख मै शुद्ध दूध
की ही चाय पिता हु ...चाय मे पानी मत मिलाना
....सभी पप्पू के घर पहुंचे देखा तो पप्पू अब भी वो नम्र निवेदन ही लिख रहा था |”
“ मुखियाजी
आगे बढ़े “पप्पू क्या लिख रहे हो ? “...” नम्र निवेदन “ पप्पू ने कहा
“ जरा हमे भी तो दिखाओ क्या लिखा है “ मुखिया
ने कहा तो पप्पू ने वो कागज मुखियाजी के हाथ मे थमा दिया जिसे पढ़कर मुखियाजी बहुत जोरों
से हंसने लगे उनके ठहाके गूंजने लगे थे तो उनके साथ आए दो चार लोगो मे से एक ने कहा
“ क्या बात है मुखिया जी ?”....मुखियाजी
ने वो “ नम्र निवेदन “ उसके हाथ मे थमा
दिया ओर अपनी जेब से 500 का नोट निकालकर नन्हें पप्पू के हाथ मे थमा दिया ,नोट लेकर पप्पू बोला “ 500 देकर 1000 वसूल तो नहीं करोगे
ना ? क्यू की तुम भी कोंग्रेसी ही हो |” मुखियाजी ने कहा नहीं बेटा मगर तेरा “ नम्र निवेदन तो
गज़ब का है “|
“ आपको पता
है उस निवेदन मे क्या था ? नहीं पता तो चिंता ना करे उस निवेदन
की फोटो कॉपी यहाँ पर दी हुई है ...
* पाठको से नम्र निवेदन
" आप भी पप्पू के निवेदन से सहेमत है तो आप
से भी एक “ नम्र निवेदन “ की आप अपनी बहुमूल्य
कमेन्ट पप्पू के “ नम्र निवेदन “ पर दे
|”
:::
::
kuchh ek ko chhhodkar baaki sab ek jaise hi lagte hain.
ReplyDeleteबहुत शानदार |
ReplyDeleteयहाँ भी पधारें और लेखन पसंद आने पर अनुसरण करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page