Thursday, November 24, 2011
"हेलमेट दिला दो सोनिया अम्मा "- व्यंग
"हेलमेट दिला दो "सोनिया अम्मा " ..हमारी मांगे पुरी करो ..पुरी करो " एक महा मोर्चा १० जनपथ की और बढ़ रहा था ..सबके हाथ में बड़े बड़े बेनर थे जिन पर लिखा हुवा था " अम्मा मदद करो "..मोर्चा जोरो से नारे लगाते हुवे आगे बढ़ रहा था ..सबसे आगे शरद पवार थे जो की देश में फैली महेंगाई के असली नायक थे "
" हेलमेट नहीं दोगे तो हम काम नहीं करेंगे, नहीं करेंगे " नारों के साथ आगे बढ़ता हुवा मोर्चा १० जनपथ पर पहुंचा ..तो प्रणव मुखर्जी ने मोर्चे को रोका और कहा " ये फिजूल की मांग लेकर मोर्चे के साथ यहाँ आते तुम्हे शर्म नहीं आती है ..इस से कांग्रेस पार्टी की कितनी बदनामी होगी वो पता है ..तुम लोगो की इस हरकत से हम लोग किसी को मुहं नहीं दिखा सकेंगे क्या सोचेंगे लोग ..."..."ए रहने दे ..तेरा भाषण ये दिख रहा है मेरा गाल ..अब तक हरविंदर की उन्गलियों के निशान मौजूद है तो क्या मै इस निशान के साथ सबको मुहं दिखा सकूँगा ? चल बाजु में हट " कहेकर मोर्चा सोनिया जी के घर में लेकर पहुंचे शरद पवार "
"ए माई..."सोनिया को देखकर ही शरद पवार रो पड़े " बहुत जोरो से खींचकर थप्पड़ मारा है ..माई ..वो तो अच्छा हुवा मै पहले वाश रूम में जाकर बाहर निकला था ..ये देखो मै मेरे गाल पर अभी भी पांचो उंगली के निशान मौजूद है मै कितने आराम से देश को महेंगाई की चक्की में पिछले कई सालो से पिस रहा था मग़र मुझे पता नहीं था की यही महेंगाई का आटा खा खाकर इस देश का नौजवान मेरे ही गालो पर आपके कांग्रेस पार्टी का निशान बनाएगा जब की मै तो "एन सी पी" का सुप्रीमो हु मग़र लोग तो मेरे गालो पर पंजा देखकर यही कहेंगे की ये प्रचार तो कांग्रेस का करता है "..."चिंता मत करो लोग कहे तो भले कहे मग़र तुम्हारे गालो पर पंजा देखकर मुझे फक्र हो रहा है की तुम वाकई में कांग्रेस पार्टी के वफादार मंत्री हो जो अपने गालो पर भी निशान बनाकर घूमता है " सोनिया ने बड़े शांति पूर्वक जवाब दिया
" नहीं माई हमे एक हेलमेट और रग्बी की टीम जैसे कपडे नहीं मिलते है तब तक हम संसद भवन में नहीं आयेंगे और ना ही हम कोई काम करेंगे .."शरद पवार के इस सुर में सभी नेता ने सुर मिलाया ".."काम ...हा हा हा ..भला हमने कभी कोई काम किया है पिछले ६५ साल का इतिहास और खासकर पिछले १० साल का इतिहास भी तो गवाह है की हमने इस देश को लुटने के सिवा कभी कोई काम नहीं किया है और तुम किस काम की बात करते हो ?..और भला रग्बी की टीम जैसे कपडे और हेलमेट क्यु चाहिए आप सबको ?..." माई , हम ने काम ही ऐसे किये है की जनता अब हमें दौड़ा दौड़ा कर मारेगी ही ..पहले जुते फेंकती थी ...फिर जुते मारती थी ...मग़र अब तो जनता ने भी तरक्की कर ली है ...अब सीधा फैसला ओन ध स्पोट और गालो पर हमारे चुनाव चिन्ह पंजे का निशान ".."हम्म "सोनिया बोली " ठीक है माई कुछ सोचती हु इस बारे में मुझे आपकी बात में सच्चाइ नजर आ रही है क्यु की आज तक जनता को हमने हर मौके पर मारा है और जनता मार खाती भी रही है मग़र हम मार खा ही नहीं सकेंगे हमें अपनी सुरक्षा के बारे में सोचना पड़ेगा ही "कहेकर सोनिया एक कमरे में चली गई
" शरद भाई बहुत जोरो से पड़ी थी क्या ? एक कांग्रेसी ने पुछा तो शरद पवार तिलमिला कर बोले " तुजे पड़ती तो पता चलता की आवाज के साथ साथ दर्द कैसा होता है "..."सही कहा पवार साहब ..मैंने इस थप्पड़ की गूंज सुनी थी ".."तो तुम भी वहां थे क्या ? "..."नहीं रे सारे "टी वी चैनल" पर बार बार यही तो आता था मै पहले भी बोला था जब आपने सक्कर के दाम बढ़ाये थे की रहने दो ..कही लोगो के दिल में कड़वाहट ज्यादा ना हो जाये मग़र आप मने नहीं ..नतीजा ..लो अब भुगतो ".......तभी सोनिया जी बाहर आई और अपने चश्मे को साफ़ करते करते बोली
"अभी अभी मुझे कलमाड़ी और ए राजा का फ़ोन आया था की ख़बरदार अगर किसी भी नेता को हेलमेट और रग्बी की टीम जैसे कपडे दिए तो ...अगर आप उनकी मांगे पुरी करेंगी तो हम "सी बी आई " को ये बता देंगे की घोटालो में आपका भी हाथ था ..इस लिए आप सभी से अनुरोध है की आप शांति पूर्वक और सावधानी से घर चले जाये और धैर्य बनाये रखे और हर मुस्केली का सामना हिम्मत से करे मै आपकी मांगे पुरी नहीं कर सकती हु "..ये सुनकर सभी नेता घर की और चल दिए एक नेता बोला " पवार कोई बात नहीं बिना हेलमेट का भी चला लेंगे ..धंधे में तो ऐसा चलता रहेता है भाई "..उस पर शरद पवार बड बडाये " काश तुजे पता चलता की थप्पड़ की मार कैसी होती है ..काश एक चांटा तुजे भी पड़ता तो पता चलता की दर्द क्या चीज है ?"
नोट : आज देश की हालात कुछ ऐसी ही है ..इसे सिर्फ हास्य के रूप में ले क्यु की हसना सेहत के लिए अच्छा होता है
इस पोस्ट की आइडिया याने हेलमेट अल्फाज़ " श्री अविनाश वाचस्पति " जी के फेसबुक स्टेटस पर लिखे अल्फाज़ हेलमेट से प्रेरित है ...सुक्रिया अविनाश वाचस्पति सर
चित्र गूगल बाबा से साभार
फोटो : राजेंद्र यादव जी की "तुलीका" का है
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सारे नेता एक ही सुर में, तमाचे की कर रहे हैं निंदा
ReplyDeleteसारे नेता समझ गए हैं, देश में कई अभी भी है जिन्दा
भैया बहुत सही लिखा है ...एक थप्पड़ तो आप ने भी लगा ही दिया है
एक नेता आज शाम को इटली वाली माता के पास एक ज्ञापन ले कर गया वो जो की एक अर्जी है .... वो अर्जी कुछ इस तरह से थी जो की आप के सामने रख रहा हूँ
ReplyDeleteमैया. मुझको तुम हेलमेट दिलवा दो
बख्तर वाले कपड़े भी मुझको सिलवा दो
तुम्हारे कहने पर अब और दाम ना बढ़ाऊंगा
अब तुम्हारी जगह मै थप्पड़ और जूते ना खाऊँगा
मैया, जूते चप्पल को देख कर मै डर जाता हूँ
अब तो थप्पड़ों पर भी मेरा ही नाम मै पाता हूँ
अब बिना सुरक्षा ग्यारंटी जनता के सामने ना जाऊँगा
अब तुम्हारी जगह मै थप्पड़ और जूते ना खाऊँगा
मैया तुम खुद तो जेड वाली सुरक्षा में चलती हो
जनता के संग तुम अपने भक्तो को भी छलती हो
तुम्हारे लिए जागी जनता को और ना छल पाऊँगा
अब तुम्हारी जगह मै थप्पड़ और जूते ना खाऊँगा
मैया, जनता चप्पल ले कर तुम्हारे लिए भी घूम रही है
नेताओं को चप्पल लगाने की मस्ती लिए झूम रही है
चप्पल जूते और थप्पड़ वाली जनता के सामने मै न आऊँगा
अब तुम्हारी जगह मै थप्पड़ और जूते ना खाऊँगा
हेलमेट महिमा और चप्पल चरित्र दोनों ही अच्छे लगे। तुलसीभाई और टिप्पणीकर्ता कुंदन जी।
ReplyDeleteहेलमेट फेस कवर वाला...जूता, थप्पड़ से करे रक्षा!!
ReplyDeleteहा हा
ReplyDeleteहेलमेट भी कब तक पहनेंगे? अब तो इने बुलेट प्रूफ जैकेट भी नहीं बचा सकेगी|
सारे चोर मरेंगे|
भाईसाहब इसी प्रकार हंसाते रहिये, गुदगुदाते रहिये|
bahut baDHiyaa janba.. apke jaise ke kuch vichr nicche diye gaye blog me hai http://munish.jagranjunction.com/2011/11/25/%E0%A4%A5%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A5%9C-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%97%E0%A5%82%E0%A4%81%E0%A4%9C/
ReplyDeletebhai........maza aa gaya
ReplyDeletekya baat hai..shandaar !
मै तो "एन सी पी" का सुप्रीमो हु मग़र लोग तो मेरे गालो पर पंजादेखकर यही कहेंगे की ये प्रचार तो कांग्रेस का करता है
ReplyDeleteगज़ब...लाजवाब
नीरज
हा हा हा! एक तगड़े चांटे का दर्द तुम क्या जानो... स स...
ReplyDeleteसादर...
aap sabhi ka mera hosla badhane ke liye tahe dil se sukriya :)
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