* राजकोट महानगरपालिका ने पहुँचाया हर घर में अपने ५ साल के शासन का हिसाब |
* राजकोट के सभी वार्ड में दी गई ..पुरे हिसाब की किताब |
* नरेन्द्र मोदी ने किया जनता को उनके पीछे किये गए खर्चे से वाकेफ|
* सन २००६ से २००९ तक का दिया हिसाब |
* जिसमे था गटर से लेकर ...पाइप और रस्ते के पीछे किये गए खर्चे और हर बड़ी से लेकर छोटी चीजों का खर्चा |
* जो लोगो के सामने ..उनके वार्ड में हुवा था |
* एक बार फिर से स्वच्छ ..नेतागिरी का दिया परिचय |
* जिससे बंद होगी हर कार्पोरेटर की मनमानी..काम करना पड़ेगा जनता का |
" एक बार फिर से राजकोट महानगर पालिका ने दिया अपने पारदर्शक नेतृत्व का परिचय ..और किया राजकोट की जनता को उनके पीछे किये गए हर वो छोटे बड़े खर्चे से वाकिफ ..जो शायद आजतक आपने न कही सुना होगा और न ही कही देखा होगा ..अगर आपको नेता बनना है तो आपको लोगो के काम करने पड़ेंगे क्यों की आप पर जनता ने किया है विश्वास ..ये सब्द थे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज से कुछ साल पहेले ..जिसकी वजह से आज राजकोट की जनता जानती है की उनके लिए महानगरपालिका ने क्या काम किया है ? और कितना खर्चा किया है उनके पीछे ? "
" यहाँ सवाल ये है की क्या ये सच्चा हिसाब है ? तो ...हाँ, क्यों की ये सारा खर्चा जनता के सामने उनके घर के सामने ही हुवा है ..और अगर थोडा बहुत गलत हिसाब है तो भी परवाह नहीं क्यों की ..ये पहेली बार हुवा है की जनता को उनके पीछे हुवे खर्चे की जानकारी सरकार उनके घर आकर दे रही है ...क्या इतना काफी नहीं है ? "
" और शायद आपने भी ऐसा कही देखा नहीं होगा की अपने ही चुने हुवे नेता ...हमारे घर आकर हमे उनके कामो का हिसाब दे ..क्या ये मुमकिन है ? क्या आपके वहां भी ऐसा होता है ? अगर नहीं तो फिर ..खुश नसीब है राजकोट और गुजरात की जनता जिन्हें ये हिसाब मिल रहा है |गटर से लेकर पाइप लाइन ..रोड ..और ऐसे कई खर्चे का हिसाब एक किताब के रूप में जनता की अदालत में पेश करती हुई सरकार याने राजकोट महानगर पालिका ...और ऐसा ही होना चाहिए हर एक गाँव ..सहर और पुरे देश में ..ताकि जनता जान सके की उनके चुने हुवे नेता ने ५ साल में उनके लिए किया क्या ?"
" काश ऐसा ही पुरे देश में हो जाये जैसा राजकोट { गुजरात } में हुवा है ..आप क्या चाहते है अगर ऐसा हो जाये तो ...........................?
" दी हुई तस्वीरें उन्ही किताबों की है ..जो लोगों के घर पहुंचाई गई थी |"
वाकई बहुत अच्छा कदम है जो प्रशंसनीय है .....ऐसी पारदर्शिता ही भष्टाचार पर शिकंजा कसने में सहायक हो सकती है . जानकर अच्छा लगा निसंदेह पुरे देश में ऐसा होना चाहिए लेकिन ज़रूरत है इमानदारी की वर्ना इन नेताओं की फितरत हेरा फेरी की तो होती है . विश्वसनीयता बनाना ही सबसे जरूरी है ....बहरहाल कुछ नया और अच्छा करने का यह मोदी सरकार का प्रयास सही है .
ReplyDeleteबहुत अच्छी रिपोर्ट दी है आपने ....आभार
achchhi baat !
ReplyDeleteआपकी टिपण्णी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लिखा है आपने! काश हर नेता ईमानदार होते फिर तो हमारे देश में कोई दिक्कत ही नहीं रहती! बहुत अच्छी रिपोर्ट दी है आपने! बेहतरीन पोस्ट!
Wk achhee shuruaat hai ... janta ko aisi maang sabhi se karni chaahiye ...
ReplyDeleteवाह.....
ReplyDeleteऔर देखिये फिर भी कहा जाता है कि...
अच्छा लगा आपका ब्लॉग। आभार।
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