" गरीबी एक मानसिकता है कुछ ऐसा कहते है राहुल गांधी .... इसे कहो की 10 जनपथ की गुफा से बाहर आए और जेब मे सिर्फ 500 रुपये लेकर कभी सिर्फ सब्जी मंडी सब्जी लेने सिर्फ एक बार जाए फिर पता चलेगा इसको की गरीबी क्या है ? और कैसे रुला रही है प्याज ...ये सब हरामी मुफ्त का खाते है और जो जी मे आए बक बक करते रहते है "
" कभी कोई कहेता है की 12 रुपये मे पेट भर खाना मिलता है तो कोई कहेता है की 1 रुपये मे मिलता है .... गरीबो का ऐसा मज़ाक उड़ानेवाले नेता को " माननीय " कहेकर बुलाना पड़ता है यही भारत के संविधान का सबसे बड़ा अपमान है ... अपने मास्टर ब्लास्टर बकवास किंग दिग्विजय तो महिलाओ की इज्जत का फ़ालूदा बना रहे है " 100 टंच माल " ये नया स्लोगन दिया है उन्होने देश के युवाओ को ...सोचिए क्या कभी ऐसे नेता देश को सही तरक्की की ओर ले जा सकते है ? "
" बीवी पुरानी हो जाए तो मजा नहीं आता है " ऐसा कहनेवाले नेता को इस देश का कानून माफ कर देता है क्यू की ऐसा बोलनेवाला " माननीय " है ...बात हो रही थी राहुल गांधी की जिसने कभी कहा था की उसे भारतीय कहेलाने पर शर्म आती है ....क्यू बे ? तुझे अगर भारतीय ना कहे तो क्या इटालियन कहे क्या ? "
" हर कोंग्रेसी चिल्लाता है की काँग्रेस महिलाओ की इज्जत करता है मगर सच देखा जाए तो कुछ ओर ही है ...भूल गए क्या ...इन लोगो को ?
मदेराना
तिवारी
कांडा
संघवी
" ये वही लोग है जो महिलाओ की इज्जत करते है ...और ऐसी इज्जत करते है की देश का महिला संगठन भी इन लोगो का कुछ बिगाड़ नहीं सकता है ...अभी सुना की किसी महिला संगठन ने इन लोगो के खिलाफ तेज कार्यवाही की या कोई अभियान चलाया ....... सुनोगे भी कहाँ से भाई ये कोई मेरे तुम्हारे जैसे लोग नहीं है ये सब " माननीय " लोग है भाई "
" ये सब अगर रोकना है तो 2014 का चुनाव आ रहा है ...ओर ऐसे हरामियो को सिर्फ जनता जनार्दन ही ठीक कर सकती है ...मेरा वोट तो ऐसे हरामि ....भ्रष्टाचारी लोगो के खिलाफ ही जाएगा .....मगर आपका वोट ? ....सोना छोड़ो ओर जागो और देश को बचाओ वरना कल आपकी बहन... बहू .....बेटी ...को भी ये माननीय " 100 टंच का माल " कहेंगे |"
तो क्या बोलते हो ...इस बार 2014 मे इन हरामियो को दिखा दे की .... " 100 टंच का माल " ओर " गरीबो की मानसिकता " क्या कर सकती है ?
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" कभी कोई कहेता है की 12 रुपये मे पेट भर खाना मिलता है तो कोई कहेता है की 1 रुपये मे मिलता है .... गरीबो का ऐसा मज़ाक उड़ानेवाले नेता को " माननीय " कहेकर बुलाना पड़ता है यही भारत के संविधान का सबसे बड़ा अपमान है ... अपने मास्टर ब्लास्टर बकवास किंग दिग्विजय तो महिलाओ की इज्जत का फ़ालूदा बना रहे है " 100 टंच माल " ये नया स्लोगन दिया है उन्होने देश के युवाओ को ...सोचिए क्या कभी ऐसे नेता देश को सही तरक्की की ओर ले जा सकते है ? "
" बीवी पुरानी हो जाए तो मजा नहीं आता है " ऐसा कहनेवाले नेता को इस देश का कानून माफ कर देता है क्यू की ऐसा बोलनेवाला " माननीय " है ...बात हो रही थी राहुल गांधी की जिसने कभी कहा था की उसे भारतीय कहेलाने पर शर्म आती है ....क्यू बे ? तुझे अगर भारतीय ना कहे तो क्या इटालियन कहे क्या ? "
" हर कोंग्रेसी चिल्लाता है की काँग्रेस महिलाओ की इज्जत करता है मगर सच देखा जाए तो कुछ ओर ही है ...भूल गए क्या ...इन लोगो को ?
मदेराना
तिवारी
कांडा
संघवी
" ये वही लोग है जो महिलाओ की इज्जत करते है ...और ऐसी इज्जत करते है की देश का महिला संगठन भी इन लोगो का कुछ बिगाड़ नहीं सकता है ...अभी सुना की किसी महिला संगठन ने इन लोगो के खिलाफ तेज कार्यवाही की या कोई अभियान चलाया ....... सुनोगे भी कहाँ से भाई ये कोई मेरे तुम्हारे जैसे लोग नहीं है ये सब " माननीय " लोग है भाई "
" ये सब अगर रोकना है तो 2014 का चुनाव आ रहा है ...ओर ऐसे हरामियो को सिर्फ जनता जनार्दन ही ठीक कर सकती है ...मेरा वोट तो ऐसे हरामि ....भ्रष्टाचारी लोगो के खिलाफ ही जाएगा .....मगर आपका वोट ? ....सोना छोड़ो ओर जागो और देश को बचाओ वरना कल आपकी बहन... बहू .....बेटी ...को भी ये माननीय " 100 टंच का माल " कहेंगे |"
तो क्या बोलते हो ...इस बार 2014 मे इन हरामियो को दिखा दे की .... " 100 टंच का माल " ओर " गरीबो की मानसिकता " क्या कर सकती है ?
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