tag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post5541857166587676489..comments2023-10-31T21:07:41.423+05:30Comments on AAWAZ: " भारत देश की लिलामी चालू है ,क्या आपको बोली लगानी है ?"SACCHAIhttp://www.blogger.com/profile/04972355488869370687noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-14267355541088460622012-04-19T16:58:52.522+05:302012-04-19T16:58:52.522+05:30मित्रो कवि हरि औम पवार के ये शब्द आपके लेख को हौसल...मित्रो कवि हरि औम पवार के ये शब्द आपके लेख को हौसला दे रहे हैं:---<br />यहाँ शहिदों की पावन गाथाओं को अपमान मिला,<br /> डाकू ने खादी पहनी तो सन्सद में सम्मान मिला!!<br />राजनीति में लौहपुरुष जैसा सरदार नहीं मिलता,<br /> लाल बहादूर जैसा कोई किरदार नहीं मिलता!!<br />ऐरे-गेरे नत्थू-खैरे तन्त्री बनकर बैठे हैं,<br /> जिनको जेलों में होना था मन्त्री बनकर बैठे हैं!!<br /><br />आंख खुली तो पुरा भारत नाखूनों से त्रस्त मिला,<br /> जिसको जिम्मेदारी दी वो घर भरने में मस्त मिला!!<br />क्या यही सपना देखा था भगत सिँह की फाँसी ने,<br /> जागो राजघाट के गान्धी तुम्हें जगाने आया हूं!!<br /> घायल भारत माता की तस्वीर दिखाने लाया हूं!!सुखविन्द्र सन्धुhttps://www.blogger.com/profile/14215214823790472691noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-22204207935735031162011-02-05T19:04:00.218+05:302011-02-05T19:04:00.218+05:30ठीक कहा आपने, परन्तु प्रांतवाद की समस्या तभी दूर ह...ठीक कहा आपने, परन्तु प्रांतवाद की समस्या तभी दूर होगी जब लोग स्वयं पंजाबी, मराठी आदि के झगड़ों से ऊपर उठेंगे | प्रांतवाद को हम छोटी छोटी घटनाओं में देख सकते हैं | आज भी बहुत से परिवार ऐसे देखे जा सकते हैं जहाँ एक लड़के और लड़की के विवाह में केवल इसलिए अड़चन पड़ती है क्योंकि वे अलग अलग प्रान्तों से सम्बन्ध रखते हैं |Amit Duahttps://www.blogger.com/profile/00279420347832739811noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-29456790087709115952009-11-15T17:10:37.089+05:302009-11-15T17:10:37.089+05:30हर ओर मची है लूट। सब लूट रहे हैं। अच्छी पोस्ट।हर ओर मची है लूट। सब लूट रहे हैं। अच्छी पोस्ट।शबनम खान, अमृत पाल सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08038993649090066472noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-88680610596399104752009-11-15T17:07:30.703+05:302009-11-15T17:07:30.703+05:30सही कहा आपने। भारत में मूलभूत समस्याओं की अनदेखी क...सही कहा आपने। भारत में मूलभूत समस्याओं की अनदेखी कर फालतू के काम ज़्यादा हो रहे है। औक राजनीति की तो हालत ही खराब है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-89153224996063759582009-11-15T15:33:41.972+05:302009-11-15T15:33:41.972+05:30हम समझते तो सब है फ़िर भी क्यों बहकावे मे आ जाते ह...हम समझते तो सब है फ़िर भी क्यों बहकावे मे आ जाते हैं.<br />बिल्कुल खरी बात कही है.namitahttps://www.blogger.com/profile/16809721635458904255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-60029217170875629802009-11-15T11:07:49.993+05:302009-11-15T11:07:49.993+05:30गाँधीजी और देश की खातिर जान देनेवाले तमाम लोगो ने ...गाँधीजी और देश की खातिर जान देनेवाले तमाम लोगो ने " वन्देमातरम " कहकर अंग्रेजों को भगाया और आज के नेता लोगो ने " वन्देमातरम " पर विवाद खड़ा कर के देश को मानो हिंदू ...मुस्लिम के टुकडो में बाँट दिया ....<br /><br />आवाज़ काफी बुलंद है और कलम में धार भी तेज ....अब असर देखना है ......!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-87906364212247934282009-11-14T18:57:56.334+05:302009-11-14T18:57:56.334+05:30हकीकत से आँखें मिलाती आपकी रचना पसन्द आयी। हालात त...हकीकत से आँखें मिलाती आपकी रचना पसन्द आयी। हालात तो सचमुच दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। <br />बस यही कह सकता हूँ कि -<br /><br />बिजलियाँ गिर रहीं घर पे न बिजली घर तलक आयी।<br />बनाते घर हजारों जो उसी ने छत नहीं पायी।<br />है कैसा दौर मँहगीं मुर्गियाँ हैं आदमी से अब,<br />करे मेहनत उसी ने पेट भर रोटी नहीं खायी।।<br /> <br />सादर <br />श्यामल सुमन<br />09955373288<br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-12986367120663153052009-11-14T15:52:30.281+05:302009-11-14T15:52:30.281+05:30सोई हुई चेतना को जाग्रत करता लेख.
लेकिन इन नेताओं...सोई हुई चेतना को जाग्रत करता लेख. <br />लेकिन इन नेताओं की चेतना कब जागेगी , पता नहीं. <br />इस साहसपूर्ण रचना के लिए बधाई.डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-72168452374807993192009-11-13T21:59:47.505+05:302009-11-13T21:59:47.505+05:30तस्वीर बहुत कुछ बोल गईं... वाकई आपके लेख ने आंखे ख...तस्वीर बहुत कुछ बोल गईं... वाकई आपके लेख ने आंखे खोल दीं... नेता कौड़ियों में खेल रहे हैं.. और आज भी कई ऐसे लोग हैं... जो भूखे पेट सो रहे हैं... काश आपका लेख राज ठाकरे जैसे इंसान भी पढ़ते... तो कम से कम देशभक्ति की परिभाषा समझ जाते...अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-78004586923142939992009-11-13T11:57:58.942+05:302009-11-13T11:57:58.942+05:30कमाल का लेखन है , सभी आपसे सहमत होंगे .. पर इसके ब...कमाल का लेखन है , सभी आपसे सहमत होंगे .. पर इसके बावजूद सही दिशा में प्रगति के लिए उठाने को कोई पहल नहीं हो रही है !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-4737491817012353362009-11-13T10:48:00.874+05:302009-11-13T10:48:00.874+05:30आज तो हिला कर रख दिया दोस्त.......ये दर्द आप का अप...आज तो हिला कर रख दिया दोस्त.......ये दर्द आप का अपना नहीं है वल्कि करोडो भारत वासियों को भी है.हम सिर्फ सोचंते थे ...आपने उस सोच को इतने खुबसूरत शब्दों में पिरो कर पेश किया है.की में पुरे आलेख को एक सास में पढ़ गया ......सुंदर चित्रों से सजा ये आलेख मिल का पत्थर है..............<br />आशा है आगे भी आप ऐसी ही पठनीय रचनाएं लिखते रहेंगे !RAJIV MAHESHWARIhttps://www.blogger.com/profile/14655178760836239744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-73016656391879234722009-11-13T10:01:38.681+05:302009-11-13T10:01:38.681+05:30हम पंजाबी ,मराठी बंगाली मद्रासी हैं
कब कहना सीखोग...हम पंजाबी ,मराठी बंगाली मद्रासी हैं<br /> कब कहना सीखोगे हम सब भारत वासी हैं<br />अलगाव वाद की बात को जितना उछाला जायेगा उतनी ही देश के लिये घातक है। सब को मिलजुल कर रहने मे ही देश का हित है। फिर ये दुशम्न की चाल है कि हिन्दू मुस्लिम दोनो को भडकाया जाये और वो इसे सफल बनाने के लिये कुछ भी कर सकता है। बहुत अच्छा आलेख है शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-6844784419536227322009-11-13T09:14:00.443+05:302009-11-13T09:14:00.443+05:30Ham barsonse bhool chuke hain, khudko kewal Hindus...Ham barsonse bhool chuke hain, khudko kewal Hindustani kahna...soobon me bant gaye hain.."Hidi hain, watan hai Histostaan hamara..",bas yahee ek seekh seekhnee chahiye..aalekh bada achha hai..<br /><br />http://shamasansmaran.blogspot.com<br /><br />http://kavitabyshama.blogspot.com<br /><br />http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.com<br /><br />http://baagwaanee-thelightbyalonelypath.blogspot.comshamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-35587675300464814932009-11-13T05:51:12.905+05:302009-11-13T05:51:12.905+05:30बहुत ही बढ़िया और कमाल का लिखा है आपने! पता नहीं क...बहुत ही बढ़िया और कमाल का लिखा है आपने! पता नहीं कब हमारे देश में ये खेल समाप्त होगा! इस लाजवाब और बेहतरीन पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाई!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-10505142905024338232009-11-12T22:30:56.973+05:302009-11-12T22:30:56.973+05:30bahut katu satya hai ye
neta bane hi desh ko nilaa...bahut katu satya hai ye<br />neta bane hi desh ko nilaam karne ke liye hai<br /><br />agar me bhi neta hota to sayad nilami me bhaag leta<br /><br />afsos !!!!!!! nahi<br /><br />sayad main khus kismat hoo ki kam se kam main iska hissa nahi hooo<br /><br />desh ke batware abhi baki hai<br />kyoki abhi neta bahut baki hai<br />jis din nata giri khatam<br />samjho desh ka uddhaar ho jayegaNirbhay Jainhttps://www.blogger.com/profile/01833250769620607438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-11448944466518660892009-11-12T21:43:44.796+05:302009-11-12T21:43:44.796+05:30आजकल नेता की परिभाषा ही बदल गयी है ....पर हमें उनक...आजकल नेता की परिभाषा ही बदल गयी है ....पर हमें उनकी राजनीति को समझना चाहिए ...Kusum Thakurhttps://www.blogger.com/profile/02345756853367472461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-39311771535355260932009-11-12T20:47:57.670+05:302009-11-12T20:47:57.670+05:30ये मुट्ठी भर लोगों को अब बताने का समय आ गया है ......ये मुट्ठी भर लोगों को अब बताने का समय आ गया है ....चेत जाओ वरना तुम्हारी खैर नहींRoshanihttps://www.blogger.com/profile/17011034595175312423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-43787515538327070562009-11-12T19:25:32.848+05:302009-11-12T19:25:32.848+05:30ये भस्मासुर पाँच साल के लिए हम ही चुनते हैं और फ़िर...ये भस्मासुर पाँच साल के लिए हम ही चुनते हैं और फ़िर ये हमारे सर पर हाथ फ़ेरने मे ही अपनी पुरी ताकत लगा देते हैं।<br />आपने सही बात कही है।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-81912869918099008082009-11-12T18:28:17.874+05:302009-11-12T18:28:17.874+05:30bahut hi bebaak, kharaa aur acchcha laga yeh aalek...bahut hi bebaak, kharaa aur acchcha laga yeh aalekh....<br /><br /><br /><br /><br />badhai....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-8870276307603964752009-11-12T18:17:15.417+05:302009-11-12T18:17:15.417+05:30बहुत सही पोस्ट लगाई है आपने!
यह खेल तो आजादी के बा...बहुत सही पोस्ट लगाई है आपने!<br />यह खेल तो आजादी के बाद से ही <br />हमारे देश में खेला जा रहा है।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-37785329270320325592009-11-12T17:08:11.343+05:302009-11-12T17:08:11.343+05:30bahoot hi bebaak, spasht, karaara lekh ... krodh k...bahoot hi bebaak, spasht, karaara lekh ... krodh ko jaise kaagaz par utaar diya aapne ... kamaal ka likha hai ... sab sach likh hai ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-16788739256542521352009-11-12T16:05:00.320+05:302009-11-12T16:05:00.320+05:30स्तब्ध हूँ आपके लेख से । आपने जिस बेबाकी से अपनी ब...स्तब्ध हूँ आपके लेख से । आपने जिस बेबाकी से अपनी बात कहीं वह लाजवाब रहा । बहुत ही उम्दा रचना लगी आपकी । बधाईMithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-7054572154453644332009-11-12T15:06:27.552+05:302009-11-12T15:06:27.552+05:30आँख खोल कर देखिये.... गरीबी हट रही है....मधु कोडा ...आँख खोल कर देखिये.... गरीबी हट रही है....मधु कोडा जैसा भिखारी भी आज हज़ारों करोड में खेल रहा है... सुखराम जैसे कई सुख की नींद सो रहे हैं..... तो रोना क्या है भाई :(चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4453840648830820059.post-15748519285394034602009-11-12T14:37:57.522+05:302009-11-12T14:37:57.522+05:30sach hai, pata nahi abhi kitane hisse aur honge is...sach hai, pata nahi abhi kitane hisse aur honge is desh ke...वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.com