* फरवरी महिना चालू है मगर “अवध फूड “के
पेकिंग पर बता रहे है मार्च महिना
* 2 -2013 की जगह 3- 2013 कैसे ?
* क्या इस देश मे मेन्यूफ़ेक्चरिंग डेट एक महिना पूर्व डाली जाती है ?
* दुनिया का कोई भी देश इस बात की मंजूरी नहीं देता है
* क्या सरकार सो रही है ?
* क्या सरकार इस बात की इजाज़त देती है ?
* बच्चे देश का आनेवाला भविष्य है और हो रहा है उनही के साथ खिलवाड़
“ एक तरफ
सरकार विज्ञापन दे रही है की कोई भी चीज खरीदते वक़्त उसकी एक्स्पायरी डेट देख कर
खरीदे मगर यहाँ घोटाला हो रहा है “ पेकिंग डेट “ मे ,इस बात को लेकर जब “अवध
फूड “के कस्टमर केर मे बात की गई तो उन्होने बेफिकरे अंदाज़
मे बताया की “ हम तो 26 तारीख से ही महिना बदल देते है “ राजुभाई जिनहोने फोन उठाया था उन्होने आगे बाते की “ऐसा तो सभी करते है ,बालाजी वेफ़र्स भी ऐसा ही करता
है ,जिस नंबर पर बात हुई थी वो ये नंबर था 09426222130 |“
“ 2 रा
महिना खत्म ही नहीं हुवा है अभी, तो 3 रे महीने का प्रोडक्सन
आप बाजार मे कैसे डाल सकते है ?क्या सरकार इस बात की इजाजत
देती है ? ये मामला गंभीर है क्यू की ये food है खासकर बच्चे ही ज्यादा खाते है ओर ये घोटाला हुवा है बच्चो के लिए
बनते ABCD फ्राइम्स मे |”
“ दुनिया
के किसी भी देश मे ऐसा कानून नहीं है की एक महिना पूर्व ही आप मेन्यूफ़ेक्चरिंग डेट
अपने प्रोडक्ट पर डाल कर वो माल बाजार मे बेचे क्या कोई देश इस बात की मंजूरी देता
है की 2 रा महिना चालू है और आप अपने प्रोडक्ट पर 3 रे महीने का पेकिंग है ऐसा
लिखकर बाजार मे उस माल को बेच सके ?”
“गंभीर
इस लिए माना जाए क्यू की एक तो 2 रा महिना चालू है और 3 रे महीने का आप पेकिंग
मार्क लगाकर बाजार मे बेचते है जब की उसकी एक्स्पायरी डेट होती है “bestbefore 3 monthsfromdateofpacking“ अगर ऐसे मे 2 रा
महिना डाला जाए तो व्यापारियो को एक महिना अधिक मिलता है याने जो चीज 6 ठेमहीने से पूर्व ही खाने के लायक नहीं रहेती है
वो चीज के लिए व्यापारियो को एवं कंपनी को 6 ठे महीने का अंत तक बाजार मे आराम से
बेच सकते है जो की एक्स्पायरी माल होता है मगर जनता तो यही देखती है की 3 रे महीने
से 6 ठे महीने तक ये अच्छा है |”
“ क्या इस
देश मे मेन्यूफ़ेक्चरिंग डेट एक महिना पूर्व डाली जाती है ?
ये सवाल आज यहाँ इस मसले पर उभरता है और अगर सरकार इस बात की इजाजत देती है तो
सरकार भी कर रही है इस देश के आनेवाले भविष्य के साथ खिलवाड़ |”
“ नम्र निवेदन
इसे कहते है क्या ?“ रामू चाचा बोले तो
उस पर पप्पू कुछ बोलने जा ही रहा था की “बेटा ,वो रहे सियासी लोग ..वो थोड़े ही तुम्हारी बात सुनेंगे ?“,” क्यू नहीं सुनेंगे ? गांधीजी के नाम का उपयोग करके वोट मांगना उनका शौख है तो ये मेरा शौख है |” नन्हें पप्पू ने कहा वैसे पप्पू की बात मे दम तो था ही पर रामू चाचा को चिंता
इस बात की थी की अगर ये निवेदन का कोंग्रेसी नेताओ ने स्वीकार कर लिया तो क्या करेंगे
?
“ दो दिन बीत
गए मगर पप्पू अब भी वो निवेदन ही लिख रहा था ....चाचा को चिंता थी की आखिर पप्पू मेरी
बात नहीं मानेगा अगर इसे गाँव के मुखियाजी समजाए तो बात बन सकती है ,तो चाचा चले मुखिया जी के पास मुखियाजी से मिलकर अपनी मुश्किल बताई ... मुखियाजी
ने उस से थोड़ा घर का काम करवाया और फिर कहा “ कहाँ है पप्पू ?” चाचा ने कहा “घर पर है “ तो मुखियाजी
ने कहा चलो चलते है तुम्हारे घर ये कहते की “ देख मै शुद्ध दूध
की ही चाय पिता हु ...चाय मे पानी मत मिलाना
....सभी पप्पू के घर पहुंचे देखा तो पप्पू अब भी वो नम्र निवेदन ही लिख रहा था |”
“ मुखियाजी
आगे बढ़े “पप्पू क्या लिख रहे हो ?“...” नम्र निवेदन “ पप्पू ने कहा
“ जरा हमे भी तो दिखाओ क्या लिखा है “ मुखिया
ने कहा तो पप्पू ने वो कागज मुखियाजी के हाथ मे थमा दिया जिसे पढ़कर मुखियाजी बहुत जोरों
से हंसने लगे उनके ठहाके गूंजने लगे थे तो उनके साथ आए दो चार लोगो मे से एक ने कहा
“ क्या बात है मुखिया जी ?”....मुखियाजी
ने वो “ नम्र निवेदन “ उसके हाथ मे थमा
दिया ओर अपनी जेब से 500 का नोट निकालकर नन्हें पप्पू के हाथ मे थमा दिया ,नोट लेकर पप्पू बोला “ 500 देकर 1000 वसूल तो नहीं करोगे
ना ? क्यू की तुम भी कोंग्रेसी ही हो |” मुखियाजी ने कहा नहीं बेटा मगर तेरा “ नम्र निवेदन तो
गज़ब का है “|
“ आपको पता
है उस निवेदन मे क्या था ? नहीं पता तो चिंता ना करे उस निवेदन
की फोटो कॉपी यहाँ पर दी हुई है ...
* पाठको से नम्र निवेदन
" आप भी पप्पू के निवेदन से सहेमत है तो आप
से भी एक “ नम्र निवेदन “ की आप अपनी बहुमूल्य
कमेन्ट पप्पू के “ नम्र निवेदन “ पर दे
|”
* कितने लोग जानते है "बजेट"
का मतलब ? * इस शब्द का जन्म कब हुवा ? * आइये जानते है वो रोचक इतिहास
" आम आदमी की ज़िंदगी से जुड़ा ये शब्द आखिर आया कहाँ से ? क्या है ये बजेट शब्द ? तो मित्रो कहानी शुरू होती है आज से 153 साल पहले याने सन 1733 जगह थी इंगलेंड का "संसद भवन " ओर टार्गेट बने थे इंगलेंड के भूतपूर्व वित्त्मंत्रि सर रॉबर्ट वोलपोल | "
* बूजेट शब्द से बना बजेट
" दरअसल " बूजेट " इस फ्रेंच (फ्रांसीसी भाषा के शब्द bougette) शब्द से उत्पन्न हुवा "
बजेट" शब्द ,जिसका मतलब
होता है " चमड़ी से बना थैला "
* क्या हुवा इंगलेंड के संसद भवन मे
1733 मे इंगलेंड
के भूतपूर्व वित्तमंत्री सर रॉबर्ट वोलपोल से जुड़ा है ये किस्साबड़ा ही रोचक है सन 1733 मे जब ब्रिटन
संसद मे वित्त मंत्री वोलपोल ने संसद के सामने आर्थिकप्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए एक चमड़ी से बना थैला खोला जिस थैले मे आर्थिक प्रस्ताव के कागजात रखे थे,मगर उनके थैले को कुछ लोगो ने मज़ाक बना दिया ओर जिसके पश्चात वित्तमंत्री की मज़ाक उड़ाने के लिए " बजेट "नाम से एक किताब बनी, फिर ये
बजेट शब्द धीरे धीरे लोगो मे लोकप्रिय बनगया याने आज से 153 साल
पहले जन्म हुवा "बजेट" शब्द जो आज भी सभी लोगो को परेशान कर रहा है| "
" 1733 मे किया गया मज़ाक आज गंभीर बनकर हर समाज एवं हर देश को परेशान कर रहा है ,"बूजेट से बजेट " तक के इस सफर को 153 साल बीत गए मानो एक "चमड़ी के थैले" का उड़ाया गया मज़ाक आज हर समाज का अभिन्न अंग बन चुका है | "
“ 26 फरवरी 2013 के दिन
“रेलमंत्री श्री पवनकुमार बंसल” आपके सामने लेकर आएंगे
“भारतीय रेल बजेट “ उस से पहले एक नजर करते
है भारतीय रेल के इतिहास पर जो काफी रोचक है |“
* विश्व का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है भारतीय रेल
* 16 अप्रैल 1853 के दिन मुंबई ठाणे के बीच देश की प्रथम ट्रेन चली थी
* 26 जनवरी 1950 के दिन बंगाल के चितरंजन मे ब्रोड्गोटिव
फेकटरी का उदघाटन
* 1 नवंबर 1950 के दिन देश का प्रथम स्टीम एंजिन बना
* देश का प्रथम एलेक्ट्रिक एंजिन 1961 मे बना था
* डीजल एंजिन बनाने की फेकटरी वाराणसी मे 1961 मे चालू हुई थी
* 1972 मे स्टीम एंजिन को बंद कर दिया गया
* मात्र 21 km के रूट से चालू की गई रेल आज 115000 km पर दौड़ रही है
* 7500 स्टेशन है ,65000 किलोमीटर के रूट पर 115000 किलोमीटर
का रेल नेटवर्क
* दिसंबर 2012 के मुताबिक रोज 25 मिलियन यात्रिने मुसफ़री की थी
* जब की साल के 9 अब्ज लोग रेल से मुसफ़री करते है
* 8900 मिलियन यात्रियो को रेल ने एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाया था
* 2.8 मिलियन टन चीजों को रेल रोज एक जगह से दूसरे जगह पहुँचती है
* 2011-12 मे रेल को 104278.79 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी
* यात्री टिकट से रेल ने 2011-12 मे 28645.92 करोड़ रुपये कमाए थे
* जब की नूर मे रेल ने कमाए थे 69675.97 करोड़ रुपये
* रेल कर्मचारी की संख्या 1.4 मिलियन
* 229381 जीतने भारतीय रेल के पास नूर वेगन है
* 69713 पेसेंजर कोच भी है
* 9213 लोकोमोटिव के साथ ट्रेन मे 5 डिजिट नंबरिंग व्यवस्था भी है
* 10000 से भी ज्यादा ट्रेने दौड़ाई जाती है
* 31 मार्च 2012 के मुताबिक 22224 किलोमीटर इलेक्ट्रिक मार्ग कर दिया गया है
रेल प्रोफाइल
टाइप : मंत्रालय
इंडस्ट्रीज : रेलवे
स्थापना : 16 अप्रैल 1853
हेड क्वार्टर : दिल्ली
सेवा : पेसेंजर, मालवाहक(नूर),पार्शल,केटरिंग,पार्किंग
कर्मचारी : 1.4 मिलियन
डिवीजन : 17 रेल झोन
एलेक्टिक फिकेशन : 22224 km
लंबाई : 65000 km
सबसे लंबा रूट
डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी का है
खड़कपुर का प्लेटफार्म
सबसे लंबा है जिसकी लंबाई है 2733 फूट
चार छोर के
अंतिम स्टेशन उतर – बारामुल्ला ,दक्षिण- कन्याकुमारी, पूर्व- लेडो ,पश्चिम – नलिया
देश की प्रथम
एलेक्ट्रिक ट्रेन वीटी –कुर्ला स्टेशन के बीच दौड़ाई गई थी दिन था 3 फरवरी 1925
19 फरवरी 1986
के दिन देश का प्रथम कंप्यूटराइज टिकट रिज़र्वेशन दिल्ली मे खोला गया
रेल मंत्री
ना होने के बावजूद भी 1947 मे जॉन मथाई ने प्रस्तुत किया था देश का प्रथम रेल
बजेट
अब तक बिहार
ने दिये है 6 रेल मंत्री
सबसे सफल रेल
मंत्री थे लालू प्रसाद यादव जिनहोने 1 पैसा भाड़ा बढ़ाए बगैर रेल को पहलीबार मुनाफे
का स्वाद चखाया था
“ हाल ही मे
पवंकुमार बंसल जी ने रेल भाड़े मे बढ़ोतरी की थी अब उन पर आशा लगाए बैठे है हजारो कर्मचारी
एवम देश की आम जनता ,अब क्या करेंगे बंसल जी ,क्या वो जनता
को राहत देते है या नहीं ? क्या इस बार का बजेट भी जनता के लिए TEZ साबित होगा या नहीं ? ये तो आनेवाले 24 घंटे बताएँगे |"
नरेंद्र मोदी देंगे कॉंग्रेस को एक ओर झटका या झटका कॉंग्रेस का गुजरात से कर देगा सफाया
“
कॉंग्रेस को गुजरात मे लगेगा करारा झटका ,मूल भाजपा के मगर
हाल मे कोंग्रेसी क़दावर नेता “ विठल रादड़िया ” वापिस “भाजपा” मे आने की
तैयारी कर रहे है जिनके वापिस भाजपा मे आने से भाजपा को बहुत ही बड़ा फायदा होगा
वहीं पर कॉंग्रेस की हालत गुजरात मे नहीं समान हो जाएगी क्यू की विठल रादड़िया वही
है जिन्होने सोनिया गांधी के राजकोट दौरे के वक़्त अभूतपूर्व भीड़ ईकट्ठा की थी |”
“ सूत्रो
के मुताबिक अगर विठल रादड़िया इस वक़्त भाजपा मे वापिस चले जाते है तो कॉंग्रेस के
लिए ये कमरतोड़ झटका होगा और कॉंग्रेस के लिए सौराष्ट्र महज एक सपना बन जाएगा यहाँ
पर एक बात और है जो इस बात का प्रमाण देती है और वो है विठल रादड़िया का “लेऊवा पटेल समाज” पर जबर्दस्त प्रभुत्व |“
“ बैंक ,डेरी उध्योग पर जहां पर भी रादड़िया ( कॉंग्रेस ) का राज है वहाँ पर अपने
आप भाजपा छा जाएगा गौर करे की रादड़िया अपने सुपुत्र “ जयेश “ के साथ भाजपा मे वापिस आनेवाले है ,”जयेश “ भी कॉंग्रेस की टिकिट पर से हाल ही मे चुनाव जीते है सूत्र बता रहे है की
जब रादड़िया ने अपने कार्यकारों से पूछा “मै भाजप मे वापीस
जाऊ तो आप सबको आपत्ती तो नहीं है ?” तब कार्यकारों ने कहा “ हमे पक्ष के साथ लेना देना नहीं है जहां आप वहाँ पर हम “|
“ गुजरात
के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदीजी से समभावता सोमवार को मिलने के बाद अपने हजारो
कार्यकारों के साथ विठलभाई भाजपा मे शामिल होंगे तब सवाल उठता है की क्या गुजरात
मे से कॉंग्रेस सम्पूर्ण साफ हो जाएगी ? क्यू की कॉंग्रेस
जिनको शक्तिशाली मानती थी वो अर्जुन मोढ़वाडिया और शक्तिसिंह गोहील हाल मे हुवे
चुनाव मे बहुत ही बुरी तरहा हार गए है ,एक विठलभाई ही है जो
कॉंग्रेस को सजीवित कर सकते थे मगर उन्होने भी पकड़ा है “
भाजपा “ का मार्ग |”
“ 2014 के
लोकसभा की ये एक जबर्दस्त तैयारी के रूप मे लोग इस घटना को मान रहे है ,विठलभाई रादड़िया मूल भाजप के थे और कॉंग्रेस से लोकसभा का चुनाव जीते भी
थे मगर इस्तीफा देकर कॉंग्रेस की तरफ से उन्होने लड़ा था हाल ही समपन्न विधानसभा का
चुनाव और जीत कर भी दिखाया था |”
विठल रादड़िया के कार्यकाल पर एक नजर
1990 से 1994 –MLA– 8 वी
विधानसभा
1994 से 1997 –MLA– 9 वी
विधानसभा
1997 से 2002 –MLA– 10 वी
विधानसभा
2002 से 2007 –MLA– 11 वी
विधानसभा
2007 से 2009 –MLA– 12 वी
विधानसभा
2009 मे वो 15 वी लोकसभा के लिए चुने गए
2012 मे वो 13 वी विधानसभा के लिए चुने गए
“ सूत्रो
के मुताबिक विठल भाई अपने चुस्त कार्यकारों के साथ रविवार या सोमवार को भाजपा मे
शामिल हो सकते है |“
“ गाय का मांस ” खाने से एड्स से भी भयानक रोग होते है, पढ़िये कैसे
भयानक रोग होते है मगर हमारी सरकार कहेती है की “आयरन की
कमी की पूर्ति के लिए गाय का मांस खाना चाहिए“ भैया गाय
का मांस खाने से क्या क्या होता है इस पर कभी सोचा है किसी ने ?सरकार के द्वारा गाय का मांस खाने के लिए
अल्पसंख्यको को जिस तरहा बढ़ावा दिया जा रहा है उसे देखकर ऐसा लगता है की सरकार कई
भयानक रोगो को आमंत्रित कर रही है याने C.J.D ओर B.S.E जैसे रोगो को खुल्ला आमंत्रण जिसकी
भयानकता से सभी पश्चिमी देश वाकिफ है आखिर क्या है ये
C.J.D ओर B.S.E?
...गाय के फायदे हमे पता है मगर आइये जानते है विस्तार से की गाय का मांस खाने से
क्या क्या होता है ?“
“गाय का
मांस घातक विषाणु को शरण देता है जिसे COLI-0157-H-7कहा
जाता है जिसकी विनाश्क्ता से दुनिया वाकिफ है इस विषाणु के बारे मे भी जानेंगे हम
मगर सबसे पहले जानते है B.S.Eओर C.J.D
के बारे मे |”
“ गौ मांस
ओर मज्जा खाने से होते है B.S.E ओर C.J.D जैसे रोग जिसका कोई भी उपचार नहीं है B.S.E एक ऐसा
रोग है जो इंसान के दिमाग पर आक्रमण करता है ओर C.J.D एक
पारिवारिक रोग है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक फैलता ही जाता है याने पूरी पीढ़ी को, आनेवाली नस्ल को ही समाप्त कर देता है | “
दूसरे भयानक रोग भी होते है जो इस पोस्ट मे नीचे दिये गए है
* C.J.D
की भयानकता को जानिए
“ जिसका
पूरा नाम है Creutzfeldt–Jakob disease“
Creutzfeldt–Jakob
disease(CJD)
is a degenerative neurological disorder (brain disease) that is incurable and
invariably fatal.CJD is at times called a human form of mad cow
disease (bovine spongiform encephalopathy or BSE) even though classic
CJD is not related to BSE, however, given that BSE is believed to be the cause of variant
Creutzfeldt–Jakob (vCJD) disease in humans, the two are often confused.
In CJD, the brain tissue develops holes and takes on a sponge-like texture.
This is due to a type of infectious protein called a prion. Prions are misfolded
proteins which replicate by converting their properly folded counterparts * B.S.Eकी भयानकता ये रही “जिसका पूरा नाम है “Bovine spongiform encephalopathy“ इस
रोग को “ मेड काऊ “ के नाम से भी जाना जाता
है
Bovine spongiform encephalopathy (BSE),
commonly known as mad cow disease, is a fatal neurodegenerative disease
(encephalopathy) in cattle that causes a spongy degeneration in the brain and spinal
cord. BSE has a long incubation period, about 30 months to 8 years,
usually affecting adult cattle at a peak age onset of four to five years, all breeds
being equally susceptible. In the United Kingdom, the country worst
affected, more than 180,000 cattle have been infected and
4.4 million slaughtered during the eradication program
* गाय के मांस मे जहरीला ओर्गेनिक “ गाय के मांस मे डायोक्सिन (DIOXIN) नामवाला जहरीला ओर्गेनिक (ORGANIC) रसायन होता है
जिससे वो मांस खानेवाले इंसानको केन्सर ( CANCER),एंडोमिटीरियोसिस ( ENDOMETRISIS ), ओर अक्षमता ( DEFICIT ),थकान ,नाड़ी रोग ,रक्तविकार ,के साथ
साथ रोगप्रतिकारक क्षमता का नास होता जाता है जिस से जन्म होता है अनेक रोगो का |” “ गाय का
मांस खाने से मानव शरीर मे एक हारमोन उत्पन्न होता है जिसे “प्रोस्टेगलेंडीन” कहते है जिससे हृदय रोग ओर लकवा होता है |” “ गाय के मांस मे लंबी कार्बन
श्रुंखला वाले प्रोटीन रहते है जिस से आपको “वायु रोग” एवं “जोड़ो का दर्द “ हो सकता
है क्यू की वैज्ञानिक कहते है की एक गाय हर साल वायु मण्डल मे 180 किलो मिथेन गेस
छोड़ती है |” “ यूनानी
चिकित्सा संशोधन से पता चलता है की गाय का मांस खाने से पागलपन, क्षय रोग,जोड़ो का दर्द हो सकता है ओर हृदय रोग के
डॉक्टर कहते है की गाय का मांस आपके हृदय की गति को कभी भी कम कर सकता है
“ऐसे मे भारत सरकार कहेती है की गाय का मांस खाओ जब की अमेरिका की हालत का
रिकॉर्ड ये रहा
* COLI-0157-H-7 के बारे मे जाने जो सबसे खतरनाक है
" Escherichia coli O157:H7एंटेरोहैमोरेजिक
(enterohemorrhagic) ईएचईसी (EHEC) जो हीमोलिटिक-यूरीमिक सिंड्रोम (hemolytic-uremic
syndrome) उत्पन्न
करता है |"
" 1980 में पहचाने गया बोवाइन स्पोंजिफार्म इनसेफैलोपैथी (बीएसई मैड
काऊरोग)(bovine spongiform
encephalopathy (BSE, mad को disease)) प्रकोपशामिल
है. 1996 में ई कोलाई (E. coli) 0157 के (wishaw)
प्रकोप
में हुई 17 व्यक्तियों की मत्यु हुई थी आज भी विदेशी लोग इस रोग से परेशान
है |”
* अरबों रुपये खर्च करके कुपोषण के खिलाफ
अभियान फिर क्यू?
“ गाय की
सेवा से आपको फायदा ही फायदा है मगर उसके मांस को खाने से नुकसान ही नुकसान है मगर
सोचनेवाली बात ये है की आखिर हमारी सरकार अल्पसंख्यकों को इतने सारे गैरफायदे होने
के बावजूद भी गाय का मांस खाने को क्यू कहे रही है क्या भारत सरकार ( कॉंग्रेस)
अल्पसंख्यकों को नहीं चाहती है ? क्या कॉंग्रेस के लिए इस मे
भी राजनीति है ? क्या शरीर से लोग तंदूरस्त ना रहे उसमे उसका
फायदा है ? एक तरफ कॉंग्रेस सरकार कुपोषण के खिलाफ अभियान
चला रही है ओर दूसरी तरफ कुपोषण बढ़े उसके लिए दरवाजे क्यू खोल रही है ? अरबों रुपये खर्च करके कुपोषण के खिलाफ अभियान फिर क्यू चला रही है सरकार
?
* 16 जनवरी 1996 से लेकर 26 फरवरी तक कैद रही दरिंदों की कैद मे
* पंचायत घर मे छापा मारने पर मिला था "कुरियन" का अंडरवियर
* "सूर्यनल्ली रेप केस" के नाम से ये केस जाना जाता है
* केरल हाईकोर्ट ने 42 मे से 34 आरोपी को कुरियन समेत कर दिया बरी
" 1999 में पीरमेडु की प्रथम श्रेणी न्यायिकअदालत ने "कुरियन" को एक "नाबालिक लडकी का बलात्कार" करने में प्रथम दृष्टयादोषी करार दिया था .. क्योकि कुरियन के खिलाफ एक दो नही बल्कि सात सुबूत थे .. तो कुरियन निर्दोष छूटे कैसे ?
"राज्यसभा केउपसभापति जैसे सम्मानित पद पर बैठे "कुरियन" पर लगा था बलात्कार का आरोप वैसे कॉंग्रेस के लिए ये नया नहीं है क्यू की इसके पहले भी आप सब मदेरना ,तिवारी,संघवी के काले कारनामे पढ़ चुके है अब इस केस को भी जानिए
"कुरियन" के खिलाफ सात सात सबूत होने के बावजूद भी निर्दोष छूटने पर उठते कुछ सवाल
कुछ सवाल यू उठते है
* अपने एक रिश्तेदार जज की वजह से कुरियन बरी कैसे हो गये ? * सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पड़ी के बाद भी कांग्रेस पीजे कुरियन को पद से क्यों नही हटाती ? * सुप्रीमकोर्ट ने साफ साफ कहा की पीजे कुरियन के खिलाफ पर्याप्त सुबूत है और केरल हाईकोर्ट ने सुबूतो की अनदेखी कैसे की ? * कुरियन के ड्राइवर का बयान भी है जिसमे उसने स्वीकार किया की वो पीजे कुरियन को लेकर लडकी जिस होटल में थी वहाँ गया था तो आखिर "कुरियन "निर्दोष कैसे छूटा ?
* वो भयानक 42 दिन कुछ ऐसे थे
" पुरे देश को ही नही बल्कि दुनिया को हिला देनेवाला ये बलात्कार केस "सुर्यनल्ली रेप केस" के नाम से जाना जाता है,16 जनवरी 1996 के दिन एक 16 साल की लडकी "दामिनी" [काल्पनिक नाम] सरकारी बस से अकेले कालेज से घर जारही थी .. कन्डक्टर ने उसे गलत स्टाप पर उतारकर अपहरण कर लिया फिर उसकाबलात्कार किया ओर बाद मे उसने उस लडकी को दो लोगो के हवाले कर दिया उनमें सेएक बड़ा वकील और एक महिला थी उस वकील ने भी उस लडकी का बलात्कार किया .. इसतरह से 40 दरिंदो ने उसके साथ पुरे 42 दिनों तक बलात्कार किया,फिर उनदरिंदो ने उस लडकी को दुसरे दरिंदो को सौप दिया ,इस तरह से लडकी को पुरेकेरल में अलग अलग जगहों पर ले जाकर बलात्कार किया गया |"
" 26 फरवरी को एक नारियल पानी बेचने वाले की मदद से लडकी दरिंदो के चंगुल से भागने में सफल हो गयी और अपने घर पहुंची | "
" मीडिया में ये मामला उछलने और केरल सरकार की खूब थू थू से केरल सरकार घबरा गयी .. केरल सरकार ने केरल के जांबाज और ईमानदार "आईजी पुलिस सीबी मैथ्यू"की अध्यक्षता में एक स्पेशल जाँच टीम बनाई,इस टीम में कई दुसरे जांबाज औरईमानदार पुलिस अधिकारी जिसमे "केके जोशुआ" जैसे लोग शामिल थे |"
* अखबार मे छपी तस्वीर देखकर लड़की बेहोश क्यू हो गयी ? * कुरियन के द्वारा 4 बार बलात्कार पंचायत घर मे
" सीबी मेथ्यु " की अगुवाईवाली टीमने पुरे केरल में ताबड़तोड़ करवाई की लेकिन एक दिन जब टीम के लोग लड़की केसाथ बैठे थे तभी लडकी एक अख़बार में फोटो देखकर जोर जोर से चिल्लाती हुईभागने लगी फिर बेहोश हो गयी टीम ने लडकी से पूछा तो पूरा केरल ही नहीबल्कि पूरा देश हिल उठादरअसल अख़बार में "केन्द्रीय मंत्री पीजे कुरियन" काफोटो था जिसे देखते ही लडकी बेहोश हो गयी थी,लडकी के कहा की इस व्यक्ति (कुरियन) ने मेरा चार बार बलात्कार पंचायत घर में बंधक बनाकर किया है|"
*अंडरवियर ओर कुरियन "सीबी मैथ्यू" ने पंचायत घर पर छापा मारा तो एक कोने में एक अंडरवियर पड़ा था , टेलर के स्टीकर के द्वारा साबित हो गया की वो अंडरवियर "पीजे कुरियन" काही थाफिर "मैथ्यू" ने "पीजे कुरियन" को गिरफ्तार कर लिया और उनको मंत्री पदसे इस्थिपा देना पड़ा |"
* कलेक्टर का बयान कुरियन के खिलाफ "सीबी मैथ्यू" ने जाँच तेज की तो उनको "पीजेकुरियन" के खिलाफ कई और सुबूत मिले,लड़की ने जो तारीख बताई उस दिन कुरियनउसी शहर में थे,फिर पुलिस ने "केन्द्रीय मंत्री कुरियन" के पुरे कार्यक्रमके रुपरेखा की जाँच की तो पता चला की कलेक्टर ऑफिस में मंत्री महोदय का शाम 5.30 से लेकर रात 10.30 तक का कोई भी कार्यक्रम दर्ज नही है,फिर जाँचटीम तब और चौक उठी जब कलेक्टर ने बताया की मंत्रीजी ने शाम 5.30 को अपनीसुरक्षा और अपना पूरा फ्लीट सर्किट हाउस में ही छोड़ दिया था और बिना किसीसुरक्षा के मंत्री महोदय एक निजी गाड़ी में बैठकर कही चले गये थे |"
" मंत्री पीजे कुरियन ने अपनी यहां के यात्रा के दौरान आरोपवाले दिन बिनासुरक्षा के शाम 5.30 बजे से रात 10.30 बजे तक कहां गए थे इस बारे में कोईभी संतोषजनक जबाब नही दिया |"
* कुरियन समेत 42 लोगो के खिलाफ चार्जशीट दाखिल "इस केस में लडकी के बयान और सुबूतोके आधार पर पुलिस ने कुल 42 लोगो के खिलाफ बलात्कार, अपहरण, जान से मारनेकी धमकी, गलत तरीके से बंधक बनाने आदि केस में चार्जशीट दायर कीजिसमेपीजे कुरियन का नाम भी थाकुरियन को बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के केसमें चार्जशीट किया गया था |"
" फिर तीन साल चले मुकदमे में गवाहोंके बयानों, लडकी के बयान और कई अन्य सुबूतो के आधार पर 1999 में पीरमेडु कीप्रथम श्रेणी न्यायिक अदालत ने कुरियन को प्रथम दृष्टया दोषी करार दिया और कुरियन को जेल भेज दिया गया |"
" कुरियन ने पैसे और अपने प्रभाव के दम पर अपने एक जज रिश्तेदार की मदद से केरल हाईकोर्ट से राहत पाने के कामयाब हो गए पूरा देश "केरल हाईकोर्ट" के इस निर्णय से दंग था क्योकि 42 आरोपियोंमें से 34 आरोपीयो को बरी कर दियाजबकि उनके खिलाफ कई सुबूत थे |"
* सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाईकोर्ट को लताड़ा
" जब मामला सुप्रीम कोर्ट ने गया तो सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाईकोर्ट केफैसले पर भारी नाराजगी दिखाईऔर "जस्टिस ए के पटनायक" वाली खंडपीठ ने केरलहाईकोर्ट से कहा की वो इस मामले में 34 आरोपियों को निर्दोष करार दिए जानेपर जिसमे कुरियन भी है फिर से विचार करे क्योकि सुप्रीमकोर्ट ने प्रथमदृष्टया इन सबके खिलाफ कई सुबूत पाए है सुप्रीमकोर्ट के इस आदेश सेकेरल हाईकोर्ट ने अपने पुराने फैसले को रद्द करते हुए बरी किये गये सभी 34 आरोपियों जिसमे तबके "केन्द्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा के उपसभापतिपीजे कुरियन" भी शामिल है उनको नये सिरे से सम्मन भेजने की तैयारी कर रहाहै |" मां-बाप ने किया सुप्रीमकोर्ट के फैसले का स्वागत "सूर्यनेल्ली गैंगरेप" मामले में 35 आरोपियों को बरी करने के हाईकोर्ट केआदेश को बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रद्द करने के फैसले का पीड़ितलड़की के माता-पिता, राजनेताओं और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने स्वागतकिया है। दूसरी ओर राज्य के "मुख्यमंत्री ओमान चांडी" ने कहा कि इस मामले मेंकानून अपना काम करेगा।
" इदुक्की जिले के रहने वाले पीड़ित लड़कीके पिता ने कहा कि हम भगवान को धन्यवाद देते हैं, न्याय के लिए हमारीप्रार्थनाएं सुन ली गईं हैं,लड़की की मां ने कहा कि लंबे समय तक न्याय केलिए लड़ने के दौरान जिन लोगों ने सहायता की, मैं और मेरे पति उनके आभारीहैं। इस मामले को आगे ले जाने के लिए पीड़ित लड़की के परिजनों कीमदद करनेवाले "सीपीआई (एम) नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन" नेकहा कि उन्हें खुशी है कि देर से ही सही, पर न्याय मिला।" " दूसरी ओरस्पेशल जांच टीम के सदस्य रहे "केके जोशुआ" ने कहा कि इस मामले की ठीक सेजांच नहीं की गई है, टीम के प्रमुख "सिबी मैथ्यू" ने यह जानने की कोई कोशिशनहीं की कि उस वक्त केंद्रीय मंत्री रहे कुरियन अपनी यहां की यात्रा केदौरान आरोप वाले दिन बिना सुरक्षा के शाम 5.30 बजे से रात 10.30 बजे तककहां गए थे,पीड़ित लड़की हमेशा अपने बयान पर कायम रही है और शोषण करनेवाले सभी 42 लोगों के नाम बताती रही है।"