क्या चाइना को आपका सपोर्ट है ?
ऐसे बहुत से लोग मैने देखे जो सोश्यल मीडिया पर चाइनीज सामान का बहिष्कार करने की जबरदस्त अपील करते है मगर जब वास्तविकता देखी तो पता चला ये भी "TIKTOK " के बिना नही रहे सकता ।
घंटा बनोगे स्वदेशी जो tiktok खुद चीन में नही उसे आप लोगो ने एक आदत बनाकर चीनी अर्थतंत्र को मजबूत बना दिया ....... याद रहे चाइना में Tiktok टोटली प्रतिबंधित है .....
आइये देखते है चाइनीस कंपनी टिकटोक का इतिहास जिसे दुनियाँ की टॉप App बनाने में भारतीयों का जबरदस्त हिस्सा है ।
आईओएस और एंड्राइड सोशल मीडिया वीडियो ऐप Tiktok को 2017 में चीनी डेवलपर बाइटडांस द्वारा चीन के बाहर के बाजारों के लिए लॉन्च किया गया था। बाइटडांस ने पहले डॉयेन (सितंबर 2016 में चीन के बाजार के लिए) को प्रारम्भ किया। टिकटॉक और डॉयेन समान हैं लेकिन चीनी सेंसरशिप प्रतिबंधों का पालन करने के लिए विभिन्न सर्वरों पर चलते हैं। आखिर अपने देश के लिए अलग और दुनियाँ के लिए अलग क्यो ? याद रहे कि TikTok चीन में उपलब्ध नहीं है , और इसके सर्वर उन देशों में आधारित हैं जहां ऐप उपलब्ध है।
आइये करते है नजर इस App की स्पोर्टिंग भाषाओ पर
150 से अधिक बाजारों और 75 भाषाओं में उपलब्ध है टिकटोक जैसे अरबी,बंगाली, बर्मी, केबुआनो, अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, ग्रीक, गुजराती , हिंदी, इंडोनेशियाई, इता, जापानी, जवानी, कन्नड , कोरियाई, मलय, मलयालम, मराठ , उड़िया, पोलिश, पुर्तगाली, पंजाबी , रूसी, सरलीकृत चीनी , स्पेनिश, स्वीडिश, तागालोग, तमिल , तेलुगु, थाई, पारंपरिक चीनी, तुर्की, यूक्रेनी, वियतनामी. वगैरा
10 भाषा हिंदुस्तान की है और कुल भाषा 75 है इस बात से कुछ समजे आप या नहीं ? आखिर 150 से अधिक बाजार में 75 भाषा मे से 10 भाषा हिंदुस्तान की ? शायद इस एप्प के यूजर्स कहेगे की टिकटोक हिंदुस्तान की इज्जत करता है तो फिर उन यूजर्स को मैं पूछता हूं कि टिकटोक चीन में क्यों नही ? जब कि ये चाइनीस कंपनी है ।
हो सकता है आपका पर्सनल डेटा उनके लिए जरूरी हो या फिर कुछ और कारण हो मगर हम हिंदुस्तानी सिर्फ बोल सकते है कि चाइनीस माल का बहिष्कार करो मगर करते नही ।क्या आपने किया टिकटोक का बहिष्कार ? नही ना , पता था कि आप भी उन में से एक है जो सिर्फ सोश्यल मीडिया पर चिल्लाना जानता है कि स्वदेशी बनो चाइनीस माल का बहिष्कार करो .......चलो हटो हटो आप से ये बहिष्कार वहिष्कार नही हो पायेगा क्यो की आप चाइनीस कठपुतली जो हो।
इंडोनेशिया में प्रतिबंध का कारण और क्या थी शर्ते ?
इंडोनेशिया ने 3 जुलाई 2018 को अश्लील वीडियो और ईश निंदा जैसी अवैध सामग्री के बारे में सार्वजनिक चिंता के बीच टीकटोक ऐप को अस्थायी रूप से बंद कर दिया। नकारात्मक सामग्री को हटाने, सरकारी संपर्क कार्यालय खोलने, और उम्र प्रतिबंध और सुरक्षा तंत्र को लागू करने सहित कई बदलाव करने के एक सप्ताह बाद ऐप को अनब्लॉक कर दिया गया था।
यूएस COPPA जुर्माना आखिर ये मामला क्या था ?
27 फरवरी 2019 को, संयुक्त राज्य संघीय व्यापार आयोग ने बाल ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन में 13 वर्ष से कम आयु के नाबालिगों से जानकारी एकत्र करने के लिए बाइटडांस यूएस $ 5.7 मिलियन का जुर्माना लगाया।बाइटडांस ने टिकटॉक में किड्स-ओनली मोड जोड़कर जवाब दिया जो वीडियो अपलोड करने, यूजर प्रोफाइल के निर्माण, डायरेक्ट मैसेजिंग और दूसरे के वीडियो पर कमेंट करने के दौरान ब्लॉक करता है, जबकि अभी भी कंटेंट को देखने और रिकॉर्डिंग की अनुमति देता है। चिल्लाते रहो स्वदेशी स्वदेशी और खुद ही चाइनीस कंपनी Tiktok को मजबूत बनाते रहो , कमाल करते हो ना आप ?
ऐसे में देश मजबूत कैसे बनेगा मेरे दोस्त ? कभी तो सोचो कि चाइना में टिकटोक क्यो नही है ? भाई ये भी सोचो कि चाइना में टिकटोक का देसी वर्जन डॉयेन है मगर tiktok नही , क्यों कि चाइना में Tiktok टोटली प्रतिबंधित है ।
ये सब पढ़ने के बाद भी कुछ जम्बुरे यही कहेंगे छोड़ो यार आओ खेले Tiktok Tiktok , हेल्लो .... क्या आप भी tiktok के जम्बुरे है ?
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भारत को अपनी तकनीकी से। क्लाइंट कारने चाहिए ऐसे सभी एप ... फिर प्रतिबंध लगा देना चाहिए इन सब पर
ReplyDeleteबिल्कुल सही कहा आदरणीय नासवा जी , ऐसे App देश की अर्थव्यवस्था को खोखला कर रहे है और हमारी युवा पीढ़ी ऐसे app के चक्कर मे जान दे रही है
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ReplyDeleteShi khna hai aapka.
आंख खोलनेवाले इस शानदार आलेख के लिए आपको ढेरो बधाई
ReplyDeleteTiktok को uninstall कर दिया मैंने
भारत माता की जय ��
बेबाक तरीके से लिखा गया बिंदास्त आर्टिकल
ReplyDeleteसोचना चाहिए इस बारे में
ReplyDeleteयहाँ तो लोग टिक टोक ऐसे देखते हैं थोक के भाव जबकि हमने आज तक नहीं देखा...........हमारी सरकारें सो रही हैं, जब जागेंगी तब तक देर हो जायेगी
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ReplyDeleteCakes for Valentine Day Online
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