" मै इलेक्शन जीतु या हारू ..वादा करती हु, की आपकी इस परेशानी को मै दूर करुँगी |" ये अल्फाज़ थे "वासंती दे" नामक एक किन्नर { हिजड़ा } के , और उसने वादा पुरा किया भी ,आखिर क्या था वो वादा ? ..आइये देखते है |"
" जब देश के बड़े बड़े नेता उनके द्वारा इलेक्शन के वक़्त किये गए वादों को भूल जाते है तब यहाँ " वासंती दे" ने एक मिसाल कायम की है की नेता को अपने वादे याद रखने चाहिए , खम्भालिया { जामनगर }के नगर निकाय चुनाव वार्ड नंबर ५ के अपक्ष उम्मेदवार " वासंती दे " जो स्त्री अनामत सिट से चुनाव जीती थी और वहां पे वार्ड नंबर ५ में ४०० मीटर का रास्ता बहुत ही ख़राब था ..ऐसा ख़राब की वहां पे पैदल चलाना भी मुस्किल हो जाता था और ये हालत पिछले ३० साल से थी |"
" जब पैदल चलना ही मुस्किल हो जाता हो वहां पे गाडियों की क्या बात करे , सहर में सब जगह पे अच्छे रोड बन गए थे मग़र नेताओं को वार्ड नंबर ५ के रस्ते की जब बात आती तो उसको टाल दिया जाता था सरकारी ग्रांट का इंतज़ार करना भी "वासंती दे " ने मुनासिब नहीं समजा और लोगों को अपील की मदद करने की और कहा की आओ हम अपना काम खुद करे और बनाये एक " सीमेंट रोड " लोगों ने पैसे से लेकर काम में भी हाथ बटोरना चालू किया है ...और हैरत अंगेज़ बात ये थी की खुद " वासंती दे " हाथ में औजार लेकर... सर पे सीमेंट उठा कर महेनत कर रही है |"
" जो काम हमारे मर्द नेता नहीं कर सकते है वो काम इस हिजड़े ने कर दिखाया और इसीको ही शायद सच्चा नेता कहा जाता है , रोड का ३० साल पुराना प्रश्न चुटकियों में जनता का साथ लेकर सुल्जाने वाले इस "वासंती दे " को आज वहां की पब्लिक शाबासी दे रही है |"
" हमारे नेता को जब भ्रस्टाचार से फुर्सत नहीं है तब इस किन्नर { हिजड़े } ने एक मिसाल खड़ी कर दी है ..काश ! हमारे देश के नेता इस हिजड़े से कुछ सीखे सिर्फ वादे करने नहीं चाहिए बल्कि उसे निभाने भी चाहिए फिर देखो जिस तरह वार्ड नंबर ५ के लोग जात महेनत कर रहे है उसी तरह इस देश की जनता भी आपको साथ देगी ...मग़र पहले इस " वासंती दे " किन्नर से कुछ सिखलो|"
" इस देश में अब "हिजड़ा" किसको कहे ..."मर्द नेता" को या फिर " वासंती दे" को.....साबास "वासंती दे" ..साबाश | "
विनत प्रणाम इस सख्शियत को
ReplyDeleteमुझे मुझसे अधिक प्रिय है महफ़ूज़
वह भी आपकी हमारी तरह ही इन्सान हैं...नमन है!!
ReplyDeleteजहाँ चाह वहाँ राह
ReplyDeleteापने नेता तो हिजडों के पासंग मे भी पूरे नही बैठ्ते उनके बराबर की तो बात हे छोडो। शुभकामनायें।
ReplyDeleteनेताओं को अब क्या कहा जाये, मुश्किल हो गयी है..
ReplyDeleteदिल में काम करने का ज़ज्बा हो तो कोई काम मुश्किल नहीं ..... किन्नर ने राजनेताओं को आइना दिखला दिया .... सलाम है इनकी हिम्मत को ...
ReplyDeleteदेश सेवा या समाजसेवा का व्रत लेने वालों के लिए अनुकरणीय उदाहरण !
ReplyDeleteऐसे हिजरे भी आज बैठे होते इस देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पदों पर तो इनती दर्दनाक अवस्था नहीं होती हमारे देश और समाज की जितनी मनमोहन सिंह,सोनिया गाँधी और प्रतिभा पाटिल के बैठने से हो गयी है .....
ReplyDeleteहिजडे नेताओं को हटा कर वासंती दा जैसे लोगों को मैदान में आना चाहिए॥
ReplyDeletebahut badiya.... aise hi logo ki jarurat hai...
ReplyDelete" sahi kaha hai aapne ki jaha chah hoti hai vahi per rah hoti hai ...aaj desh ko aise logo ki jaroorat hai jo aam aadmi ke saath aam aadmi banker unke kaam kar sake .."
ReplyDelete" sayad apne desh ke neta o ko NANA PATEKAR ke maccher ne kata hoga ..." vasanti de " jaise kash hamara her neta hota ."
ReplyDeleteश्रेष्ठतम उदहारण ....काश ! देश और जनता के प्रति यही रवैया समस्त नेता भी अपना पाते !!!
ReplyDelete" bilkul sahi kaha hai rani ji, agar desh ke neta o ka janta ke prati raviya bdal jaye to desh duniya ka sabse shukhi desh banega ."
ReplyDeleteआज कुर्सियों पर बैठे नेताओ की तुलना किन्नरों से करना उचित नहीं होगा क्योकि हमारे नेताओ का जमीर मर चूका है वे भ्रस्टाचार देशद्रोह जैसे कार्यो में लिप्त है असली मर्द तो ये किन्नर है जिन्होंने पुरे देश में एक मिशाल कायम की है सैलूट है ऐसे किन्नरों को!
ReplyDeletekya baat hai..........
ReplyDeleteman jeet liya aapne..........
tulsiji ! 13-14 ko a raha hoon aapke shahar rajkot me, koshish karoonga ki aapse bhent ho jaye
mera mobile no. hai 94083 29393 aur 92287 56902
ho sake to call kijiye.........
dhnyavad